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NH-58 अतिक्रमण: व्यापारियों के दस्तावेजों को अधिकारियों ने नकारा, बढ़ा हंगामा, बैठक कैंसिल - ऋषिकेश न्यूज

नेशनल हाईवे-58 पर हुये अतिक्रमण को लेकर बैठक बुलाई गई थी. मीटिंग में व्यापारी दुकानों और अपनी जमीन के दस्तावेज लेकर पहुंचे थे. जिसके एनएच के अधिकारियों ने नकार दिया. इसी को लेकर व्यापारियों ने बैठक में हंगामा कर दिया.

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व्यापारियों व एनएच अधिकारियों की बैठक.
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Published : Dec 23, 2019, 6:33 PM IST

Updated : Dec 23, 2019, 7:24 PM IST

ऋषिकेश: नेशनल हाईवे-58 से अतिक्रमण हटाने के लेकर सोमवार को ऋषिकेश नगर निगम के सभागार में एनएच, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई. बैठक में नेशनल हाईवे से अतिक्रमण कैसे हटाया जाए इसको लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन व्यापारियों के हंगामे के कारण बैठक बेनतीजा निकली.

दरअसल, नैनीताल हाई कोर्ट के आदेश पर रविवार को एनएच के अधिकारी ऋषिकेश में एनएच-58 से अतिक्रमण हटाने गए थे. इस दौरान अधिकारियों को स्थानीय व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा था. दोनों के बीच काफी गहमागहमी भी हो गई थी. मामला बढ़ता देख अधिकारी बिना कार्रवाई करे ही वहां से वापस लौट आए थे.

अतिक्रमण पर हुई बैठक रही बेनतीजा

पढ़ें- CAA के समर्थन में लोगों ने निकाली रैली, कहा- देश के मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं

इसके बाद सोमवार को एनएच के अधिकारियों ने व्यापारियों के साथ बैठक की. बैठक में पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान व्यापारियों ने कब्जे की भूमि व दुकानों के दस्तावेज अधिकारियों को दिखाए लेकिन एनएच के अधिकारियों ने व्यापारियों के दस्तावेजों को नकार दिया, जिससे व्यापारी भड़क गए. इसके बाद व्यापारियों ने काफी हंगामा किया. हंगामे के चलते बैठक कैंसिल कर दी गई. बैठक में व्यापारियों और अधिकारियों के बीच कोई सहमति नहीं बनी.

अतिक्रमण के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका लगाने वाले अनिल गुप्ता भी बैठक में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने साफ तौर पर कहा था कि चार हफ्ते के अंदर सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटा दिया जाए. लेकिन एनएच के अधिकारी जिस तरीके से यह बैठक कर रहे हैं इसका कोई औचित्य नहीं है. इसको लेकर वह न्यायालय में शिकायत करेंगे.

पढ़ें- पहाड़ों में प्राइवेट हॉस्पिटल खोलने पर सरकार देगी छूट, सुधारेगी स्वास्थ्य सेवाएं

राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि इस संबंध में बैठक की गई थी. बैठक में अतिक्रमण को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई. अब 26 दिसंबर से राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी अतिक्रमण के खिलाफ दोबार कार्रवाई करेंगे.

ऋषिकेश: नेशनल हाईवे-58 से अतिक्रमण हटाने के लेकर सोमवार को ऋषिकेश नगर निगम के सभागार में एनएच, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई. बैठक में नेशनल हाईवे से अतिक्रमण कैसे हटाया जाए इसको लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन व्यापारियों के हंगामे के कारण बैठक बेनतीजा निकली.

दरअसल, नैनीताल हाई कोर्ट के आदेश पर रविवार को एनएच के अधिकारी ऋषिकेश में एनएच-58 से अतिक्रमण हटाने गए थे. इस दौरान अधिकारियों को स्थानीय व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा था. दोनों के बीच काफी गहमागहमी भी हो गई थी. मामला बढ़ता देख अधिकारी बिना कार्रवाई करे ही वहां से वापस लौट आए थे.

