देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां कोरोना से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है तो वहीं, ऑक्सीजन की कमी से भी लोगों की जानें जा रही है. राज्य सरकार ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी न आए उसके लिए केंद्र सरकार से लगातार मदद मांग रही है. वहीं, रेलवे बोर्ड भी ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए अलग-अलग राज्य में ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन करते हुए राज्यों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम कर रहा है. इसी कड़ी में केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए जीवन रक्षक ऑक्सीजन एक्सप्रेस देहरादून पहुंच गयी है.
ऑक्सीजन एक्सप्रेस में 6 टैंक हैं, जिसमें करीब 120 टन ऑक्सीजन है. इसमें से 4 कंटेनर उत्तराखंड के लिए और 2 कंटेनर पंजाब भेजे जाएंगे. यह ऑक्सीजन देहरादून, कुमाऊं और गढ़वाल सप्लाई की जाएगी. इन 4 कंटेनरों में केंद्र 80 मिट्रिक टन ऑक्सीजन उत्तराखंड के लिए भेजी है.
बता दें कि, देहरादून के हर्रावाला रेलवे स्टेशन पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस करीब 9:30 बजे पहुंची, जिसका मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने स्वागत किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल का आभार व्यक्त किया.
उत्तराखंड राज्य सरकार ने भारत सरकार से ऑक्सीजन की मांग की थी जिसके बाद मंगलवार को पहली बार एक ऑक्सीजन एक्सप्रेस को टाटानगर, झारखंड से उत्तराखंड भेजा गया है. हालांकि, इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस में 20-20 टन लिक्विड ऑक्सीजन की क्षमता वाले 6 कंटेनर मौजूद हैं, जिसमें कुल 120 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन है.
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देहरादून रेलवे स्टेशन वाणिज्य कर अधिकारी एसके अग्रवाल ने बताया कि अब तक मुरादाबाद मंडल में आठ ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का आगमन हुआ है. इनमें 7 ऑक्सीजन एक्सप्रेस बरेली और एक ऑक्सीजन एक्सप्रेस देहरादून को आई है. ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के संचालन के लिए मंडल के अधिकारियों द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है. प्रथम वरीयता पर सभी ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है, जिससे ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपने गंतव्य स्थल पर जल्द पहुंच सकें.