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दून रेलवे स्टेशन पर वाहन पार्किंग ठेका में नहीं किसी को रुचि, रेलवे का हर प्रयास फेल - उत्तराखंड की खबर

पिछले एक साल से रेलवे स्टेशन पर बनी दोपहिया पार्किंग निशुल्क चल रही है. जिससे रेलवे प्रबंधन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.

रेलवे स्टेशन पर वाहन पार्किंग का ठेका लेने को नहीं कोई तैयार
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Published : Oct 17, 2019, 8:27 PM IST

देहरादून: देहरादून रेलवे स्टेशन पर बनी दुपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए इस साल भी कोई ठेकेदार नहीं मिला. हलांकि, इसके लिए एक साल में तीन बार ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया हुई लेकिन तीनों बार टेंडर में एक भी ठेकेदार नहीं मिल सका. इसके चलते एक साल से रेलवे स्टेशन की पार्किंग निशुल्क चल रही है. ऐसे में रेलवे स्टेशन प्रशासन को राजस्व नहीं मिल पा रहा है.

रेलवे स्टेशन पर वाहन पार्किंग का ठेका लेने को नहीं कोई तैयार

बता दें कि, पिछले एक साल से रेलवे स्टेशन पर बनी दोपहिया पार्किंग निशुल्क चल रही है. जिससे रेलवे प्रबंधन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. पार्किंग का ठेका देने के लिए रेलवे प्रबंधन ने कई प्रयास किए. यहां तक की मंडल स्तर पर तीन बार टेंडर मांगे गए, पहला टेंडर 18 जून, दूसरा 26 जुलाई और 30 अक्टूबर को निकाला किया. लेकिन एक भी ठेकेदार ने आवेदन नहीं किया.

रेलवे स्टेशन डारेक्टर गणेश चंद ठाकुर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर दोपहिया पार्किंग के लिए एक साल में तीन बार टेंडर निकल चुका है, लेकिन तीनों बार कोई भी ठेकेदार नहीं मिल सका है. जिसके चलते इस बार दोबारा ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी. उनका कहना है कि पार्किंग न होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है साथ राजस्व में भी कमी आ रही है.

देहरादून: देहरादून रेलवे स्टेशन पर बनी दुपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए इस साल भी कोई ठेकेदार नहीं मिला. हलांकि, इसके लिए एक साल में तीन बार ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया हुई लेकिन तीनों बार टेंडर में एक भी ठेकेदार नहीं मिल सका. इसके चलते एक साल से रेलवे स्टेशन की पार्किंग निशुल्क चल रही है. ऐसे में रेलवे स्टेशन प्रशासन को राजस्व नहीं मिल पा रहा है.

रेलवे स्टेशन पर वाहन पार्किंग का ठेका लेने को नहीं कोई तैयार

बता दें कि, पिछले एक साल से रेलवे स्टेशन पर बनी दोपहिया पार्किंग निशुल्क चल रही है. जिससे रेलवे प्रबंधन को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. पार्किंग का ठेका देने के लिए रेलवे प्रबंधन ने कई प्रयास किए. यहां तक की मंडल स्तर पर तीन बार टेंडर मांगे गए, पहला टेंडर 18 जून, दूसरा 26 जुलाई और 30 अक्टूबर को निकाला किया. लेकिन एक भी ठेकेदार ने आवेदन नहीं किया.

रेलवे स्टेशन डारेक्टर गणेश चंद ठाकुर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर दोपहिया पार्किंग के लिए एक साल में तीन बार टेंडर निकल चुका है, लेकिन तीनों बार कोई भी ठेकेदार नहीं मिल सका है. जिसके चलते इस बार दोबारा ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी. उनका कहना है कि पार्किंग न होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है साथ राजस्व में भी कमी आ रही है.

Intro:देहरादून रेलवे स्टेशन पर बनी दुपहिया वाहनो की पार्किंग को पिछले एक साल से कोई भी ठेकेदार लेने वाला नही मिल रहा है।हलांकि दुपहिया वाहन पार्किंग की पिछले एक साल में तीन बार ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया हुई लेकिन तीनो बार टेंडर में एक भी ठेकेदार पार्किंग को नही मिल सका।जिस कारण एक साल से रेलवे स्टेशन की पार्किंग निशुल्क चल रही है।जिस कारण पिछले एक साल से रेलवे स्टेशन प्रशासन को राजस्व की कमी भी हो रही है।वही माना जा रहा है कि टेंडर नही उठने का सबसे बड़ा कारण वाहन पार्किंग का किराया बहुत ही कम है,साथ ही डिजिटल पेमेंट,बिलिंग ओर ओवर चार्ज न करने की शर्त रखी जा रही है।


Body:पिछले 1 साल से रेलवे स्टेशन बना बनी दोपहिया पार्किंग निशुल्क चल रही है।जिसमें रेलवे प्रबंधन को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।ऐसा नहीं है कि पार्किंग का ठेका देने के लिए रेलवे प्रबंधन ने प्रयास नहीं किया रेलवे प्रबंधन ने पार्किंग का ठेका देने के लिए मंडल स्तर पर तीन बार टेंडर मांगे पहला टेंडर 18 जून दूसरा 26 जुलाई और 30 अक्टूबर को निकाला किया लेकिन एक भी ठेकेदार ने आवेदन नहीं किया लेकिन 300 वहां खड़े हो सकते हैं।वही यह भी माना जा रहा है की पार्किंग का ठेका 10 लाख 90 हज़ार होने से काफी ही महंगा भी पड़ रहा है।


Conclusion:रेलवे स्टेशन डारेक्टर गणेश चंद ठाकुर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर दोपहिया पार्किंग की 633sq मीटर एरिया है।इसका पिछले एक साल से तीन बार टेंडर निकल चुका है,लेकिन तीनों पर कोई भी ठेकेदार नही मिल सका है तो इसके लिए दोबारा ऑनलाइन टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी।साथ ही बताया कि टेंडर न होने का का सबसे बड़ा कारण रेलवे प्रशासन के सख्त नियमो के कारण ओवर चार्जिंग नही हो सकता है ओर अगर कोई ओवर चार्ज लेता है तो काफी भारी जुर्माने का नियम है।और रेलवे स्टेशन की पार्किंग का किराया बहुत ही कम है।वही पार्किंग न होने के कारण यात्रियों को काफी समस्या आ रही है साथ ही राजस्व में भी बहुत कमी हो रही है।

बाइट-गणेश चंद ठाकुर(डारेक्टर,रेलवे स्टेशन)
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