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राजधानी में डेंगू का बढ़ता जा रहा डंक, अबतक 34 हुए 'शिकार', सावधानी ही दे सकती है 'मात'

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Published : Jul 27, 2019, 5:33 PM IST

Updated : Jul 27, 2019, 6:24 PM IST

देहरादून में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. सबसे ज्यादा रायपुर क्षेत्र से मामले सामने आये हैं. किसी भी तरह के बुखार को नजरअंदाज न करें तुरन्त सरकारी अस्पताल जाएं.

डेंगू

देहरादूनः उत्तराखंड में मौसम के बदलते ही कई बीमारियों ने दस्तक दे दी है. इन्हीं में से एक जानलेवा बीमारी डेंगू का कहर भी अब बढ़ने लगा है. देहरादून में डेंगू के मरीजों की संख्या 34 तक पहुंच गई है. बरसात के इस मौसम में आपको भी सतर्क रहने की और जागरूक रहने की जरुरत है. आइए हम आपको बताते हैं कि डेंगू से कैसे बच सकते हैं.

राजधानी में डेंगू का कहर.

उत्तराखंड में मौसम पूरी तरह से बदला हुआ है. धूप की तपिश की जगह अब बारिश ने ले ली है तो वहीं मैदानी हिस्सों में अभी भी उमस के साथ-साथ बारिश लगातार बनी हुई है और इसी मौसम के चलते मैदानी इलाकों में सैकड़ों बीमारियों के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनने लगी हैं, जिनमें से एक जानलेवा बीमारी डेंगू ने भी अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए हैं.

केवल देहरादून जिले में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 34 तक पहुंच गई है. इस संख्या में पिछले कई महीनों की तुलना में इस आखिरी हफ्ते में तेजी से वृद्धि देखी गई है, जिससे साफ होता है कि अब आपको डेंगू से ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है.

देहरादून सीएमओ डॉ एस के गुप्ता ने बताया कि देहरादून में डेंगू की संख्या 34 तक पहुंच गई है, जिसमें सबसे ज्यादा रायपुर क्षेत्र से मामले सामने आये हैं. डॉ गुप्ता ने बताया कि हमे डेंगू से जागरूक रहने की सबसे ज्यादा जरुरत है, तभी हम डेंगू से दूर रह सकते हैं. अगर सतर्कता के बावजूद भी डेंगू हो जाता है तो जागरूकता के चलते आप उचित इलाज से भी जल्द बेहतरी पा सकते हैं.

डेंगू मच्छर को समझें, घबराएं नहीं

डेंगू मच्छर एक आम मच्छर की ही तरह हमारे आस-पास होता है. इससे डरने से ज्यादा इसे समझने की जरुरत है. मच्छर साफ पानी में पाया जाता है ये अमूमन हम सभी जानते हैं, लेकिन इसकी स्थिति कहां बनती है वो समझिए. आपकी छत पर बरसात से इकट्ठा हुए पानी या फिर गमलों में या फिर पक्षियों के लिए रखे पानी में इस मच्छर के होने की सबसे ज्यादा आशंका होती है.

अब इसका मतलब ये नहीं कि आप गमलों में या फिर पक्षियों के लिए पानी न रखें. इसके लिए तरीका समझिए. विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू मच्छर को अंडे से पूरा परिपक्व बनने में एक सप्ताह लगता है तो आप इसे एक सप्ताह से पहले 3-4 दिन में बदल दें.

यह भी पढ़ेंः रेलवे और परिवहन विभाग में नहीं बैठा तालमेल, ISBT शिफ्ट होगा हिल डिपो

इसके अलावा कहीं डेंगू मच्छर जमीन से ज्यादा ऊंचाई पर नहीं उड़ पाता है. मुश्किल से 1 मीटर ऊंचाई तक उड़ पाता है. आप पैरों तक कपड़े ठीक से पहनें ताकि मच्छर काट न सके. आपको चाहिए कि रुका हुए पानी अगर आपके आस-पास है तो उससे उचित दूरी बनाएं रखें.

अगर आपको डेंगू मच्छर ने काट लिया है तो बुखार जरूर आएगा. आप किसी भी तरह के बुखार को नजरअंदाज न करें तुरन्त सरकारी अस्पताल जाएं. दून अस्पताल में डेंगू के लिए हर तरह की जांच उपलब्ध है.

देहरादूनः उत्तराखंड में मौसम के बदलते ही कई बीमारियों ने दस्तक दे दी है. इन्हीं में से एक जानलेवा बीमारी डेंगू का कहर भी अब बढ़ने लगा है. देहरादून में डेंगू के मरीजों की संख्या 34 तक पहुंच गई है. बरसात के इस मौसम में आपको भी सतर्क रहने की और जागरूक रहने की जरुरत है. आइए हम आपको बताते हैं कि डेंगू से कैसे बच सकते हैं.

राजधानी में डेंगू का कहर.

उत्तराखंड में मौसम पूरी तरह से बदला हुआ है. धूप की तपिश की जगह अब बारिश ने ले ली है तो वहीं मैदानी हिस्सों में अभी भी उमस के साथ-साथ बारिश लगातार बनी हुई है और इसी मौसम के चलते मैदानी इलाकों में सैकड़ों बीमारियों के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनने लगी हैं, जिनमें से एक जानलेवा बीमारी डेंगू ने भी अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए हैं.

केवल देहरादून जिले में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 34 तक पहुंच गई है. इस संख्या में पिछले कई महीनों की तुलना में इस आखिरी हफ्ते में तेजी से वृद्धि देखी गई है, जिससे साफ होता है कि अब आपको डेंगू से ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है.

देहरादून सीएमओ डॉ एस के गुप्ता ने बताया कि देहरादून में डेंगू की संख्या 34 तक पहुंच गई है, जिसमें सबसे ज्यादा रायपुर क्षेत्र से मामले सामने आये हैं. डॉ गुप्ता ने बताया कि हमे डेंगू से जागरूक रहने की सबसे ज्यादा जरुरत है, तभी हम डेंगू से दूर रह सकते हैं. अगर सतर्कता के बावजूद भी डेंगू हो जाता है तो जागरूकता के चलते आप उचित इलाज से भी जल्द बेहतरी पा सकते हैं.

डेंगू मच्छर को समझें, घबराएं नहीं

डेंगू मच्छर एक आम मच्छर की ही तरह हमारे आस-पास होता है. इससे डरने से ज्यादा इसे समझने की जरुरत है. मच्छर साफ पानी में पाया जाता है ये अमूमन हम सभी जानते हैं, लेकिन इसकी स्थिति कहां बनती है वो समझिए. आपकी छत पर बरसात से इकट्ठा हुए पानी या फिर गमलों में या फिर पक्षियों के लिए रखे पानी में इस मच्छर के होने की सबसे ज्यादा आशंका होती है.

अब इसका मतलब ये नहीं कि आप गमलों में या फिर पक्षियों के लिए पानी न रखें. इसके लिए तरीका समझिए. विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू मच्छर को अंडे से पूरा परिपक्व बनने में एक सप्ताह लगता है तो आप इसे एक सप्ताह से पहले 3-4 दिन में बदल दें.

यह भी पढ़ेंः रेलवे और परिवहन विभाग में नहीं बैठा तालमेल, ISBT शिफ्ट होगा हिल डिपो

इसके अलावा कहीं डेंगू मच्छर जमीन से ज्यादा ऊंचाई पर नहीं उड़ पाता है. मुश्किल से 1 मीटर ऊंचाई तक उड़ पाता है. आप पैरों तक कपड़े ठीक से पहनें ताकि मच्छर काट न सके. आपको चाहिए कि रुका हुए पानी अगर आपके आस-पास है तो उससे उचित दूरी बनाएं रखें.

अगर आपको डेंगू मच्छर ने काट लिया है तो बुखार जरूर आएगा. आप किसी भी तरह के बुखार को नजरअंदाज न करें तुरन्त सरकारी अस्पताल जाएं. दून अस्पताल में डेंगू के लिए हर तरह की जांच उपलब्ध है.

