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धोखाधड़ी मामला: पुष्पांजलि इंफ्राटेक पर एक्शन ना होने से लोगों में रोष, जताया आक्रोश

पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के बिल्डरों की धोखाधड़ी मामले में खरीदारों ने रियल एस्टेट कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया. साथ ही आरोप लगाया कि पुष्पांजलि के निदेशक दीपक मित्तल और रेखा मित्तल के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हुआ था. लेकिन पुलिस ने अब तक इनकी गिरफ्तारी नहीं की है. सिर्फ उन्हें झूठे आश्वासन ही मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिल्डरी की धोखाधड़ी से वे लोग काफी परेशान हैं.

खरीददारों ने किया रेरा कार्यालय में प्रदर्शन
खरीददारों ने किया रेरा कार्यालय में प्रदर्शन
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Published : Mar 28, 2023, 8:38 AM IST

Updated : Mar 28, 2023, 3:05 PM IST

पुष्पांजलि इंफ्राटेक पर एक्शन ना होने से लोगों में रोष

देहरादून: पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड का बिल्डर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी कर फिलहाल फरार हैं. वहीं फ्लैटों के खरीदारों ने रेरा (रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण) कार्यालय के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया. खरीदारों ने आरोप लगाया कि रेरा ने धारा 8 को लागू करने की याचिका को भी नजरअंदाज कर दिया. जो परियोजना को पूरा कर सकती थी और खरीदारों को उनके घर दिला सकती थी.

खरीदारों को दिया धोखा: बता दें की पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के दीपक मित्तल, राखी मित्तल और राजपाल वालिया ने करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करते हुए 2018 में परियोजना को बीच में छोड़ दिया और खरीदारों को धोखा दिया. साथ ही उनको वादा किए गए अपार्टमेंट और फ्लैट भी नहीं दिए गए. आर्किड पार्क में करीब 90 खरीदारों ने फ्लैटों को खरीदा था, जिसकी कीमत 60 लाख रुपए से लेकर एक करोड़ के बीच है. जिन्होंने फ्लैट खरीदने के लिए बिल्डर को रुपए दिए थे. बिल्डर द्वारा धोखाधड़ी करने के बाद मुकदमा पंजीकृत हो चुका था. जिसमें अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.

दुबई भाग बिल्डर: साल 2020 दीपक मित्तल परिवार समेत दुबई भाग गया था और उसके बाद यहां पर कंपनी के ऑफिस आदि भी बंद कर दिए थे. साथ ही बाकी प्रोजेक्ट का काम भी बंद कर दिया था. एसआईटी का गठन भी किया गया, लेकिन अब दीपक मित्तल और पत्नी राखी मित्तल की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. साथ ही पुलिस को यह भी जानकारी नहीं है कि दोनों आरोपी कहां पर है. प्रदर्शन कर रहे खरीदार शैलेंद्र कर्णवाल ने बताया कि उनकी मांग स्पष्ट है कि उन्हें अपना अपार्टमेंट चाहिए. बिल्डरों द्वारा उनके पैसे हड़प लिए गए, बल्कि वे उन संपत्तियों के लिए बैंकों में किश्तों का भुगतान कर रहे हैं, जो उन्हें कभी नहीं दी गई.

यह भी पढ़ें: देर रात हथौड़ी-कुल्हाड़ी लेकर ATM तोड़ने पहुंचे थे बदमाश, गश्त पुलिस की चौकसी ने लुटने से बचाए ₹13 लाख

नहीं की जा रही कोई कार्रवाई: प्रदर्शन के दौरान खरीदारों ने आरोप लगाया है कि धोखाधड़ी करने वाले बिल्डरों और प्रमोटरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करना रेरा की जिम्मेदारी मानते हैं. यह मामला साल 2019 से रेरा के पास है और तब से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. कई बार वार्ता हो चुकी हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा खोखले वादे और झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं. बता दें कि साल 2020 में पुष्पांजलि बिल्डर्स के खिलाफ राजपुर थाने में एक महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज हुआ था. महिला के साथ-साथ इस मामले में कुल 88 शिकायतें आई थी. पुष्पांजलि बिल्डर ने उनसे फ्लैट के लिए मोटी रकम वसूली और तय समय पर फ्लैट नहीं दिए.

