देहरादून: उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश की नदी नाले उफान पर हैं. ऐसे में राज्य और केंद्र सरकार लगातार इस पर अपनी नजर बनाए हुए है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से नुकसान, बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग के प्रति आश्वस्त किया है.
इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड के हालात के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने पीएम को बताया है कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है. शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. सीएम ने बताया कि वो राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही वर्षा का लगातार जायजा ले रहे हैं. संबंधित अधिकारियों को प्रत्येक जिले में बारिश एवं आवागमन की स्थिति पर हर घंटे की रिपोर्ट देने और प्रशासन को यात्रियों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं.
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बता दें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 नवंबर को उत्तराखंड दौरे पर आएंगे. इस दौरान पीएम मोदी केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों और आदि शंकराचार्य की समाधि स्थली समेत 250 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण करेंगे. इसके साथ ही द्वितीय चरण की 150 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे. पीएम मोदी का ये दौरा आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
बता दें, मौसम विभाग ने उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. राज्य के लिए अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं. नैनीताल में 24 घंटे में 150 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है. तेज बारिश की वजह से सभी नदी नाले उफान पर हैं. नैनीताल में बीते रोज के पास वीरभटी मोटर पुल के नज़दीक कई कार और ट्रक मलबे में दब गए. राज्य में कुदरत के कहर को देखते हुए धामी सरकार अलर्ट है.
बारिश के चलते नैनी झील का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. झील का पानी नैनीताल की माल रोड समेत नैना देवी मंदिर में भर गया है. नैनी झील का जलस्तर करीब 12 फीट 4 इंच से ऊपर हो गया है. नैनीताल की जिस सड़क पर देर शाम पर्यटक चहलकदमी किया करते थे, उस सड़क पर अब सिर्फ पानी ही दिख रहा है.
देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद ही मोर्चा संभालते हुए बीती रात स्टेट डिजास्टर कंट्रोल रुम पहुंच गए. अधिकारियों के साथ बात की. राहत एवं बचाव एसडीआरएफ की टीमों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भेजा गया है. ऋषिकेश में गंगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने से रायवाला के समीप गंगा के टापू में गुर्जर परिवार के 22 लोग फंस गए. एसडीआरएफ की मदद से सभी को सुरक्षित निकाला गया है.