अतिक्रमण पर हुई बैठक रही बेनतीजा

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इसके बाद सोमवार को एनएच के अधिकारियों ने व्यापारियों के साथ बैठक की. बैठक में पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान व्यापारियों ने कब्जे की भूमि व दुकानों के दस्तावेज अधिकारियों को दिखाए लेकिन एनएच के अधिकारियों ने व्यापारियों के दस्तावेजों को नकार दिया, जिससे व्यापारी भड़क गए. इसके बाद व्यापारियों ने काफी हंगामा किया. हंगामे के चलते बैठक कैंसिल कर दी गई. बैठक में व्यापारियों और अधिकारियों के बीच कोई सहमति नहीं बनी.

अतिक्रमण के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका लगाने वाले अनिल गुप्ता भी बैठक में मौजूद थे. उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने साफ तौर पर कहा था कि चार हफ्ते के अंदर सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटा दिया जाए. लेकिन एनएच के अधिकारी जिस तरीके से यह बैठक कर रहे हैं इसका कोई औचित्य नहीं है. इसको लेकर वह न्यायालय में शिकायत करेंगे.

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राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि इस संबंध में बैठक की गई थी. बैठक में अतिक्रमण को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई. अब 26 दिसंबर से राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी अतिक्रमण के खिलाफ दोबार कार्रवाई करेंगे.

Intro:ऋषिकेश--राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए अतिक्रमण को लेकर उच्च न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सभी सरकारी भूमियों पर कब्जे धारियों को हटाने का आदेश जारी किया जिसके बाद चिन्हीकरण करने पहुंचे। एन.एच. की टीम को व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा । जिसके बाद आज एक संयुक्त बैठक बुलाई गई , जिसमें अतिक्रमण को लेकर कई विषयों पर चर्चा हुई ।


Body:वी/ओ--रविवार को राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी स्थानीय प्रशासन पुलिस बल के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग - 58 पर पहुंची । जहां उन्होंने अतिक्रमण को चिन्हिकरण करने की कार्रवाई शुरू की गयी लेकिन तभी वहां मौजूद व्यापारियों ने एन. एच. की टीम का विरोध किया । मामला इतना बढ़ गया था कि व्यापारियों और एनएच के बीच गहमागहमी भी हुई । इस मामले को देखते हुए आज नगरनिगम स्वर्ण जयंती सभागार में व्यापारियों व स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी मौजूद रहे। जहां पर कई व्यापारियों ने अपनी कब्जे की भूमि वह दुकान को लेकर एन.एच. को अपने दस्तावेज दिखाएं। वही एन.एच. के अधिकारी दस्तावेजों को नकारते हुए नजर आए । हुए बवाल के बाद बैठक को समाप्त किया गया हालांकि किसी भी तरीके का कोई निष्कर्ष इस बैठक में नहीं निकल पाया।





Conclusion:वी/ओ--अतिक्रमण के खिलाफ जनहित याचिका दायर करने वाले याचिकाकर्ता अनिल गुप्ता ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार साफ तौर पर यह कहा गया है कि जिस किसी ने भी सरकारी भूमि पर कब्जा कर अतिक्रमण किया है उनको नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के भीतर हटाया जाए,लेकिन एन.एच. के अधिकारी जिस तरीके से यह बैठक कर रहे हैं , इसका कोई  औचित्य नहीं है। इसको लेकर वह न्यायालय में शिकायत करेंगे ।


वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता ओ.पी. सिंह ने बताया कि आज की बैठक की गई है बैठक में अतिक्रमण को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई । अब 26 दिसंबर से राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारी कार्यवाही दोबारा शुरु करेंगे।


बाईट-- अनिल गुप्ता ( याचिकाकर्ता)

बाईट-- ओ.पी. सिंह (अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग )

Last Updated : Dec 23, 2019, 7:24 PM IST
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