देहरादून: केंद्रीय कृत योजना के तहत दिए जाने वाले मिड-डे मील पर विभिन्न शिकायतें आने और सुझाव मांगे जाने के बाद आखिरकार शिक्षा विभाग ने इस पर अंतिम फैसला ले लिया है. ताजा निर्णय के अनुसार अब स्कूली छात्रों को राष्ट्रीय अवकाश के दिन भी मिड-डे मील दिया जाना अनिवार्य होगा.
उत्तराखंड के कुछ जिलों में राष्ट्रीय छुट्टियों के दिन मिड-डे मील न दिए जाने के मामले सामने आने के बाद इस पर चर्चा तेज हो गई कि क्या इन छुट्टियों पर भी छात्रों को मध्यान भोजन दिया जाना आवश्यक है. जानकारी के अनुसार हरिद्वार जिले में कुछ स्कूलों के शिक्षकों ने मध्यान भोजन के बदले छात्रों को मिठाई बांट दी. सामने आ रहे ऐसे ही मामलों को देखते हुए शिक्षक संगठनों ने भी विभागीय अधिकारियों से इसके मद्देनजर जरूरी दिशा-निर्देश मांगे. इन तमाम चीजों पर अब विभागीय अधिकारियों ने अंतिम फैसला लिया है.
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दरअसल, केंद्र सरकार ने भी यह साफ किया था कि मध्यान भोजन के बदले कुकिंग कॉस्ट को मिठाई देने के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता. इन्हीं चीजों को देखते हुए राज्य में भी अब आदेश जारी करते हुए राष्ट्रीय छुट्टियों में भी मध्यान भोजन देने की अनिवार्यता कर दी है. 15 अगस्त, 26 जनवरी या 2 अक्टूबर के दिन स्कूलों में मध्यान भोजन को लेकर असमंजस की स्थिति अब आदेश के बाद स्पष्ट हो गयी है.