देहरादून: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस पार्टी का सहयोगी छात्र संगठन एनएसयूआई सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गया है. जेईई मेंस पेपर लीक होने और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में 56 पदों पर हुई गुपचुप नियुक्ति के विरोध में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करके अपना आक्रोश व्यक्त किया है. प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार और उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला दहन कर अपनी नाराजगी व्यक्त की.
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी के नेतृत्व में प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने उत्तराखंड उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और केंद्रीय उच्च शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की. मोहन भंडारी ने कहा केंद्र सरकार युवाओं को रोजगार तो नहीं दे पा रही है, लेकिन बेरोजगारों के साथ छलावा जरूर कर रही है.
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उन्होंने कहा एक तरफ केंद्रीय शिक्षा मंत्री जेईई जैसी प्रतिष्ठित परीक्षा करवाने में नाकाम साबित हो रहे हैं. वहीं, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री अपने चहेतों को गुपचुप तरीके से नौकरी दे रहे हैं. केंद्र और राज्य सरकार छात्रों व युवाओं के सपनों को कुचलने का काम कर रही है. जिस कारण आज प्रदेश का युवा सड़क पर आने को मजबूर है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दोनों मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज करते हुए मंत्रियों के आवासों के बाहर प्रदर्शन किए जाएंगे.
बता दें कि आज जेईई मेंस परीक्षा का पेपर लीक होने और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में गुपचुप तरीके से हुई नियुक्तियों के खिलाफ एनएसयूआई सड़कों पर उतर गई. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने घंटाघर तक मार्च निकालकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए अपना विरोध दर्ज कराया.