पुष्पांजलि इंफ्राटेक पर एक्शन ना होने से लोगों में रोष

देहरादून: पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड का बिल्डर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी कर फिलहाल फरार हैं. वहीं फ्लैटों के खरीदारों ने रेरा (रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण) कार्यालय के सामने धरना देते हुए प्रदर्शन किया. खरीदारों ने आरोप लगाया कि रेरा ने धारा 8 को लागू करने की याचिका को भी नजरअंदाज कर दिया. जो परियोजना को पूरा कर सकती थी और खरीदारों को उनके घर दिला सकती थी.

खरीदारों को दिया धोखा: बता दें की पुष्पांजलि रियलम्स एंड इंफ्राटेक लिमिटेड के दीपक मित्तल, राखी मित्तल और राजपाल वालिया ने करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करते हुए 2018 में परियोजना को बीच में छोड़ दिया और खरीदारों को धोखा दिया. साथ ही उनको वादा किए गए अपार्टमेंट और फ्लैट भी नहीं दिए गए. आर्किड पार्क में करीब 90 खरीदारों ने फ्लैटों को खरीदा था, जिसकी कीमत 60 लाख रुपए से लेकर एक करोड़ के बीच है. जिन्होंने फ्लैट खरीदने के लिए बिल्डर को रुपए दिए थे. बिल्डर द्वारा धोखाधड़ी करने के बाद मुकदमा पंजीकृत हो चुका था. जिसमें अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.

दुबई भाग बिल्डर: साल 2020 दीपक मित्तल परिवार समेत दुबई भाग गया था और उसके बाद यहां पर कंपनी के ऑफिस आदि भी बंद कर दिए थे. साथ ही बाकी प्रोजेक्ट का काम भी बंद कर दिया था. एसआईटी का गठन भी किया गया, लेकिन अब दीपक मित्तल और पत्नी राखी मित्तल की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. साथ ही पुलिस को यह भी जानकारी नहीं है कि दोनों आरोपी कहां पर है. प्रदर्शन कर रहे खरीदार शैलेंद्र कर्णवाल ने बताया कि उनकी मांग स्पष्ट है कि उन्हें अपना अपार्टमेंट चाहिए. बिल्डरों द्वारा उनके पैसे हड़प लिए गए, बल्कि वे उन संपत्तियों के लिए बैंकों में किश्तों का भुगतान कर रहे हैं, जो उन्हें कभी नहीं दी गई.

यह भी पढ़ें: देर रात हथौड़ी-कुल्हाड़ी लेकर ATM तोड़ने पहुंचे थे बदमाश, गश्त पुलिस की चौकसी ने लुटने से बचाए ₹13 लाख

नहीं की जा रही कोई कार्रवाई: प्रदर्शन के दौरान खरीदारों ने आरोप लगाया है कि धोखाधड़ी करने वाले बिल्डरों और प्रमोटरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करना रेरा की जिम्मेदारी मानते हैं. यह मामला साल 2019 से रेरा के पास है और तब से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. कई बार वार्ता हो चुकी हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा खोखले वादे और झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं. बता दें कि साल 2020 में पुष्पांजलि बिल्डर्स के खिलाफ राजपुर थाने में एक महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज हुआ था. महिला के साथ-साथ इस मामले में कुल 88 शिकायतें आई थी. पुष्पांजलि बिल्डर ने उनसे फ्लैट के लिए मोटी रकम वसूली और तय समय पर फ्लैट नहीं दिए.

Last Updated : Mar 28, 2023, 3:05 PM IST
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