देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए संक्रमण की रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए हैं. इसमें एक तरफ इन नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी कोरोना प्रसार को रोकने से जुड़े कार्यो को संपादित करना होगा तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य सुविधाओं पर निगरानी रखना भी होगा.
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान आज कई मामलों पर चर्चा की गई. इस दौरान कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए और मौजूदा स्थितियों पर निगरानी रखने के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती करने का भी निर्णय लिया गया. इस कड़ी में प्रभारी सचिव नीरज खैरवाल को प्रदेश में ऑक्सीजन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में बिजली की आपूर्ति बेहतर तरीके से सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी गई है. विनोद कुमार सुमन सचिव प्रभारी को नगर निकायों में सैनिटाइजेशन और सफाई व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी तैनात किया गया है.
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प्रभारी सचिव हरीश चंद्र सेमवाल प्रभारी सचिव को प्रदेश में लौट रहे प्रवासियों के लिए जरूरत के हिसाब से ग्रामीण क्वारंटाइन सेंटर स्थापित करने समेत साफ-सफाई और खाद्य सामग्री की आपूर्ति करने जैसी जिम्मेदारी दी गई है. उन्हें इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है.
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इसके अलावा सचिव गृह भी अपने स्तर से पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित करेंगे. इसमें सभी निजी और सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में कोविड-19 के देखते हुए भीड़ इकट्ठी ना हो और पर्याप्त सुरक्षा की समीक्षा के लिए अधिकारी नामित होंगे.
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बाजारों और भीड़भाड़ वाले स्थानों में कोरोना के नियमों के पालन करवाने, प्रदेश में आने वाले यात्रियों और प्रवासियों को लेकर एसओपी का पालन करवाने, होम आइसोलेशन और कोविड केयर के सेंटरों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित दिशा निर्देश का पालन करवाने के लिए भी अधिकारी नामित किए जाएंगे. साथ ही यह आदेश भी जारी किए गए हैं कि इस संबंधित नोडल अधिकारी हर दिन सचिव आपदा प्रबंधन को प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे.