विकासनगर: कालसी ब्लॉक का कोटी कॉलोनी लगभग 50 से 60 गांवों का केंद्र बिंदु है, बावजूद इसके यहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं की कोई व्यवस्था सरकार और विभाग द्वारा नहीं की गई है. बता दें कि क्षेत्र में कोटी देव द्वारा निर्मित एक चिकित्सालय बंद पड़ा है.
ग्रामीणों का कहना है कि कई वर्षों पूर्व सिंचाई विभाग द्वारा इसे संचालित किया जाता रहा था लेकिन अब यह चिकित्सालय बंद पड़ा है. ग्रामीणों द्वारा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार को कोटी कॉलोनी में अस्पताल खोलने की मांग की गई थी. अस्पताल खोलने की मांग के बाद आनन-फानन में कोटी कॉलोनी में डॉक्टर की तैनाती दर्शाई गई, लेकिन तैनाती नहीं हुई
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कोटी गांव निवासी खजान सिंह ने बताया कि कोटी कॉलोनी में एक अस्पताल तो है, लेकिन अभी तक वहां कोई भी स्टाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर वहां स्टाफ होता तो उन्हें विकासनगर की दौड़ नहीं लगानी पड़ती. उन्होंने बताया कि पैर में इन्फेक्शन होने के कारण उन्हें 23 दिनों तक विकासनगर में ही रहना पड़ा, वहीं इलाज कराना पड़ा. आगे खजान सिंह कहते है कि वर्तमान में एक पट्टी कराने के लिए प्राइवेट अस्पतालों में डेढ़ सौ रुपया खर्च करना पड़ रहा है. किसी की उंगली भी हल्की सी कट जाए तो पट्टी कराने के लिए 45 किलोमीटर दूर विकासनगर की दौड़ लगाने को विवश होना पड़ रहा है.
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मामले में प्राथमिक केंद्र कालसी के चिकित्सा प्रभारी राजीव दीक्षित ने बताया कि कोटी कॉलोनी में विभाग की कोई भूमि नहीं है. उन्होंने कहा कि वहां पर बना संबंधित विभाग का एक चिकित्सालय है, जिसकी प्रक्रिया विभाग द्वारा पत्राचार के माध्यम से की जा रही है .
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चिकित्सा प्रभारी ने यह दावा भी किया कि उनके पास डॉक्टर्स भी उपलब्ध हैं, लेकिन अभी तक कोटी कॉलोनी में बना चिकित्सालय विभाग की देखरेख में नहीं आ पाया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा.