ETV Bharat / state

उत्तराखंड: RTO में धूल फांक रही पुरानी फाइलें होंगी डिजिटलाइज्ड, लोगों का बचेगा समय

उत्तराखंड परिवहन विभाग ने पुरानी फाइलों का डाटा ऑनलाइन सेव करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है. जिसमें सभी पुरानी फाइलों को स्कैन कर अपलोड किया जाएगा.

RTO
उत्तराखंड परिवहन विभाग
author img

By

Published : Dec 19, 2020, 8:09 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड परिवहन विभाग एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है. जिसके तहत अब प्रदेश के सभी जनपदों के आरटीओ (संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालयों) में सालों से धूल फांक रही पुरानी फाइलों का डाटा ऑनलाइन रिकॉर्ड किया जाएगा. इसकी शुरुआत दिसंबर महीने के आखिरी सप्ताह में देहरादून आरटीओ कार्यालय से की जाएगी.

दरअसल, परिवहन विभाग ने पुरानी फाइलों का डाटा ऑनलाइन सेव करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है. जिसमें सभी पुरानी फाइलों को स्कैन कर अपलोड किया जाएगा. प्रदेश में अलग-अलग कार्यालयों में इस समय करीब ऐसी 50 लाख पुरानी फाइलें पड़ी हुई है. जिनका अब तक किसी तरह का कोई ऑनलाइन रिकॉर्ड नहीं है. ऐसे में कई बार परिवहन विभाग के कर्मचारियों को फाइल तलाशने में काफी मुश्किल होती है. वहीं, इसकी वजह से आम आदमी का समय खराब होता वो अलग.

पढ़ें- लापरवाही पर नपा ISBT चौकी प्रभारी, डीजीपी के आदेश पर लाइन हाजिर

ईटीवी भारत से बात करते हुए परिवहन उपायुक्त उत्तराखंड संगत कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश भर के सभी आरटीओ दफ्तरों में कुल 50 लाख से ज्यादा फाइलें है. इन 50 लाख में करीब से पांच से दस लाख फाइल तो केवल देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर, और नैनीताल जिले में ही है. इस तरह अगर रजिस्ट्रेशन और परमिट की फाइलों के पन्नों की बात करें तो 5 करोड़ से ज्यादा पन्ने इन फाइलों में है. जिसका स्कैन कर ऑनलाइन डाटाबेस तैयार किया जाएगा.

बता दें कि ऑनलाइन डाटाबेस तैयार करने का यह प्रोजेक्ट 2 सालों का है. जिसके तहत वर्तमान में देहरादून दफ्तर में मौजूद पुरानी फाइलों का डाटा ऑनलाइन रिकॉर्ड किया जाएगा. वहीं, जल्द ही प्रदेश के अन्य आरटीओ दफ्तरों में भी ऑनलाइन डाटा रिकॉर्ड करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही आम उपभोक्ताओं के लिए भी एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा. जिसकी मदद से आम उपभोक्ता खुद ही अपने वाहन के कागजात ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगे.

देहरादून: उत्तराखंड परिवहन विभाग एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है. जिसके तहत अब प्रदेश के सभी जनपदों के आरटीओ (संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालयों) में सालों से धूल फांक रही पुरानी फाइलों का डाटा ऑनलाइन रिकॉर्ड किया जाएगा. इसकी शुरुआत दिसंबर महीने के आखिरी सप्ताह में देहरादून आरटीओ कार्यालय से की जाएगी.

दरअसल, परिवहन विभाग ने पुरानी फाइलों का डाटा ऑनलाइन सेव करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है. जिसमें सभी पुरानी फाइलों को स्कैन कर अपलोड किया जाएगा. प्रदेश में अलग-अलग कार्यालयों में इस समय करीब ऐसी 50 लाख पुरानी फाइलें पड़ी हुई है. जिनका अब तक किसी तरह का कोई ऑनलाइन रिकॉर्ड नहीं है. ऐसे में कई बार परिवहन विभाग के कर्मचारियों को फाइल तलाशने में काफी मुश्किल होती है. वहीं, इसकी वजह से आम आदमी का समय खराब होता वो अलग.

पढ़ें- लापरवाही पर नपा ISBT चौकी प्रभारी, डीजीपी के आदेश पर लाइन हाजिर

ईटीवी भारत से बात करते हुए परिवहन उपायुक्त उत्तराखंड संगत कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश भर के सभी आरटीओ दफ्तरों में कुल 50 लाख से ज्यादा फाइलें है. इन 50 लाख में करीब से पांच से दस लाख फाइल तो केवल देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर, और नैनीताल जिले में ही है. इस तरह अगर रजिस्ट्रेशन और परमिट की फाइलों के पन्नों की बात करें तो 5 करोड़ से ज्यादा पन्ने इन फाइलों में है. जिसका स्कैन कर ऑनलाइन डाटाबेस तैयार किया जाएगा.

बता दें कि ऑनलाइन डाटाबेस तैयार करने का यह प्रोजेक्ट 2 सालों का है. जिसके तहत वर्तमान में देहरादून दफ्तर में मौजूद पुरानी फाइलों का डाटा ऑनलाइन रिकॉर्ड किया जाएगा. वहीं, जल्द ही प्रदेश के अन्य आरटीओ दफ्तरों में भी ऑनलाइन डाटा रिकॉर्ड करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. इसके साथ ही आम उपभोक्ताओं के लिए भी एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा. जिसकी मदद से आम उपभोक्ता खुद ही अपने वाहन के कागजात ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.