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एक फोन कॉल ने पुलिसवालों और नेता को पहुंचाया जेल

4 अप्रैल की रात ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों से पूछताछ के दौरान निगरानी टीम में शामिल होमगार्ड के मोबाइल से सिपाही ने किसी को फोन किया था. जिस कारण एक फोन कॉल से तीनों पुलिसकर्मी द्वारा बनाई गई सभी साजिश फेल हो गई.

आरोपियों को ले जाती पुलिस.
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Published : Apr 19, 2019, 3:39 PM IST

देहरादून: 4 अप्रैल को हुई लूट में तीन पुलिसकर्मी सहित एक कांग्रेसी नेता को बीती बुधवार 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इस केस में एक फोन कॉल की भूमिका सबसे मजबूत रही है.

दरअसल, 4 अप्रैल की रात ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों से पूछताछ के दौरान निगरानी टीम में शामिल होमगार्ड के मोबाइल से सिपाही ने किसी को फोन किया था. जिस कारण एक फोन कॉल से तीनों पुलिसकर्मी द्वारा बनाई गई सभी साजिश फेल हो गई.

ये है मामला
जानकारी के मुताबिक घटना 4 अप्रैल की बताई जा रही है. जहां राजपुर रोड के पास कैनाल रोड निवासी अनुरोध पंवार ने डालनवाला पुलिस में प्रॉपर्टी डीलर अनुपम शर्मा और तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल की रात उनके परिचित अनुपम शर्मा ने उन्हें पेमेंट देने राजपुर रोड़ स्थित एक क्लब में बुलाया था. वो अपनी गाड़ी से अनुपम द्वारा बताई जगह पहुंचे. जहां मैनेजर अर्जुन पंवार ने उन्हें नोटों से भरा बैग दे दिया.

वहीं, जब वह रुपए से भरा बैग लेकर क्लब से निकले तो उनके पीछे पुलिस की एक गाड़ी लग गई. जहां राजपुर रोड के मधुबन होटल के पास पुलिसवालों ने गाड़ी को ओवरटेक कर उन्हें रोक लिया. जिसके बाद वर्दीधारियों ने आचार संहिता का हवाला देते हुए गाड़ी की तलाशी शुरू की. इस दौरान नोटों से भरा बैग मिलने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें उतार कर अपनी गाड़ी में बैठने को कहा.

पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी गाड़ी में बैठाने के बाद एक वर्दीधारी ने उनको बताया कि सादी वर्दी में आईएएस अधिकारी कार में बैठे हैं. सर्वे चौक के पास पहुंचते ही पुलिसकर्मियों ने उन्हें नीचे उतार दिया और नोटों से भरा बैग छीनकर फरार हो गए. इस पूर घटनाक्रम पर अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि मामले की जांच एसटीएफ डिप्टी एसपी कैलाश पंवार को सौंप दी गई है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

अबतक ये हुई है कार्रवाई
इस मामले में STF ने तीन पुलिसकर्मियों सहित एक कांग्रेसी नेता को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार कांग्रेसी नेता अनुपम शर्मा वर्तमान में कांग्रेस महासचिव है. बुधवार को तीन पुलिसकर्मी और कांग्रेसी नेता को एसीजीएम कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने चारों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

देहरादून: 4 अप्रैल को हुई लूट में तीन पुलिसकर्मी सहित एक कांग्रेसी नेता को बीती बुधवार 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इस केस में एक फोन कॉल की भूमिका सबसे मजबूत रही है.

दरअसल, 4 अप्रैल की रात ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों से पूछताछ के दौरान निगरानी टीम में शामिल होमगार्ड के मोबाइल से सिपाही ने किसी को फोन किया था. जिस कारण एक फोन कॉल से तीनों पुलिसकर्मी द्वारा बनाई गई सभी साजिश फेल हो गई.

ये है मामला
जानकारी के मुताबिक घटना 4 अप्रैल की बताई जा रही है. जहां राजपुर रोड के पास कैनाल रोड निवासी अनुरोध पंवार ने डालनवाला पुलिस में प्रॉपर्टी डीलर अनुपम शर्मा और तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में उन्होंने बताया कि 4 अप्रैल की रात उनके परिचित अनुपम शर्मा ने उन्हें पेमेंट देने राजपुर रोड़ स्थित एक क्लब में बुलाया था. वो अपनी गाड़ी से अनुपम द्वारा बताई जगह पहुंचे. जहां मैनेजर अर्जुन पंवार ने उन्हें नोटों से भरा बैग दे दिया.

वहीं, जब वह रुपए से भरा बैग लेकर क्लब से निकले तो उनके पीछे पुलिस की एक गाड़ी लग गई. जहां राजपुर रोड के मधुबन होटल के पास पुलिसवालों ने गाड़ी को ओवरटेक कर उन्हें रोक लिया. जिसके बाद वर्दीधारियों ने आचार संहिता का हवाला देते हुए गाड़ी की तलाशी शुरू की. इस दौरान नोटों से भरा बैग मिलने पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें उतार कर अपनी गाड़ी में बैठने को कहा.

पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी गाड़ी में बैठाने के बाद एक वर्दीधारी ने उनको बताया कि सादी वर्दी में आईएएस अधिकारी कार में बैठे हैं. सर्वे चौक के पास पहुंचते ही पुलिसकर्मियों ने उन्हें नीचे उतार दिया और नोटों से भरा बैग छीनकर फरार हो गए. इस पूर घटनाक्रम पर अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कहना है कि मामले की जांच एसटीएफ डिप्टी एसपी कैलाश पंवार को सौंप दी गई है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

अबतक ये हुई है कार्रवाई
इस मामले में STF ने तीन पुलिसकर्मियों सहित एक कांग्रेसी नेता को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार कांग्रेसी नेता अनुपम शर्मा वर्तमान में कांग्रेस महासचिव है. बुधवार को तीन पुलिसकर्मी और कांग्रेसी नेता को एसीजीएम कोर्ट में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने चारों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

Intro:4 अप्रैल की रात प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पवार से हुई लूट के मामले में तीन पुलिसकर्मी सहित कांग्रेसी नेता को कल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।4 अप्रैल की रात ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों से पूछताछ के दौरान निगरानी टीम में शामिल होमगार्ड के मोबाइल से सिपाही ने किसी को फोन किया था। जिस कारण एक फोन कॉल से तीनों पुलिसकर्मी द्वारा बनाई गई सभी साजिश फेल हो गई।


Body:दरअसल 4 अप्रैल की रात को प्रॉपर्टी डीलर को रोकने के बाद आईजी गढ़वाल की गाड़ी में सवार पुलिसकर्मियों ने अपने साथ बिठा लिया था।और प्रॉपर्टी डीलर की कार सिपाही मनोज अधिकारी पीछे पीछे लेकर चल रहा था।इसी बीच जाम लगने के कारण कार चला रहा मनोज अधिकारी काफी पीछे रह गया जबकि वह अपना मोबाइल आईजी गढ़वाल की गाड़ी में ही बुलाया था। ऐसे में सिपाही मनोज को रास्ते में एक होमगार्ड से मोबाइल लेकर आगे आई जी की गाड़ी चला रहे सिपाही हिमांशु उपाध्याय को फोन किया था। होमगार्ड ने खुलासा किया कि प्रॉपर्टीडीलर अनुरोध पवार ने पुलिस को बताया था कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें सर्वे चौक पर छोड़ दिया था पुलिस ने 4 अप्रैल की रात ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी से पूछताछ शुरू की थी।


Conclusion:पुलिस की वर्दी पहनकर बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया इसमें दूर-दूर तक पुलिसकर्मियों के शामिल होने का अंदेशा नहीं था और प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पवार से नोटों से भरा बैग लूटने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। साथ ही सिपाही मनोज अधिकारी की एक कॉल ने पूरी साजिश को फेल कर दिया था। सात अप्रैल को प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पवार से लूट की शिकायत सामने आई तो एसएसपी देहरादून में आनन-फानन में तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
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