ऋषिकेश: नगर निगम ऋषिकेश के कूड़ा डंपिंग ग्राउंड (Garbage dumping ground of Rishikesh) में पिछले कई दिनों आग लगी हुई है. कूड़े में लगी आग से उठने वाले जहरीले धुएं के कारण आसपास के लोगों का सांस लेना भी मुश्किल (People upset due to smoke) हो गाय है. इससे ऋषिकेश आबोहवा भी प्रदूषित हो रही है. डंपिंग ग्राउंड के आसपास रहने वाले लोग भी इससे काफी बीमार होने लगे हैं. इसके साथ ही डंपिंग ग्राउंड से बरसात के समय निकलने वाला गंदा पानी गंगा में जाता है. जिससे गंगा भी प्रदूषित हो रही है. स्थानीनय लोगों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यशैली (Questions on working pollution control board) पर भी सवाल खड़े किए हैं.
बता दें हरिद्वार रोड स्थित कई एकड़ में फैले नगर निगम के डंपिंग ग्राउंड में पिछले 1 सप्ताह से लगातार आग लग रही है. ऐसा नहीं है कि निगम प्रशासन इससे वाकिफ नहीं है. दावा है कि रोजाना आग बुझाने के लिए फायर स्टेशन को सूचित किया जा रहा है, जोकि आग को बुझा भी रहे हैं, लेकिन फिर से आग लग रही है. आग से उठने वाला धुआं आसपास के रहने वाले लोगों किए लिए अधिक मुसीबत बन गया है.
स्थानीय निवासी पंकज गुप्ता ने बताया नगर निगम के डंपिंग ग्राउंड में पिछले काफी समय से आग लग रही है, जिसकी वजह से डंपिंग ग्राउंड से निकलने वाला धुआं लोगों को परेशान कर रहा है. उन्होंने कहा यह कैंसर का रूप ले रहा है. डंपिंग ग्राउंड के आसपास रहने वाले लोग काफी बीमार होने लगे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा डंपिंग ग्राउंड से बरसात के समय निकलने वाला गंदा पानी गंगा में जाता है, जिससे गंगा भी प्रदूषित होती है. पंकज गुप्ता ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं.
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धुएं से होने वाली बीमारियां: डंपिंग ग्राउंड में जमा कूड़े में आग लगने के बाद उससे उठ रहा धुआं आसपास रहने वाले लोगों को बीमार कर सकता है. इससे, कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. मसलन, दमा, आंख और स्कीन एलर्जी, प्रेग्नेंट महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे के ग्रोथ को भी यह धुआं प्रभावित कर सकता है. बुजुर्ग और पहले से फेंफड़ों के मरीज परेशानी भी बढ़ सकती है. लंबे समय तक प्रदूषित हवा में सांस लेने से जान को भी खतरा हो सकता है.
क्या कहते हैं नगर आयुक्त: डंपिंग ग्राउंड में आग बुझाने के बाद फिर से आग लगने को लेकर जांच बैठाई गई है. शनिवार सुबह तक सफाई निरीक्षकों को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए थे. इसमें बाहरी व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती है, तो कोतवाल पुलिस को कार्रवाई के लिए शिकायत दी जाएगी. निगम से संबंधित मामला सामने आता है, तो संबंधित के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.
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कहां है प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ?: नगर के हरिद्वार रोड स्थित कूड़ा डंपिंग ग्राउंड में आग लगने की वजह से ऋषिकेश की हवा दूषित होती जा रही है. ऋषिकेश में लगातार प्रदूषण फैल रहा है. इतना सब कुछ होने के बावजूद भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आंखें बंद किए हुए बैठा है. पीसीबी के द्वारा कोई भी कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है.
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अपंग पैदा हो सकते हैं बच्चे: ऋषिकेश नगर निगम के कूड़ा डंपिंग ग्राउंड ने लगी आग की वजह से उसमें से निकलने वाला जहरीला धुंआ गर्भवती महिलाओं के लिए काफी नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है.स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग की विशेषज्ञ डॉक्टर पूजा ने बताया की धुएं की वजह गर्भवती महिलों के पेट में पल रहे बच्चे को काफी नुकसान पहुंच सकता है. यहां तक कि बच्चा अपंग पैदा हो सकता है. इसके साथ ही गर्भवती महिला और बच्चे दोनो को नुकसान पंहुचेगा. डॉक्टर ने बताया धुएं की वजह से बीमारी होने पर दवाएं भी अधिक खानी पड़ेंगी. जिसका असर महिला और बच्चे पर पड़ेगा.