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मानसून में आसमान से बरसी 'आफत', आपदा में हुआ करोड़ों का नुकसान, केंद्र से एक हजार करोड़ की दरकार

इस बार मानसून सीजन में उत्तराखंड में जमकर बारिश हुई. जिसमें सैकड़ों करोड़ का नुकसान हुआ है. इस नुकसान की भरपाई के लि शासन को भारत सरकार से एक हजार करोड़ की दरकार है.

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मानसून में आसमान से बरसी 'आफत'
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 4, 2023, 5:47 PM IST

Updated : Sep 4, 2023, 6:00 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता कम होने के बाद आपदा से हुए नुकसान की तस्वीर स्पष्ट होने लगी है. इस सीजन मानसून के दौरान सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. आंकलन के अनुसार, अभी तक 1335 करोड़ रुपए का नुकसान उत्तराखंड को हुआ है. ऐसे में अब सरकार, भारत सरकार से आस लगाए बैठी है कि भारत सरकार इस आपदा से हुए नुकसान की भरपाई में सहायता करेगी.

उत्तराखंड राज्य अपनी विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते सीमित संसाधनों में सिमटा हुआ है. यही वजह है कि केंद्रीय और बाह्य वित्त सहायतित योजनाओं पर निर्भर रहना पड़ता है. ऐसे में इस मानसून सीजन में राज्य को हुए भारी नुकसान पर सरकार, केंद्र सरकार से आस लगाए बैठा है. आपदा से हुए इस नुकसान के मद्देनजर, राज्य आपदा मोचन निधि से 323 करोड़ रुपए की व्यवस्था है, लेकिन बचे करीब एक हजार करोड़ रुपए से अधिक की सहायता के लिए राज्य सरकार, जल्द ही केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने जा रही है। जिसपर शासन स्तर पर कसरत शुरू हो गई है.

पढे़ं- बागेश्वर उपचुनाव के लिए कल होगा मतदान, 1 लाख 18 हजार मतदाता तय करेंगे प्रत्याशियों का भाग्य

इस आपदा सीजन में सबसे ज्यादा नुकसान प्रदेश की सड़कों और फसलों को हुआ है. जानकारी के अनुसार, पीडब्ल्यूडी को 364.24 करोड़, पीएमजीएसवाई को 132.13 करोड़, राष्ट्रीय राजमार्ग को 52.85 करोड़, गन्ना विभाग को 464.49 करोड़, सिंचाई विभाग को 76.42 करोड़, पंचायती राज विभाग को 44.49 करोड़, शहरी विकास विभाग को 23.43 करोड़, वन विभाग को 20.41 करोड़, कृषि विभाग को 13.91 करोड़, ऊर्जा विभाग को 28.71 करोड़ समेत अन्य विभागों को नुकसान हुआ है. इसके साथ ही अभी भी नुकसान का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.

देहरादून: उत्तराखंड में मानसून की सक्रियता कम होने के बाद आपदा से हुए नुकसान की तस्वीर स्पष्ट होने लगी है. इस सीजन मानसून के दौरान सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. आंकलन के अनुसार, अभी तक 1335 करोड़ रुपए का नुकसान उत्तराखंड को हुआ है. ऐसे में अब सरकार, भारत सरकार से आस लगाए बैठी है कि भारत सरकार इस आपदा से हुए नुकसान की भरपाई में सहायता करेगी.

उत्तराखंड राज्य अपनी विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते सीमित संसाधनों में सिमटा हुआ है. यही वजह है कि केंद्रीय और बाह्य वित्त सहायतित योजनाओं पर निर्भर रहना पड़ता है. ऐसे में इस मानसून सीजन में राज्य को हुए भारी नुकसान पर सरकार, केंद्र सरकार से आस लगाए बैठा है. आपदा से हुए इस नुकसान के मद्देनजर, राज्य आपदा मोचन निधि से 323 करोड़ रुपए की व्यवस्था है, लेकिन बचे करीब एक हजार करोड़ रुपए से अधिक की सहायता के लिए राज्य सरकार, जल्द ही केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने जा रही है। जिसपर शासन स्तर पर कसरत शुरू हो गई है.

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इस आपदा सीजन में सबसे ज्यादा नुकसान प्रदेश की सड़कों और फसलों को हुआ है. जानकारी के अनुसार, पीडब्ल्यूडी को 364.24 करोड़, पीएमजीएसवाई को 132.13 करोड़, राष्ट्रीय राजमार्ग को 52.85 करोड़, गन्ना विभाग को 464.49 करोड़, सिंचाई विभाग को 76.42 करोड़, पंचायती राज विभाग को 44.49 करोड़, शहरी विकास विभाग को 23.43 करोड़, वन विभाग को 20.41 करोड़, कृषि विभाग को 13.91 करोड़, ऊर्जा विभाग को 28.71 करोड़ समेत अन्य विभागों को नुकसान हुआ है. इसके साथ ही अभी भी नुकसान का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है.

Last Updated : Sep 4, 2023, 6:00 PM IST
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