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राजधानी में सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा, हेलमेट पहनते तो शायद बच जाती जान - तीन सालों में इतने दो पहिया वाहन चालक हुए हादसों के शिकार

राजधानी में बिना हेमलेट के दोपहिया वाहन चलाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. राजधानी में प्रत्येक साल दो पहिया वाहनों पर बिना हेलमेट के सैंकड़ो की संख्या में लोगों की मौत होती है. कई लोग घायल हो जाते है. इसके बावजूद बिना हेलमेट से चलने वाले दोपहिया वाहन सवार लोग सबक नहीं ले रहे हैं.

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Published : Jan 3, 2021, 2:40 PM IST

Updated : Feb 19, 2021, 7:25 PM IST

देहरादून: कोरोना काल में जहां शासन-प्रशासन द्वारा लोगों को घरों में रहने की अपील की जा रही थी. वहीं, बीते तीन सालों में इस साल 2020 में देहरादून में सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट का घटनाएं हुई है. आपको बताते चले कि राजधानी में बिना हेमलेट के दोपहिया वाहन चलाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

जानकारी देते एसपी ट्रैफिक.

बता दें कि, राजधानी में प्रत्येक साल दो पहिया वाहनों पर बिना हेलमेट के सैकड़ों की संख्या में लोगों की मौत होती है. कई लोग घायल हो जाते है. इसके बावजूद बिना हेलमेट से चलने वाले दोपहिया वाहन सवार लोग सबक नहीं ले रहे है. हालांकि ट्रैफिक पुलिस समय-समय पर रोड सुरक्षा अभियान चलाती है. ट्रैफिक निदेशालय के आदेश के बाद सोमवार से राज्यभर में रैश ड्राइविंग और बिना हेलमेट को लेकर अभियान शुरू होने जा रहा है.

तीन सालों में इतने दो पहिया वाहन चालक हुए हादसों का शिकार

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लापरवाही से बढ़े हादसे.

पढ़ें: चौबटिया उद्यान को कृषि शोध संस्थान निदेशालय बनाने की कवायद, एकीकरण का हो रहा विरोध

कोरोना काल के करीब तीन महीने लॉकडाउन लगने के बाद सड़कों पर आवाजाही कम हुई है. लेकिन ट्रैफिक पुलिस के आकड़ों के अनुसार हर साल बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन चालकों का सड़क हादसों में मौत हो जाती है. जिसको लेकर ट्रैफिक पुलिस द्वारा हर महीने सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जाता है. जिसमे स्कूल के बच्चे भी लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन कराने के लिए जागरूक करने का काम करते है. बता दें कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा फरवरी 2020 में हेलमेट को लेकर अभियान चलाया था. अभियान में बिना हेलमेट पेट्रोल पंप पर पेट्रोल नहीं दिए जाने की बात कहीं गई थी. लेकिन ये अभियान सफल होते हुए नहीं दिखा.

वहीं, पिछले साल ट्रैफिक निदेशालय से आदेश हुए थे की दो पहिया वाहन सवार में दोनों सवारी को हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा. लेकिन आदेश आने के कुछ दिनों बाद ही लोगों ने इसका पालन नहीं किया. सड़कों पर होने वाले दो पहिया सड़क हादसों में अधिकतर मौते बिना हेलमेट के ही होती है. ट्रैफिक पुलिस की माने तो दो पहिया वाहनों में होने वाले हादसों के बाद करीब 40 प्रतिशत वाहन सवार की बिना हेलमेट के ही मौत होती है. एसपी ट्रैफिक प्रकाश चंद आर्य ने बताया की ट्रैफिक पुलिस की अपील है कि सभी लोग यातायात के सभी नियमों का पालन करे. यह आपकी सुरक्षा है.

देहरादून: कोरोना काल में जहां शासन-प्रशासन द्वारा लोगों को घरों में रहने की अपील की जा रही थी. वहीं, बीते तीन सालों में इस साल 2020 में देहरादून में सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट का घटनाएं हुई है. आपको बताते चले कि राजधानी में बिना हेमलेट के दोपहिया वाहन चलाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

जानकारी देते एसपी ट्रैफिक.

बता दें कि, राजधानी में प्रत्येक साल दो पहिया वाहनों पर बिना हेलमेट के सैकड़ों की संख्या में लोगों की मौत होती है. कई लोग घायल हो जाते है. इसके बावजूद बिना हेलमेट से चलने वाले दोपहिया वाहन सवार लोग सबक नहीं ले रहे है. हालांकि ट्रैफिक पुलिस समय-समय पर रोड सुरक्षा अभियान चलाती है. ट्रैफिक निदेशालय के आदेश के बाद सोमवार से राज्यभर में रैश ड्राइविंग और बिना हेलमेट को लेकर अभियान शुरू होने जा रहा है.

तीन सालों में इतने दो पहिया वाहन चालक हुए हादसों का शिकार

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लापरवाही से बढ़े हादसे.

पढ़ें: चौबटिया उद्यान को कृषि शोध संस्थान निदेशालय बनाने की कवायद, एकीकरण का हो रहा विरोध

कोरोना काल के करीब तीन महीने लॉकडाउन लगने के बाद सड़कों पर आवाजाही कम हुई है. लेकिन ट्रैफिक पुलिस के आकड़ों के अनुसार हर साल बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन चालकों का सड़क हादसों में मौत हो जाती है. जिसको लेकर ट्रैफिक पुलिस द्वारा हर महीने सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जाता है. जिसमे स्कूल के बच्चे भी लोगों को ट्रैफिक नियमों के पालन कराने के लिए जागरूक करने का काम करते है. बता दें कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा फरवरी 2020 में हेलमेट को लेकर अभियान चलाया था. अभियान में बिना हेलमेट पेट्रोल पंप पर पेट्रोल नहीं दिए जाने की बात कहीं गई थी. लेकिन ये अभियान सफल होते हुए नहीं दिखा.

वहीं, पिछले साल ट्रैफिक निदेशालय से आदेश हुए थे की दो पहिया वाहन सवार में दोनों सवारी को हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा. लेकिन आदेश आने के कुछ दिनों बाद ही लोगों ने इसका पालन नहीं किया. सड़कों पर होने वाले दो पहिया सड़क हादसों में अधिकतर मौते बिना हेलमेट के ही होती है. ट्रैफिक पुलिस की माने तो दो पहिया वाहनों में होने वाले हादसों के बाद करीब 40 प्रतिशत वाहन सवार की बिना हेलमेट के ही मौत होती है. एसपी ट्रैफिक प्रकाश चंद आर्य ने बताया की ट्रैफिक पुलिस की अपील है कि सभी लोग यातायात के सभी नियमों का पालन करे. यह आपकी सुरक्षा है.

Last Updated : Feb 19, 2021, 7:25 PM IST
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