Intro:summary- देहरादून में डेंगू का कहर


एंकर- उत्तराखंड में मौसम के बदलते ही कई बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है और इन्ही में से एक जानलेवा बीमारी डेंगू का कहर भी अब बढ़ने लगा है। देहरादून में डेंगू के मरीजों की संख्या 34 तक जा पहुंची है। बरसात के इस मौसम है आपको भी सतर्क रहने की और जागरूक रहने की तो आइए हम आपको बताते हैं कि आप डेंगू से कैसे बच सकते हैं।







Body:वीओ- उत्तराखंड में मौसम ने अब पूरी तरह से करवट ले ली है। अब तक हो रही धूप की तपिश की जगह ने अब बारिश ने ले ली है तो वहीं मैदानी हिस्सों में अभी भी उमस के साथ साथ बारिश लगातार बनी हुई है। और इसी मौसम के चलते मैदानी इलाकों में सैकड़ों बीमारियों के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनने लगी है जिनमे से एक जानलेवा बीमारी डेंगू ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।

केवल देहरादून जिले में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 34 तक जा पहुंची है। इस संख्या में पिछले कई महीनों की तुलना में इस आखिरी हफ्ते में तेजी से वृद्धि देखी है जिससे साफ होता है कि अब आपको डेंगू से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

देहरादून सीएमओ डॉ एस के गुप्त ने बताया कि देहरादून में डेंगू की संख्या 34 तक पहुंच चुकी है जिसमे सबसे ज्यादा रायपुर क्षेत्र से मामले सामने आया है। डॉ एसके गुप्ता ने बताया कि हमे डेंगू में जागरूक रहने की सबसे ज्यादा जरूरत है तभी हम डेंगू से दूर राह सकते हैं और अगर सतर्कता है बावजूद भी डेंगू हो जाता है तो जागरूकता के चलते आप उचित इलाज से भी जल्द बेहतरी पा सकते हो।

बाइट- डॉ एस के गुप्ता, सीएमओ देहरादून


डेंगू मच्छर को समझें, घबराएं नही---
डेंगू मच्छर एक आम मच्छर की ही तरह हमारे आस पास होता है। इससे डरने से ज्यादा इसे समझने की जरूरत है। मच्छर साफ पानी मे पाया जाता है ये अमूमन हम सभी जानते हैं लेकिन इसकी स्थिति कहा बनती है वो समझिए। आपकी छत पर बरसात से इकट्ठा हुए पानी या फिर गमलों में या फिर पक्षियों के लिए रखे पानी में इस मच्छर के होने की सबसे ज्यादा आशंका है। अब इसका मतलब ये नही कि आप गमलों में या फिर पक्षियों के लिए पानी ना रखे इसके लिए तरीका समझिए। विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू मच्छर एक को अंडे से पूरा परिपक्व बनने में एक सप्ताह लगता है तो आप इसे एक सप्ताह से पहले 3 4 दिन में बदल दें। इसके अलावा कहीं डेंगू मच्छर जमीन से ज्यादा ऊंचाई पर नही उड़ पता है, मुश्किल से 1 मीटर ऊंचाई तक उड़ पता है तो आप पैरों में कपड़े ठीक से पहने ताकि वो आप को काट ना सके। इसके अलावा डेंगू मच्छर छोटे छोटे पॉकेट्स में उसी साफ पानी के आसपास रहता है वो ज्यादा दूर तक ट्रेवल नही कर पाता है तो आपको चाहिए कि रुके हुए पानी अगर आपके आस पास है भी तो उस से उचित दूरी बनाए रखे। ओर फिर भी अगर आपको डेंगू मच्छर ने काट लिया है तो आपको पता नही चलेगा लेकिन बुखार जरूर आएगा। तो आप किसी भी तरह के भुखार को नजरअंदाज ना करें तुरन्त सरकारी अस्पताल जाएं। दून अस्पताल में डेंगू के लिए हर तरह की जांच उपलब्ध है।


Conclusion:
Last Updated : Jul 27, 2019, 6:24 PM IST
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