देहरादून: 24 अप्रैल को हर साल राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है. राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर केंद्र सरकार की ओर से उत्तराखंड को बड़ी सौगात मिली है. उत्तराखंड में पंचायती राज विभाग के अधीन 3 ग्राम पंचायतों को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार के लिए चुना गया है. इसकी घोषणा आज पंचायती राज मंत्रालय की ओर से की गई है.
उत्तराखंड पंचायती राज विभाग ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से उत्तराखंड की 3 ग्राम पंचायतों को अलग-अलग पुरस्कारों के लिए चुना गया है. इन ग्राम पंचायतों को केंद्र द्वारा सम्मान राशि भी दी जानी है.
आइए आपको बताते हैं उत्तराखंड की उन ग्राम पंचायतों के बारे में, जिन्हें पुरस्कार के लिए चुना गया और कितना पुरस्कार दिया जाना है.
1. खेड़ली ग्राम पंचायत, बहादराबाद, हरिद्वार
- हरिद्वार जिले की खेड़ली ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय ग्राम गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
- ये पुरस्कार ग्राम पंचायत क्षेत्र में सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए बेहतर कार्य करने पर दिया जाता है.
- इसके तहत 10 लाख रुपये सम्मान राशि के तौर पर दिये जाते हैं.
2. केदारवाला ग्राम पंचायत, विकास नगर
- देहरादून जिले की विकासनगर तहसील के तहत पड़ने वाली केदारवाला ग्राम पंचायत को ग्राम पंचायत विकास योजना के तहत चुना गया है.
- ये पुरस्कार ग्राम पंचायत के स्तर पर ग्राम पंचायत विकास योजना को बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए देश की सर्वश्रेष्ठ पंचायतों को दिया जाता है.
- इसके तहत 5 लाख रुपये सम्मान राशि के तौर पर दिये जाते हैं.
3. बैलपड़ाव, कोटाबाग, नैनीताल
- नैनीताल जिले की बैलपड़ाव ग्राम पंचायत बाल हितैषी ग्राम पंचायत पुरस्कार के लिए चुनी गयी है.
- ये पुरस्कार ग्राम पंचायत स्तर पर बच्चों के विकास के लिए बेहतरीन वातावरण तैयार करने के लिए राज्य स्तर पर दिया जाता है.
- इसके तहत सम्मान की राशि भी 5 लाख रुपये निर्धारित की गई है.
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून जिले की ग्राम पंचायत केदारवाला को ग्राम पंचायत डेवलपमेंट अवार्ड, हरिद्वार जिले की खेड़ली ग्राम पंचायत का चयन नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार और नैनीताल जिले की बेलपड़ाव ग्राम पंचायत का चयन चाइल्ड फ्रैंडली ग्राम पंचायत पुरस्कार के लिये होने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों को बधाई दी है.
राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी राज्य के कुछ पंचायत प्रतिनिधियों से फोन पर बात कर उन्हें पंचायत राज दिवस की बधाई दी. मुख्यमंत्री ने संबंधित ग्राम पंचायतों में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों में सहयोग करने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों का आभार भी व्यक्त किया.