ऋषिकेश: एम्स में पैरामेडिकल छात्र भड़के हुए हैं. छात्रों का आरोप है कि एम्स प्रशासन ने उन्हें हॉस्टल में कमरे अलॉट नहीं किए हैं. जिसकी वजह से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यही नहीं एक छात्रा को कमरा देने के बाद कमरा खाली करा दिया गया है. छात्रों ने एम्स प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
छात्रों ने चेतावनी दी है यदि उनकी मांगों पर जल्द हॉस्टल में कमरा उपलब्ध नहीं कराया, तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. एम्स प्रशासन के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी है. धरने की जानकारी मिलने के बाद एम्स प्रशासन में भी हड़कंप मच गया.
ये भी पढ़ें: कैबिनेट: 29 प्रस्तावों पर मुहर, उपनलकर्मियों का मानदेय बढ़ा, आशाओं के लिए खुशखबरी
पैरामेडिकल छात्रों का आरोप है कि एक छात्रा को हॉस्टल में कमरा देने के बाद जबरदस्ती खाली करा लिया गया. महंगी फीस लेने के बाद उनको सुविधा नहीं देकर एम्स प्रशासन छात्रों का उत्पीड़न कर रहा है. इस संबंध में जब डीन को प्रार्थना पत्र दिया गया तो डीन ने प्रार्थना पत्र फाड़कर छात्रों को बैरंग लौटा दिया.
वहीं, एम्स के पीआरओ हरीश मोहन थपलियाल का कहना है कि नियमानुसार एमबीबीएस और बीएससी नर्सिंग के छात्रों को ही हॉस्टल में कमरा उपलब्ध कराया जाता है. जबकि पैरामेडिकल छात्रों के प्रोस्पेक्टस में साफ लिखा है कि उन्हें यह सुविधा नहीं दी जाएगी. यह जानकारी होने के बावजूद पैरामेडिकल के छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, यह गलत है. जिस छात्रा को कमरा देकर बाहर निकालने की बात की जा रही है, इस मामले की जांच की जाएगी.