ETV Bharat / state

रिकवर हुए मरीजों से टला नहीं कोरोना का खतरा!, स्वास्थ्य विभाग ने किया तलब

कोरोना से रिकवर मरीजों पर अब भी खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में दून अस्पताल कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को जांच के लिए दोबारा अस्पताल बुला रहा है.

Uttarakhand Corona Virus
कोरोना से रिकवर मरीजों पर दोबारा खतरा!
author img

By

Published : Nov 1, 2020, 3:31 PM IST

Updated : Nov 1, 2020, 6:37 PM IST

देहरादून: कोरोना मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग में मंथन शुरू हो गया है. स्वास्थ्य विभाग कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को दोबारा अस्पताल बुला रहा हैं. जहां, उनकी दोबारा से जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना से रिकवर मरीजों में अन्य बीमारियों के लक्षण देखे जा रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग उन्हें दोबारा वापस अस्पताल बुलाकर मेडिकल जांच करा रहा है.

दरअसल, दून मेडिकल अस्पताल इन दिनों उन मरीजों को ढूंढ रहा है. जो कोरोना से संक्रमित हो कर ठीक हो चुके है. जानकार कहते है कि कोरोना के इलाज के दौरान मरीज में कई अन्य बीमारियां देखने को मिली है, जिसका तुरंत इलाज आवश्यक है, नहीं तो ऐसे मरीज दोबारा कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं.

रिकवर मरीजों से टला नहीं कोरोना का खतरा!

दून मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन डिपार्टमेंट के हेड नारायण जीत का कहना है कि दून अस्पताल में मंथन चल रहा है कि कोविड पॉजिटिव मरीजों को दोबारा से बुलाकर उनका टेस्ट कराया जाएगा. जैसे कोई आईसीयू से डिस्चार्ज हुआ है और वह कमजोर है तो उनको हम दोबारा फोन कर बुला रहे हैं. अस्पताल प्रबंधन की कोशिश है कि जल्द ओपीडी शुरू की जाए, ताकि इन मरीजों को देखा जा सके. कोविड पॉजिटिव मरीज के सही होने के 15 दिनों में अगर किसी प्रकार की दिक्कत आत रही है, उसे जल्द ठीक किया जाना जरूरी है.

ये भी पढ़ें: देहरादून: कोरोना संकट के बीच 'ऑपरेशन एंबुलेंस', बेनकाब हुए कई चेहरे

नियमों का पालन करने की सलाह

त्योहार को देखते हुए डीएम देहरादून आशीष श्रीवास्तव ने त्योहारों के मद्देनजर जनपद में सभी उपजिलाधिकारी को नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी सौंपी है. देहरादून शहर के लिए एसडीएम को जिम्मेदारी दी गई है और एसडीएम ने देहरादून के मुख्य बाज़ारों के बनाये गए 20 प्वॉइंट्स पर 50 पीआरडी के जवान तैनात किए हैं, जो बाज़ारों में गाइड लाइन का पालन करवाएंगे और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे.

जिलाधिकारी ने बाजारों, मंडियों, सार्वजनिक स्थानों और विभिन्न आयोजनों, वैवाहिक समारोह में मास्क का उपयोग के साथ सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए अपील की है.

विकासनगर में बाइक रैली

पंचायत जौनसार बाबर ने विकासनगर क्षेत्र में कोरोना से बचाव को लेकर बाइक रैली निकाली है. जीवनगढ़ से लेकर डाकपत्थर, केनाल रोड, विकासनगर मंडी चौक होते हुए मुख्य बाजार तक बाइक सवारों ने लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया.

कोरोना के कारण यात्री बद्री विशाक के दर्शन से वंचित

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व सदस्य दिनकर बाबुल का कहना है कि कोरोना काल में चारधाम यात्रा के कारण यात्रियों को कोरोना का भय बना हुआ है. इसलिए चारधाम शुरू होने पर श्रद्धालु बदरीनाथ सीमित संख्या में पहुंचे हैं. लेकिन जैसे ही कोरोना संक्रमण के मामले को कम हुए तो सरकार ने दूर से दर्शन की शर्त रख दी. इससे देश विदेश से यात्रा करने आ रहे यात्रियों को मूर्ति के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के साथ श्रद्धालुओं की जो भावना थी, उसके अनुसार वहां के तीर्थ पुरोहित बड़ी आत्मीयता के साथ श्रद्धालुओं को भगवान बद्री विशाल के दर्शन करवाते थे. मगर कोरोना के चलते वह दर्शन यात्रियों को नहीं हो पा रहे हैं.

देहरादून: कोरोना मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग में मंथन शुरू हो गया है. स्वास्थ्य विभाग कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को दोबारा अस्पताल बुला रहा हैं. जहां, उनकी दोबारा से जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना से रिकवर मरीजों में अन्य बीमारियों के लक्षण देखे जा रहे हैं. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग उन्हें दोबारा वापस अस्पताल बुलाकर मेडिकल जांच करा रहा है.

दरअसल, दून मेडिकल अस्पताल इन दिनों उन मरीजों को ढूंढ रहा है. जो कोरोना से संक्रमित हो कर ठीक हो चुके है. जानकार कहते है कि कोरोना के इलाज के दौरान मरीज में कई अन्य बीमारियां देखने को मिली है, जिसका तुरंत इलाज आवश्यक है, नहीं तो ऐसे मरीज दोबारा कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं.

रिकवर मरीजों से टला नहीं कोरोना का खतरा!

दून मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन डिपार्टमेंट के हेड नारायण जीत का कहना है कि दून अस्पताल में मंथन चल रहा है कि कोविड पॉजिटिव मरीजों को दोबारा से बुलाकर उनका टेस्ट कराया जाएगा. जैसे कोई आईसीयू से डिस्चार्ज हुआ है और वह कमजोर है तो उनको हम दोबारा फोन कर बुला रहे हैं. अस्पताल प्रबंधन की कोशिश है कि जल्द ओपीडी शुरू की जाए, ताकि इन मरीजों को देखा जा सके. कोविड पॉजिटिव मरीज के सही होने के 15 दिनों में अगर किसी प्रकार की दिक्कत आत रही है, उसे जल्द ठीक किया जाना जरूरी है.

ये भी पढ़ें: देहरादून: कोरोना संकट के बीच 'ऑपरेशन एंबुलेंस', बेनकाब हुए कई चेहरे

नियमों का पालन करने की सलाह

त्योहार को देखते हुए डीएम देहरादून आशीष श्रीवास्तव ने त्योहारों के मद्देनजर जनपद में सभी उपजिलाधिकारी को नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी सौंपी है. देहरादून शहर के लिए एसडीएम को जिम्मेदारी दी गई है और एसडीएम ने देहरादून के मुख्य बाज़ारों के बनाये गए 20 प्वॉइंट्स पर 50 पीआरडी के जवान तैनात किए हैं, जो बाज़ारों में गाइड लाइन का पालन करवाएंगे और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे.

जिलाधिकारी ने बाजारों, मंडियों, सार्वजनिक स्थानों और विभिन्न आयोजनों, वैवाहिक समारोह में मास्क का उपयोग के साथ सामाजिक दूरी के नियम का पालन करते हुए कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए अपील की है.

विकासनगर में बाइक रैली

पंचायत जौनसार बाबर ने विकासनगर क्षेत्र में कोरोना से बचाव को लेकर बाइक रैली निकाली है. जीवनगढ़ से लेकर डाकपत्थर, केनाल रोड, विकासनगर मंडी चौक होते हुए मुख्य बाजार तक बाइक सवारों ने लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया.

कोरोना के कारण यात्री बद्री विशाक के दर्शन से वंचित

बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व सदस्य दिनकर बाबुल का कहना है कि कोरोना काल में चारधाम यात्रा के कारण यात्रियों को कोरोना का भय बना हुआ है. इसलिए चारधाम शुरू होने पर श्रद्धालु बदरीनाथ सीमित संख्या में पहुंचे हैं. लेकिन जैसे ही कोरोना संक्रमण के मामले को कम हुए तो सरकार ने दूर से दर्शन की शर्त रख दी. इससे देश विदेश से यात्रा करने आ रहे यात्रियों को मूर्ति के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के साथ श्रद्धालुओं की जो भावना थी, उसके अनुसार वहां के तीर्थ पुरोहित बड़ी आत्मीयता के साथ श्रद्धालुओं को भगवान बद्री विशाल के दर्शन करवाते थे. मगर कोरोना के चलते वह दर्शन यात्रियों को नहीं हो पा रहे हैं.

Last Updated : Nov 1, 2020, 6:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.