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उत्तराखंड में मेट्रो नहीं अब PRT पर होगा काम, सरकार ने तेज की कवायद - उत्तराखंड न्यूज

उत्तराखंड में कभी मेट्रो, कभी LRT तो कभी मोनो रेल को लेकर सरकार कई सपने जनता को दिखाती आई है. अब सरकार प्रदेश में पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) की योजना बना रही है.

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Published : Jul 9, 2019, 7:53 AM IST

Updated : Jul 9, 2019, 1:04 PM IST

देहरादूनः उत्तराखंड में बीते लंबे समय से कभी मेट्रो तो कभी LRT ट्रेन के सपने दिखा रही सरकार अब एक और नया ट्रांसपोर्ट सिस्टम लाने की बात कर रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर अब पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) पर ही बात आगे बढ़ाई जाएगी. साथ ही कहा कि आगामी 12 जुलाई को होने वाली बैठक में इस विस्तार से चर्चा की जाएगी.

उत्तराखंड में मेट्रो पर बात नहीं बनी तो अब पर्सनल रैपिड सिस्टम (PRT) की योजना.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक समेत विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान बैठक में देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में पुलिस ट्रांसपोर्ट के कॉम्प्रिहेंसिव मोबिल्टी प्लान यानी व्यापक गतिशीलता योजना पर चर्चा की. साथ ही यातायात व्यवस्था को व्यापक, सरल और सस्ता बनाने के लिए हरिद्वार-ऋषिकेश में पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) को डेवलप करने पर विचार किया गया.

वहीं, बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने बताया कि अब ये निर्णय लिया गया है कि ट्रांसपोर्ट के लिए पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) पर ही आगे विचार किया जाएगा. साथ ही कहा कि इसी व्यवस्था और कुछ नए प्रोजेक्ट को लेकर आगामी 12 जुलाई को देहरादून में चर्चा की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः प्रदेश में ग्रोथ सेंटर खोलने की मंजूरी, विदेशी भाषाओं में युवा कर सकेंगे 100 से ज्यादा कोर्स

बता दें कि पहले भी सरकार कभी मेट्रो, कभी LRT तो कभी मोनो रेल को लेकर कई सपने जनता को दिखाती आई है. अब ये पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) की योजना बनाई जा रही है. ऐसे में अब ये देखना होगा की पीटीआर योजना परवान चढ़ पाती है या नहीं.

क्या होता है पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT)

पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) 1.2 मीटर के आधार वाले पोल पर टिके 2.1 मीटर के ट्रैक पर दौड़ते मारुति 800 जैसे विशेष तरह की अत्याधुनिक यातायात व्यवस्था है. मौजूद समय में यह सिंगापुर, लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर चल रही है. हमारे देश में ये वृंदावन और बेंगलुरु में प्रस्तावित है.

पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) को विदेशों में आम बोल-चाल में इसे पॉड कार्स के रूप में भी जाना जाता है. ये टैक्सीनुमा स्वचालित छोटे वाहन विशेष ट्रैक पर दिशा-निर्देश के नेटवर्क पर चलती है. ये एक तरह का ऐसा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम है.

जो आपके ऑर्डर पर आपको पर्सनल सेवा मुहैया करवाता है, लेकिन इसका डेस्टिनेशन और पिक पॉइंट पहले से निर्धारित रहता है. ये एक तरह से केबल कार या फिर कुछ लोगों के लिए काम आने वाली पोड कार की तरह है.

देहरादूनः उत्तराखंड में बीते लंबे समय से कभी मेट्रो तो कभी LRT ट्रेन के सपने दिखा रही सरकार अब एक और नया ट्रांसपोर्ट सिस्टम लाने की बात कर रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर अब पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) पर ही बात आगे बढ़ाई जाएगी. साथ ही कहा कि आगामी 12 जुलाई को होने वाली बैठक में इस विस्तार से चर्चा की जाएगी.

उत्तराखंड में मेट्रो पर बात नहीं बनी तो अब पर्सनल रैपिड सिस्टम (PRT) की योजना.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक समेत विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान बैठक में देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में पुलिस ट्रांसपोर्ट के कॉम्प्रिहेंसिव मोबिल्टी प्लान यानी व्यापक गतिशीलता योजना पर चर्चा की. साथ ही यातायात व्यवस्था को व्यापक, सरल और सस्ता बनाने के लिए हरिद्वार-ऋषिकेश में पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) को डेवलप करने पर विचार किया गया.

वहीं, बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए सीएम त्रिवेंद्र ने बताया कि अब ये निर्णय लिया गया है कि ट्रांसपोर्ट के लिए पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) पर ही आगे विचार किया जाएगा. साथ ही कहा कि इसी व्यवस्था और कुछ नए प्रोजेक्ट को लेकर आगामी 12 जुलाई को देहरादून में चर्चा की जाएगी.

ये भी पढ़ेंः प्रदेश में ग्रोथ सेंटर खोलने की मंजूरी, विदेशी भाषाओं में युवा कर सकेंगे 100 से ज्यादा कोर्स

बता दें कि पहले भी सरकार कभी मेट्रो, कभी LRT तो कभी मोनो रेल को लेकर कई सपने जनता को दिखाती आई है. अब ये पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) की योजना बनाई जा रही है. ऐसे में अब ये देखना होगा की पीटीआर योजना परवान चढ़ पाती है या नहीं.

