देहरादूनः ईटीवी भारत की ख़बर का असर हुआ है. बता दें कि बीते दिनों रजनीश नाम के शख्स ने ने ईटीवी भारत को जानकारी दी थी कि उन्होंने मैक्स अस्पताल की ओर से लगाए जा रहे पेड वैक्सीनेशन कैंप में 4 जून का स्लॉट बुक किया था. लेकिन वह किसी कारणवश वैक्सीन लगाने नहीं जा पाए. जिसके बाद उन्होंने वैक्सीनेशन के लिए रीशेड्यूल किया तो उन्हें पता चला कि उनके नाम पर किसी और को वैक्सीन लगा दी गई है.
जिसके बाद रजनीश कुमार ने ईटीवी भारत के माध्यम से जिला प्रशासन और राज्य सरकार से इस मामले पर कार्रवाई करने की मांग की थी. लिहाजा ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं. इसके लिए नगर मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान को जांच अधिकारी बनाया गया है.
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इस संबंध में नगर अधिकारी कुसुम चौहान ने कहा इस मामले में जिस किसी भी व्यक्ति को कुछ कहना है. वह मौखिक या लिखित रूप से 21 जून तक नगर मजिस्ट्रेट देहरादून में उपस्थित होकर अपने साक्ष्य प्रस्तुत कर सकते हैं.
ये था मामला
देहरादून के रहने वाले रजनीश कुमार ने 4 जून को मैक्स हॉस्पिटल द्वारा लगाए गए पेड वैक्सीनेशन कैंप में स्लॉट बुक कराया था, लेकिन वे किसी कारणवश वैक्सीन लगाने नहीं जा पाए. जब उन्होंने बुक किए गए स्लॉट को रीशेड्यूल करना चाहा तो उन्हें पता चला कि उनके नाम पर किसी और को वैक्सीन लगा दी गई है. साथ ही उसका सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया गया है. ऐसे में अब वह दोबारा वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगा सकते हैं, क्योंकि कोविन पोर्टल (cowin portal) के अनुसार उनको वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है.