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यमुना नदी हरिपुर में नहीं है स्नान घाट, श्रद्धालु परेशान - yamuna river haripur jaunsar bawar

हरिपुर में यमुना नदी के तट पर स्नान के लिए सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं. लेकिन, यहां अबतक स्नान घाट ही नहीं बनवाया गया है. साथ ही महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम की भी सुविधा हरिपुर में नहीं है.

यमुना स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालु.
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Published : May 11, 2019, 12:01 AM IST

विकासनगर: जौनसार बावर के प्रवेश द्वार हरिपुर में 4 नदियों का संगम है. ये क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाने के साथ ही पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है. यही वजह है कि हरिपुर में सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन लोग यमुना स्नान करने आते हैं, लेकिन अबतक यहां शासन-प्रशासन अबतक न तो स्नान घाट बनवा पाया है और न ही महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम.

यमुना नदी हरिपुर में नहीं है स्नान घाट.

देहरादून जिले के कालसी में हरिपुर में अमलावा नदी, अलगाड़ नदी, यमुना नदी और टौंस नदी का संगम है. हरिपुर में श्रद्धालु व स्थानीय लोग खासतौर पर यमुना की निर्मल धारा में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं, क्योंकि मान्यता है कि यमुना स्नान करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता. लेकिन, यमुना नदी के तट पर स्नान घाट न होने से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती है. साथ ही महिला श्रद्धालुओं को चेंजिंग रूम ने होने की वजह से काफी असहजता का सामना करना पड़ता है.

पढ़ें- चारधाम यात्रा के लिए हुए 37 हजार रजिस्ट्रेशन, दर्शन के लिए 873 विदेशी भी पहुंचे उत्तराखंड

जमना आरती एवं बहुउद्देशीय समिति के अध्यक्ष सुनील ने बताया कि घाट में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार को पत्र प्रेषित किया गया है. उन्होंने बताया कि समिति ने मांग की है कि यमुना तट पर स्नान घाट बनवाने के साथ ही चेंजिंग रूम भी बनवाये जाएं. ताकि श्रद्धालुओं को थोड़ी सुविधा मिल सके. सुनील के मुताबिक यमुना नदी के किनारे सफाई व्यवस्था का भी ध्यान नहीं रखा जाता है.

सुनील ने बताया कि मकर संक्रांति के मौके पर 14 जनवरी को जौनसार के प्रवेश द्वार और प्राचीन नगरी हरिपुर में यमुना नदी के तट पर महायज्ञ का आयोजन किया गया था. इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत भी पहुंचे थे, जिन्हें समस्या से अवगत करवाया गया था. बावजूद इसके सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया.

पढ़ें- अग्निशमन विभाग की पड़ताल: 19 सालों में आग की घटनाओं में 4,159 लोगों ने गंवाई जान

बता दें कि जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर के लोगों में यमुना नदी के पवित्र जलधारा को लेकर अटूट आस्था और विश्वास है. वैशाख माह में जौनसार यमुना स्नान को काफी शुभ माना जाता है. माना जाता है कि यमुना स्नान से मानव शरीर और आत्मा दोनों का शुद्धिकरण होता है.

विकासनगर: जौनसार बावर के प्रवेश द्वार हरिपुर में 4 नदियों का संगम है. ये क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाने के साथ ही पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है. यही वजह है कि हरिपुर में सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन लोग यमुना स्नान करने आते हैं, लेकिन अबतक यहां शासन-प्रशासन अबतक न तो स्नान घाट बनवा पाया है और न ही महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम.

यमुना नदी हरिपुर में नहीं है स्नान घाट.

देहरादून जिले के कालसी में हरिपुर में अमलावा नदी, अलगाड़ नदी, यमुना नदी और टौंस नदी का संगम है. हरिपुर में श्रद्धालु व स्थानीय लोग खासतौर पर यमुना की निर्मल धारा में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं, क्योंकि मान्यता है कि यमुना स्नान करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता. लेकिन, यमुना नदी के तट पर स्नान घाट न होने से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी होती है. साथ ही महिला श्रद्धालुओं को चेंजिंग रूम ने होने की वजह से काफी असहजता का सामना करना पड़ता है.

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जमना आरती एवं बहुउद्देशीय समिति के अध्यक्ष सुनील ने बताया कि घाट में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार को पत्र प्रेषित किया गया है. उन्होंने बताया कि समिति ने मांग की है कि यमुना तट पर स्नान घाट बनवाने के साथ ही चेंजिंग रूम भी बनवाये जाएं. ताकि श्रद्धालुओं को थोड़ी सुविधा मिल सके. सुनील के मुताबिक यमुना नदी के किनारे सफाई व्यवस्था का भी ध्यान नहीं रखा जाता है.

सुनील ने बताया कि मकर संक्रांति के मौके पर 14 जनवरी को जौनसार के प्रवेश द्वार और प्राचीन नगरी हरिपुर में यमुना नदी के तट पर महायज्ञ का आयोजन किया गया था. इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत भी पहुंचे थे, जिन्हें समस्या से अवगत करवाया गया था. बावजूद इसके सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया.

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बता दें कि जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर के लोगों में यमुना नदी के पवित्र जलधारा को लेकर अटूट आस्था और विश्वास है. वैशाख माह में जौनसार यमुना स्नान को काफी शुभ माना जाता है. माना जाता है कि यमुना स्नान से मानव शरीर और आत्मा दोनों का शुद्धिकरण होता है.

Intro:जौनसार बावर के प्रवेश द्वार हरिपुर में 4 नदियों का संगम यहां की प्राकृतिक सुंदरता को तो बढ़ाता ही है साथ ही पर्यटकों को भी अपनी और आकर्षित करता है यमुना नदी में सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन लोग हरिपुर स्नान करने आते हैं लेकिन सरकार की उपेक्षा के चलते आज तक यहां स्नान घर नहीं बना है


Body:देहरादून जिले के कालसी में हरिपुर नामक स्थान पर 4 नदियों का संगम अमलावा नदी अगला ड नदी यमुना नदी व टोंस नदी इन चारों नदियों का संगम हरिपुर नामक स्थान पर होता है 4 नदियों का संगम पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है साथ ही यहां प्रतिदिन यमुना स्नान के लिए सैकड़ों श्रद्धालु व स्थानीय लोग यमुना की निर्मल धारा में स्नान कर धर्म लाभ लेते हैं मान्यता है कि यमुना स्नान करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता
जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर के लोगों में यमुना नदी के पवित्र जलधारा को लेकर अटूट आस्था और विश्वास है वैशाख माह में जौनसार के महिला पुरुष व बच्चे यमुना स्नान करने को शुभ माना जाता है लोग यमुना नदी पर आकर दो पर दीपक पुष्प अर्पित करते हैं और यमुना माता का आशीर्वाद लेकर घर को वापस लौटते हैं माना जाता है कि यमुना स्नान करने से मानव शरीर और आत्मा का शुद्धिकरण हो जाता है वहीं यमुना नदी के तट पर स्नान घाट ना होने से महिला एवं पुरुषों के बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है
वहीं इस संबंध में जब ईटीवी भारत ने वहां की पंजीकृत एक समिति के सदस्य से पूछा गया तो उसने बताया कि हम लोगों ने यमुना तट पर मां यमुना का एक छोटा सा मंदिर अपने स्तर से बनाया है वह समिति द्वारा स्नान घाट पर जहां लोग स्नान करते हैं वहां तक साफ सफाई का जिम्मा समिति ने उठाया है समिति द्वारा एक पत्र उत्तराखंड सरकार को भी प्रेषित किया जा चुका है


Conclusion:समिति के अध्यक्ष सुनील ने बताया कि हमारा प्रयास आगंतुक श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को स्वच्छता प्रदान करना है लेकिन स्नान घाट व चेंजिंग रूम के लिए सरकार को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था बावजूद इसके तत्काल सरकार वर्तमान सरकार मैं आज तक स्नान घाट पर चेंजिंग रूम का संज्ञान नहीं लिया है जबकि दो व 3 महीने पूर्व यमुना नदी हरिपुर में महायज्ञ का आयोजन किया गया था जिसमें की वर्तमान सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत भी मौजूद थे उन्हें भी समिति द्वारा यहां की समस्याओं से अवगत कराया गया था बावजूद आज तक भी सरकार द्वारा कोई पहल नहीं की गई सरकार को चाहिए की यमुना नदी हरिपुर घाट में स्नान घाट व चेंजिंग रूम का शीघ्र अतिशीघ्र निर्माण हो जिससे कि आने वाले पर्यटकों को है श्रद्धालुओं को परेशानियां ना झेलनी पड़े
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