देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन की शुरुआत विपक्ष के हंगामे से हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने महंगाई के मुद्दे पर सदन में नियम 310 के तहत चर्चा कराने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया. बढ़ती महंगाई की तख्तियां और गैस सिलेंडर के पोस्टर तक विपक्षी विधायकों ने सदन स्पीकर को दिखाए. हालांकि, विपक्षी विधायकों के हंगामे के दौरान जब विधानसभा अध्यक्ष ने नियम 58 के तहत प्रमुखता से सुनने की मंजूरी दे दी. वहीं, इस विधानसभा सत्र में विधायक चंद्रा पंत भी शामिल हुई.
सत्र के पहले दिन सदन में सात अध्यादेश, आठ याचिकाएं और 5 बिंदुओं पर नियम 58 के तहत चर्चा की गई. पहले दिन सदन की कार्यवाही शुरुआती दौर में शांतिपूर्ण तरीके से नहीं शुरू हो पाई. हालांकि, कुछ देर के हंगामे के बाद प्रश्नकाल शुरू हो गया. विपक्ष ने जहां महंगाई को लेकर नियम 310 के तहत चर्चा करने की मांग को लेकर न सिर्फ सदन में जमकर हंगामा किया, बल्कि वेल में जाकर भी विपक्ष ने महंगाई को लेकर विरोध किया. विधानसभा अध्यक्ष ने महंगाई के मुद्दे को नियम 58 के तहत चर्चा की मंजूरी दे दी, जिसके बाद विपक्ष शांत हुआ.
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि प्रश्नकाल के दौरान एक बार फिर रिकॉर्ड बना है और सभी प्रश्नों के विस्तृत जवाब प्रश्नकाल के दौरान आए हैं. साथ ही पिथौरागढ़ उपचुनाव जीतकर आई विधायक चंद्रा पंत पहली बार विधानसभा की कार्यवाही का हिस्सा बनी.
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उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है. कुल 11 विधेयक सदन के पटल पर रखे जाएंगे. गौरतलब है कि उत्तराखंड विधानसभा के इस शीतकालीन सत्र में 833 सवाल के उत्तर अपेक्षित हैं. सदन के पहले ही दिन से सत्र की हंगामेदार शुरुआत हुई. सत्र की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने महंगाई का मुद्दा उठाया. प्रश्नकाल रोककर विपक्ष ने इस पर चर्चा की मांग रखी.
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि सत्ता पक्ष ने विपक्ष के सभी सवाल के जबाव दिये हैं. नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश का कहना है कि आम जनता बढ़ती महंगाई से परेशान है. आर्थिक स्थिति खराब और रोजगार न होने के चलते लोग परेशान हैं. ऊपर से महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़कर रख दी है.