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MDDA ने अवैध निर्माण पर नहीं की कार्रवाई तो सड़कों पर उतरे लोग, खुद रुकवाया काम

ऋषिकेश में ए़मडीडीए की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. आरोप है कि एमडीडीए इन अवैध निर्माणों पर आंखें मूंदे बैठा है. जिससे गुस्साए पशुलोक विस्थापित कॉलोनी के लोग अवैध निर्माणों को रुकवाने के लिए सड़कों पर उतरे. उन्होंने कई जगह चल रहे निर्माण कार्यों को रुकवाया. साथ ही ठेकेदार को जमकर खरी खोटी भी सुनाई और एमडीडीए की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा किया.

Rishikesh Illegal construction
ऋषिकेश अवैध निर्माण
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Published : Oct 21, 2022, 12:31 PM IST

Updated : Oct 21, 2022, 12:56 PM IST

ऋषिकेशः मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (Mussoorie Dehradun Development Authority) अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है. जिसे लेकर पशुलोक विस्थापित कॉलोनी के लोगों में आक्रोश है. स्थानीय लोग कई बार एमडीडीए को चेतावनी भी दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई न होता देख, अब उन्होंने खुद ही मोर्चा संभाल लिया है. जी हां, स्थानीय लोगों ने खुद ही क्षेत्र में बन रही तमाम बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों पर जाकर काम रुकवा दिया. काम चालू होने की अवस्था में बिल्डिंग के बाहर ही धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी.

बता दें कि कोर्ट की रोक के बावजूद पशुलोक विस्थापित कॉलोनी में अवैध तरीके से बड़ी-बड़ी व्यावसायिक भवनों का निर्माण जारी है. विस्थापित कॉलोनी के लोगों की ओर से धरना प्रदर्शन और चेतावनी दिए जाने के बावजूद एमडीडीए के अधिकारी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि वो कानून को अपने हाथ में लेने के लिए भी मजबूर हो सकते हैं. अपनी इसी चेतावनी को साकार करने की दिशा में विस्थापित कॉलोनी के लोग आगे बढ़ते हुए दिखाई देने लगे हैं.

MDDA ने अवैध निर्माण पर नहीं की कार्रवाई तो सड़कों पर उतरे लोग.
ये भी पढ़ेंः MDDA की कार्यशैली पर ऋषिकेश मेयर ने पूछ डाले कई सवाल, अधिकारियों के जुबान पर लगा 'ताला'

गुरुवार को विस्थापित कॉलोनी के लोग बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों के निर्माण कार्य को रुकवाने खुद पहुंच गए. उन्होंने मजदूरों को काम करने से रोक दिया. ठेकेदारों को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई. विस्थापित कॉलोनी के लोगों का कहना है कि बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों के बनने से कॉलोनी में रहने वाले घरों के अंदर शुद्ध हवा तक नहीं पहुंच रही है. बड़े बुजुर्ग सांस लेने में घुटन महसूस कर रहे हैं. मजबूरी में उनको खुद बिल्डिंगों का निर्माण कार्य रुकवाने के लिए जाना पड़ रहा है.

वहीं, स्थानीय लोगों ने प्रशासन को फिर से आगाह किया है कि वो जल्द से जल्द अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करें, अन्यथा स्थानीय लोग फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे. दरअसल, आज टिहरी विस्थापित के लोगों ने तकरीबन आधा दर्जन अवैध निर्माणों को रुकवाया. जिसमें विस्थापित गली नंबर 4, गली नंबर 5, गली नंबर 7, गली नंबर 8 और गंगा के किनारे हो रहे एक निर्माण को रुकवाया गया.
ये भी पढ़ेंः बिल्डरों की मनमानी से परेशान विस्थापित, एमडीडीए के अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोप

ऋषिकेशः मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (Mussoorie Dehradun Development Authority) अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है. जिसे लेकर पशुलोक विस्थापित कॉलोनी के लोगों में आक्रोश है. स्थानीय लोग कई बार एमडीडीए को चेतावनी भी दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई न होता देख, अब उन्होंने खुद ही मोर्चा संभाल लिया है. जी हां, स्थानीय लोगों ने खुद ही क्षेत्र में बन रही तमाम बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों पर जाकर काम रुकवा दिया. काम चालू होने की अवस्था में बिल्डिंग के बाहर ही धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी.

बता दें कि कोर्ट की रोक के बावजूद पशुलोक विस्थापित कॉलोनी में अवैध तरीके से बड़ी-बड़ी व्यावसायिक भवनों का निर्माण जारी है. विस्थापित कॉलोनी के लोगों की ओर से धरना प्रदर्शन और चेतावनी दिए जाने के बावजूद एमडीडीए के अधिकारी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि वो कानून को अपने हाथ में लेने के लिए भी मजबूर हो सकते हैं. अपनी इसी चेतावनी को साकार करने की दिशा में विस्थापित कॉलोनी के लोग आगे बढ़ते हुए दिखाई देने लगे हैं.

MDDA ने अवैध निर्माण पर नहीं की कार्रवाई तो सड़कों पर उतरे लोग.
ये भी पढ़ेंः MDDA की कार्यशैली पर ऋषिकेश मेयर ने पूछ डाले कई सवाल, अधिकारियों के जुबान पर लगा 'ताला'

गुरुवार को विस्थापित कॉलोनी के लोग बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों के निर्माण कार्य को रुकवाने खुद पहुंच गए. उन्होंने मजदूरों को काम करने से रोक दिया. ठेकेदारों को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई. विस्थापित कॉलोनी के लोगों का कहना है कि बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों के बनने से कॉलोनी में रहने वाले घरों के अंदर शुद्ध हवा तक नहीं पहुंच रही है. बड़े बुजुर्ग सांस लेने में घुटन महसूस कर रहे हैं. मजबूरी में उनको खुद बिल्डिंगों का निर्माण कार्य रुकवाने के लिए जाना पड़ रहा है.

वहीं, स्थानीय लोगों ने प्रशासन को फिर से आगाह किया है कि वो जल्द से जल्द अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करें, अन्यथा स्थानीय लोग फिर से कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे. दरअसल, आज टिहरी विस्थापित के लोगों ने तकरीबन आधा दर्जन अवैध निर्माणों को रुकवाया. जिसमें विस्थापित गली नंबर 4, गली नंबर 5, गली नंबर 7, गली नंबर 8 और गंगा के किनारे हो रहे एक निर्माण को रुकवाया गया.
ये भी पढ़ेंः बिल्डरों की मनमानी से परेशान विस्थापित, एमडीडीए के अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोप

Last Updated : Oct 21, 2022, 12:56 PM IST
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