देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 81वें संस्करण के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने बताया कि अमेरिका यात्रा की वजह से 'मन की बात' के इस एपिसोड को पहले ही रिकॉर्ड कर लिया था. पीएम मोदी ने बताया कि कुछ ही दिन पहले सियाचिन के इस दुर्गम इलाके में 8 दिव्यांग जनों की टीम ने जो कमाल कर दिखाया है, वो हर देशवासी के लिए गर्व की बात है. इस टीम में उत्तराखंड के अक्षत रावत भी शामिल थे.
बता दें, ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम के तहत भूमि, जल और वायु पर रिकॉर्ड बनाने के लिए सियाचिन ग्येशियर पर 8 दिव्यांग जनों की टीम ने चढ़ाई की थी. इन दिव्यांग जनों की टीम में उत्तराखंड के अक्षत रावत भी शामिल थे. इससे पहले इस टीम ने मालदीव के खुले समुद्र में स्कूबा डाइव करने और दुबई में पैरा जंपिंग करने के ट्रिपल एलीमेंटल वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने लक्ष्य तय किए थे. इसके लिए भारत सरकार ने हाल ही में दिव्यांगों की इस टीम का नेतृत्व करने के लिए 'कॉन्कर लैंड एयर वाटर' (सीएलएडब्ल्यू) को मंजूरी दी थी.
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पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि-
इन जांबाज दिव्यांगों के नाम है महेश नेहरा, उत्तराखंड के अक्षत रावत, महाराष्ट्र के पुष्पक गवांडे, हरियाणा के अजय कुमार, लद्दाख के लोब्सांग चोस्पेल, तमिलनाडु के मेजर द्वारकेश, जम्मू-कश्मीर के इरफान अहमद मीर और हिमाचल प्रदेश की चोन्जिन एन्गमो. शरीरिक चुनौतियों के बावजूद भी दिव्यांगों ने जो कारनामा कर दिखाया है, वो पूरे देश के लिए प्रेरणा है. जब इस टीम के सदस्यों के बारे में जानेंगे तो आप भी मेरी तरह हिम्मत और हौसले से भर जायेंगे. यह हमारे देशवासियों के 'Can Do Culture', 'Can Do Determination', 'Can Do Attitude' के साथ हर चुनौती से निपटने की भावना को भी प्रकट करता है.
जानकारी के मुताबिक, ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम के तहत 8 दिव्यांगों की टीम ने 13 दिनों के भीतर सियाचिन ग्लेशियर की 15,632 फीट ऊंची चोटी पर पहुंचकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था. एक मंजिल पाने के बाद अब यही टीम मालदीव के खुले समुद्र में स्कूबा डाइव करने और दुबई में पैरा जंपिंग करने के दो और विश्व रिकॉर्ड बनाने के जज्बे के साथ निकली थी.