देहरादून: उत्तराखंड सरकार की कैबिनेट बैठक में लिए गए 12 महत्वपूर्ण निर्णय पर विपक्ष से निशाना साधते हुए इसे खोदा पहाड़ निकली चुहिया बताया है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि जब भी आपदा या महामारी के दौरान किसी प्रदेश में कैबिनेट बैठक होती है, तो उस समय जनता की निगाहें कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णयों पर टिकी रहती है. उन्हें उम्मीद होती है कि सरकार की तरफ से उन्हें कोई राहत जरूर मिलेगी.
लोगों को उम्मीद होती है कि सरकार उन्हें कोई राहत पैकेज देने वाली है. उन्होंने कहा कि इस संकट काल में लाखों युवाओं ने अपने रोजगार खो दिया है. उनके सामने आजीविका का संकट पैदा हो गया है तो वहीं चारधाम यात्रा भी निरस्त कर दी गई है. पर्यटन और चारधाम यात्रा पर निर्भर रहने वाले टैक्सी चालकों को आजीविका चलाना मुश्किल हो गया है.
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प्रदेश में उद्योग और पर्यटन से जुड़े लोग 2 जून की रोटी के मोहताज हो गए हैं, ऐसे में सरकार ने कैबिनेट बैठक में जुर्माना कहां लेना है और किधर लेना है इस पर ज्यादा ध्यान दिया.