देहरादून: धर्म संसद में विवादित बयान और वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुस्लिम संगठन ने पुलिस मुख्यालय कूच किया. इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर प्रदर्शनकारियों रोका. जिसके बाद लोगों ने वहीं बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस महानिदेशक से मामले में कार्रवाई की मांग की है.
बता दें अपनी पुस्तक में अमर्यादित टिप्पणी करने और हाल ही में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने को लेकर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ शहर कोतवाली में मुस्लिम समाज ने दो मुकदमे दर्ज कराए हुए हैं. साथ ही जितेंद्र नारायण त्यागी (पूर्व नाम वसीम रिजवी) को हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने 41 सीआरपीसी का नोटिस भी तामील कराया है.
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आज मुस्लिम संगठन के सैकड़ों लोग परेड ग्राउंड पर इकट्ठे हुए. उसके बाद सभी ने पुलिस मुख्यालय में डीजीपी को ज्ञापन सौंपने के लिए पुलिस मुख्यालय में कूच किया, लेकिन इससे पहले ही उन्हें बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया.
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बता दें 23 दिसंबर को जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) के खिलाफ हेट स्पीच (hate speech case) को लेकर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी. जिसके बाद 25 दिसंबर को इसमें दो और लोगों महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम जोड़े गए थे. वहीं, आज वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि के नाम भी एफआईआर में जोड़े गए हैं.
लगातार विवादित बयान दे रहे हैं जितेंद्र नारायण त्यागी: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया था. गाजियाबाद के डासना मंदिर में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें सनातन धर्म में शामिल कराया था. धर्म बदलने के बाद वसीम रिजवी लगातार विवादित बयान दे रहे हैं.
दरअसल, धर्म बदलने के बाद वसीम रिजवी ने कहा था कि हम इस्लाम को धर्म ही नहीं समझते हैं. मोहम्मद साहब के बनाए धर्म इस्लाम को पढ़ने के बाद और उसका आतंकी चेहरा देखने के बाद मुझे समझ में आया है कि ये कोई धर्म नहीं है. ये एक आतंकी गुट है जो 1400 साल पहले अरब में तैयार किया गया था. हर जुम्मे की नमाज़ के बाद हमारा सिर काटने के लिए कहा जाता है. मुझे मुसलमान मानने में इन्हें शर्म आती है इसलिए मैंने सनातन धर्म स्वीकार कर लिया है.
साधु-संतों पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप: हरिद्वार में तीन दिनों तक चलने वाली धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाते हुए गुलबहार नाम के एक शख्स ने हरिद्वार कोतवाली में केस दर्ज कराया था. जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी. धर्म संसद से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसके बाद इसका जमकर विरोध किया गया. बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साधु-संत कहते दिख रहे हैं कि धर्म की रक्षा के लिए वह शस्त्र उठाएंगे. वह मुस्लिम पीएम नहीं बनने देंगे. साथ ही वह मुस्लिम आबादी भी नहीं बढ़ने देंगे. वहीं साध्वी अन्नपूर्णा भी कॉपी-किताब रखकर हाथ में शस्त्र उठाने की बात कहती दिख रही हैं. धर्म की रक्षा के नाम पर साधुओं का यह विवादित भाषण तेजी से वायरल हुआ था.