देहरादून: एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिन विशेषज्ञों के साथ बैठक कर कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी करते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता पर रिपोर्ट मांगी. दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश जैसे कुछ राज्य कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को अनुमति दे रहे हैं.
इन सबके बीच उत्तराखंड सरकार ने पिछले महीने इस साल की कांवड़ यात्रा रद्द करने का फैसला लिया था. लेकिन, अब नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बयान से संकेत मिल रहे हैं कि राज्य सरकार इस फैसले पर पुनर्विचार भी कर सकती है.
उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर बोलते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि 'योगी आदित्यनाथ और दूसरे राज्यों के लोग कह रहे हैं कि कांवड़ यात्रा होनी चाहिए. उत्तराखंड सरकार को फैसला लेना चाहिए, ताकि तीसरी लहर को टाला जा सके.
बीते 11 जुलाई को पत्रकारों से बातचीत में सीएम धामी ने अपना रुख बदलते हुए कहा था कि 'कांवड़ यात्रा लोगों की आस्था का विषय है. उन्होंने कहा लोगों को जिंदगी गंवानी पड़े तो ये भगवान को अच्छा नहीं लगेगा. इसलिए लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है'.
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कब से है सावन
इस साल सावन का महीना 23 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है. परंपरागत रूप से इसके बाद प्रमुख तिथियों पर शिवभक्त गंगा या अन्य प्रमुख नदियों से जल लाकर प्रमुख शिव मंदिरों पर अर्पित करते रहे हैं. इसे कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) कहा जाता है. पिछले साल कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह यात्रा स्थगित कर दी गई थी.