देहरादून: उत्तराखंड के वन्य प्रेमियों के लिए खुशखबरी है. प्रदेश में गजराज का कुनबा बढ़ा है. जैव विविधता और वन्य जीव सम्पदा से समृद्ध देवभूमि उत्तराखंड में वन्यजीवों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. 2020 की गणना के नतीजे राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में जारी किए गए.
वन मंत्री हरक सिंह रावत ने जानकारी दी कि छह जून से आठ जून तक तीन दिन उत्तराखंड में हाथियों की गणना की गई. इसमें पाया गया कि राज्य में कुल 2026 हाथी हैं. वर्ष 2012 में 1559, जबकि 2017 में 1839 हाथी थे. इसी तरह 22 से 24 फरवरी 2020 में जलीय जीवों की गणना की गई. इसमें पाया गया कि राज्य में 451 मगरमच्छ, 77 घड़ियाल और 194 ऊदबिलाव हैं.
उत्तराखंड में हाथियों की संख्या पिछले तीन सालों में 1559 से बढ़कर 2026 हो गई है. 2017 में प्रदेश में हाथियों की संख्या 1839 थी. इसके साथ ही मगरमच्छ, घड़ियाल और ऊदबिलाव की संख्या भी घोषित किए गए हैं. उत्तराखंड में पहली बार हुई गणना के मुताबिक प्रदेश में मगरमच्छ की संख्या 451, घड़ियाल की 77 और ऊदबिलाव की संख्या 194 है.
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उत्तराखंड वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने इस बार मगरमच्छ, घड़ियाल और बर्फीले इलाकों में पाए जाने वाले ऊदबिलाव की गणना की थी. अभी तक उत्तराखंड में साल 2008 में एक मार्क में इस तरह की गणना की गई थी. लेकिन अब पूरे प्रदेश में यह गणना की गई है. वाइल्ड लाइफ की गणना के अनुसार प्रदेश में मगरमच्छों की संख्या 451, घड़ियाल की संख्या 77 और ऊदबिलाव की संख्या 194 दर्ज की गई है.