देहरादूनः आगामी 4 अगस्त को उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा नेशनल बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाने जा रहा है. इस मौके पर एसोसिएशन की तरफ से 1 अगस्त से 7 अगस्त तक पूरे सप्ताह भर विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे. जिसमें लोगों को मुफ्त बोन मिनिरल टेस्ट, हेल्थ एजुकेशन कार्यक्रम कर जागरुकता रैली निकाली जाएगी. इस दौरान एसोसिएशन से जुड़े अस्थि रोग विशेषज्ञ मरीजों का मुफ्त इलाज करेंगे.
आर्थोपेडिक एसोसिएशन मरीजों का करेगा मुफ्त इलाज, चलाएगा अवेयरनेस कार्यक्रम
ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन आगामी 4 अगस्त को नेशनल बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है. सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों में अस्थि रोग विशेषज्ञ जरूरतमंद रोगियों का मुफ्त ऑपरेशन और हड्डियों के प्रति लोगों को जागरूक करेंगें.
अवेयरनेस कार्यक्रम
देहरादूनः आगामी 4 अगस्त को उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा नेशनल बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाने जा रहा है. इस मौके पर एसोसिएशन की तरफ से 1 अगस्त से 7 अगस्त तक पूरे सप्ताह भर विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे. जिसमें लोगों को मुफ्त बोन मिनिरल टेस्ट, हेल्थ एजुकेशन कार्यक्रम कर जागरुकता रैली निकाली जाएगी. इस दौरान एसोसिएशन से जुड़े अस्थि रोग विशेषज्ञ मरीजों का मुफ्त इलाज करेंगे.
Intro: आगामी 4 अगस्त को उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन नेशनल बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाने जा रहा है। इस मौके पर एसोसिएशन की तरफ से 1 अगस्त से 7 अगस्त तक पूरे सप्ताह भर विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं। जिसमें लोगों का मुफ्त बोन मिनिरल टेस्ट, हेल्थ एजुकेशन कार्यक्रम, अस्थियों को स्वस्थ रखने के तरीकों को बताने वाले पंपलेटों का वितरण, के साथ ही जन जागरूकता रैलियों के माध्यम से अस्थियों को मजबूत और स्वस्थ रखने के तौर तरीकों को लेकर आमजनमानस को जागरूक किया जायेगा। इस दौरान एसोसिएशन से जुड़े जाने-माने अस्थि रोग विशेषज्ञ देश भर मे जरूरतमंद रोगियों का मुफ्त आपरेशन करके उनका इलाज करेंगे।
summary- उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन आगामी 4 अगस्त को नेशनल बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों में अस्थि रोग विशेषज्ञ जरूरतमंद रोगियों का मुफ्त ऑपरेशन करेंगे और हड्डियों के प्रति लोगों को जागरूक करेंगें।
Body: इस संबंध में उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के निवर्तमान प्रेसिडेंट डॉ विमल नौटियाल ने बताया कि मजबूत हड्डियों के साथ स्वस्थ वृद्धावस्था हमारे देश के लिए बहुत जरूरी है। इस संदेश को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए एसोसिएशन पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रही है । उन्होंने कहा कि 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में से 75 प्रतिशत से अधिक वृद्धजनों मे हड्डियों की वजह से स्वास्थ्य व्यय होता है। उम्र बढ़ने पर अस्थियों में होने वाली सर्वाधिक रोग ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया है,ऐसे मे विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ऑस्टियोपोरोसिस(कमजोर हड्डियां)एक साइलेंट किलर है जिससे हस्तियां कमजोर हो जाती है और फ्रेक्चर की संभावनाएं प्रबल हो जाती है। उन्होंने बताया कि अनियमित लाइफस्टाइल होने के साथ ही कम शारीरिक क्रियाकलाप ,धूम्रपान, अत्यधिक मात्रा मे शराब का सेवन करने से शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा नहीं लेने से भी हड्डियां कमजोर होने की संभावनाएं बढ़ जाती है यदि आम जनमानस इन बातों पर गौर करें तो अस्थि रोगों से बचा जा सकता है।
बाईट- डॉ विमल नौटियाल, निवर्तमान अध्यक्ष,उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन।
Conclusion: दरअसल अस्थि रोगों से बचने के लिए दैनिक खानपान मे कम से कम 1000 मिलीग्राम कैल्शियम लेना जरूरी है। इसके साथ ही शरीर में विटामिन डी लेवल की जांच समय-समय पर करानी चाहिए। अस्थि रोग विशेषज्ञों की माने तो प्रत्येक व्यक्ति को दैनिक जीवनचर्या में शारीरिक श्रम करना जरुरी है, धूम्रपान और शराब का सेवन करने वालों में अस्थि रोग की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।
summary- उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन आगामी 4 अगस्त को नेशनल बोन एंड ज्वाइंट दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रमों में अस्थि रोग विशेषज्ञ जरूरतमंद रोगियों का मुफ्त ऑपरेशन करेंगे और हड्डियों के प्रति लोगों को जागरूक करेंगें।
Body: इस संबंध में उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के निवर्तमान प्रेसिडेंट डॉ विमल नौटियाल ने बताया कि मजबूत हड्डियों के साथ स्वस्थ वृद्धावस्था हमारे देश के लिए बहुत जरूरी है। इस संदेश को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए एसोसिएशन पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रही है । उन्होंने कहा कि 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में से 75 प्रतिशत से अधिक वृद्धजनों मे हड्डियों की वजह से स्वास्थ्य व्यय होता है। उम्र बढ़ने पर अस्थियों में होने वाली सर्वाधिक रोग ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया है,ऐसे मे विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक ऑस्टियोपोरोसिस(कमजोर हड्डियां)एक साइलेंट किलर है जिससे हस्तियां कमजोर हो जाती है और फ्रेक्चर की संभावनाएं प्रबल हो जाती है। उन्होंने बताया कि अनियमित लाइफस्टाइल होने के साथ ही कम शारीरिक क्रियाकलाप ,धूम्रपान, अत्यधिक मात्रा मे शराब का सेवन करने से शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा नहीं लेने से भी हड्डियां कमजोर होने की संभावनाएं बढ़ जाती है यदि आम जनमानस इन बातों पर गौर करें तो अस्थि रोगों से बचा जा सकता है।
बाईट- डॉ विमल नौटियाल, निवर्तमान अध्यक्ष,उत्तरांचल ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन।
Conclusion: दरअसल अस्थि रोगों से बचने के लिए दैनिक खानपान मे कम से कम 1000 मिलीग्राम कैल्शियम लेना जरूरी है। इसके साथ ही शरीर में विटामिन डी लेवल की जांच समय-समय पर करानी चाहिए। अस्थि रोग विशेषज्ञों की माने तो प्रत्येक व्यक्ति को दैनिक जीवनचर्या में शारीरिक श्रम करना जरुरी है, धूम्रपान और शराब का सेवन करने वालों में अस्थि रोग की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।