क्या होता है पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT)

पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) 1.2 मीटर के आधार वाले पोल पर टिके 2.1 मीटर के ट्रैक पर दौड़ते मारुति 800 जैसे विशेष तरह की अत्याधुनिक यातायात व्यवस्था है. मौजूद समय में यह सिंगापुर, लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर चल रही है. हमारे देश में ये वृंदावन और बेंगलुरु में प्रस्तावित है.

पर्सनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (PRT) को विदेशों में आम बोल-चाल में इसे पॉड कार्स के रूप में भी जाना जाता है. ये टैक्सीनुमा स्वचालित छोटे वाहन विशेष ट्रैक पर दिशा-निर्देश के नेटवर्क पर चलती है. ये एक तरह का ऐसा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम है.

जो आपके ऑर्डर पर आपको पर्सनल सेवा मुहैया करवाता है, लेकिन इसका डेस्टिनेशन और पिक पॉइंट पहले से निर्धारित रहता है. ये एक तरह से केबल कार या फिर कुछ लोगों के लिए काम आने वाली पोड कार की तरह है.

Intro:summary- कभी मेट्रो को लेकर तो कभी LRT तो कभी मोनो रेल को लेकर सरकार कई सपने जनता को दिखाती आयी और अब ये पर्सनल रेपिड सिस्टम (PTR) की योजना की बात उत्तराखंड सरकार कर रही है।

note- इस ख़बर के विसुअल सूचना से आये थे। बैठक में मीडया को अनुमति निहि थी तो वीसुअल mail से भेजे जा रहे हैं कृपया वो वीसुअल लगाएं और बाइट खबर में सलग्न है।

एंकर- लंबे समय से उत्तराखंड में कभी मेट्रो तो कभी LRT ट्रेन के सपने दिखती सरकार अब एक और नया ट्रांसपोर्ट सिस्टम लाने की बात कर रही है। सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर अब पर्सनल रेपिड सिस्टम पर ही बात आगे बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी 12 जुलाई को एक और बैठक की जिसमे इसके विस्तार को लेकर चर्चा की जाएगी।


Body:वीओ- सोमवार को सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने सचिवालय में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ओर विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र में पुलिस ट्रांसपोर्ट के कॉम्प्रिहेंसिव मोबिल्टी प्लान यानी व्यापक गतिशीलता योजना पर चर्चा की गई। बैठक में यातायात व्यवस्था को व्यापक, सरल और सस्ता बनाने के लिए हरिद्वार-ऋषिकेश में पर्सनल रेपिड सिस्टम (PTR) को डेवलप करने पर विचार किया गया।

आज सचिवालय में हुई बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने बताया कि अब ये निर्णय हो गया है कि ट्रांसपोर्ट के लिए इसी सिस्टम यानी पर्सनल रेपिड सिस्टम (PTR) पर ही आगे विचार किया जाएगा साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि देहरादून के लिए इसी व्यवस्था या फिर कुछ नए प्रोजेक्ट को लेकर 12 जुलाई को चर्चा की जाएगी।

बाइट- त्रिवेन्द्र रावत, सीएम

हालांकि आपको ज्ञात हो कि इस से पहले भी कभी मेट्रो को लेकर तो कभी LRT तो कभी मोनो रेल को लेकर सरकार कई सपने जनता को दिखाती आयी और अब ये पर्सनल रेपिड सिस्टम (PTR) की योजना परवान चढ़ पाएगी या नही ये तो वक्त आने पर ही पता चल पाएगा

क्या होता है पर्सनल रेपिड सिस्टम (PTR) --
पर्सनल रेपिड सिस्टम (PTR) 1.2 मीटर के आधार वाले पोल पर टिके 2.1 मीटर के ट्रेक पर दौड़ते मारुति 800 जैसे विशेष तरह की अत्याधुनिक यातायात व्यवस्था है। मोजूद समय मे यह सिंगापुर, लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर चल रही है। और हमारे देश मे ये वृन्दावन और बेंगलोर में प्रस्तावित है।
पर्सनल रेपिड सिस्टम (PTR) को विदेशों में आम बोल चाल में इसे पॉड कार्स के रूप में भी जाना जाता है। ये टॅक्सीनुमा स्वचालित छोटे वाहन विशेष ट्रेक पर विशेष दिशानिर्देश के नेटवर्क पर चलती है। ये एक तरह का ऐसा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम है हो आपके ऑर्डर पर आपको पर्सनल सेवा मुहैया करवाता है लेकिन इसका डेस्टिनेशन और पिक पोइंट पहले से निर्धारित रहता है। ये एक तरह से केबल कार या फिर कुछ लोगों के लिए काम आने वाली पोड कार की तरह है हालांकि तकनीकी में लगातार परिवर्तन के साथ ये नए स्वरूप में अलग अलग जगह देखने को मिलता है।




Conclusion:
Last Updated : Jul 9, 2019, 1:04 PM IST
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