देहरादून: चुनाव की तरीखों का एलान हो चुका है. ऐसे में राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. राफेल मामले में दस्तावेज चोरी होने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. इसी मामले को लेकर कांग्रेस का छात्र संगठन एनएसयूआई थाने पहुंचा और राफेल विमान के दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी होने के संबंध में डालनवाला थाने में शिकायत की.
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एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी का कहना है कि भारत सरकार भारतीय वायुसेना के लिए राफेल विमान खरीदने जा रही है, लेकिन राफेल विमान डील को लेकर केंद्र सरकार पर शुरू से ही भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे है. प्रधानमंत्री ने अपने मित्र को फायदा पहुंचाने के लिए राफेल सौदे में फेरबदल किया था.
अब जब सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में यह बात कही कि सौदे के दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गए तो इससे लगता है कि प्रधानमंत्री को बचाने के लिए यह चोरी करवाई गई है. इस डील में पीएम मोदी का सीधा हाथ है. क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा अत्यंत गंभीर मामला है. ऐसे में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन इस मामले में चोरी की एफआईआर लिखवाना चाहती है.
हालांकि, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष की पुलिस से आचार संहिता उल्लंघन को लेकर तीखी नोकझोंक भी हुई. इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष ने अपनी सफाई मे कहा कि किसी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराना आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में नहीं आता है.