देहरादून: उत्तराखंड में मकड़जाल की तर्ज पर फैल चुके नशा तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस कोर्ट से एक के बाद एक सजा के निर्णय आ रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को देहरादून की विशेष एनडीपीएस कोर्ट ने ड्रग तस्कर को दोषी ठहराते हुए 20 साल के सजा सुनाई है. साथ ही विशेष न्यायाधीश सुबीर कुमार की अदालत ने अभियुक्त हरपाल पुत्र चमन लाल पर 2 लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया है. जुर्माने की राशि अदा न करने पर अभियुक्त को 4 वर्ष की अतिरिक्त सजा कारावास में भुगतनी होगी.
नशा तस्करी में एनडीपीएस कोर्ट से 20 साल की कठोर सजा पाने वाला अभियुक्त हरपाल पुत्र चमन लाल मूल रूप से उत्तरकाशी जिले के रतूड़ी सेरा पोस्ट का रहने वाला बताया जा रहा है. हालांकि वर्तमान समय में उसका निवास देहरादून के थाना पटेल नगर चंद्रबनी इलाके में है.
पढ़ें- भू-वैज्ञानिक बोले- चमोली आपदा से सबक लेने की जरूरत, भविष्य के लिए रहें तैयार
एनडीपीएस कोर्ट के शासकीय अधिवक्ता मनोज शर्मा के मुताबिक मामला वर्ष 2018 थाना पटेल नगर क्षेत्र का है. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर थाना पटेल नगर क्षेत्र के चंद्रबनी श्मशान घाट इलाके से नशा तस्कर हरपाल को भारी मात्रा में अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया था. 2 साल से कोर्ट कानूनी प्रक्रिया के तहत साक्ष्य- सबूत व गवाहों के आधार पर अभियुक्त को दोषी करार देते हुए एनडीपीएस कोर्ट ने 20 साल की कठोर सजा सुनाई.
पढ़ें- देहरादूनः 1000 उपनल कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
ड्रग्स तस्करी के खिलाफ कोर्ट ने की सख्त टिप्पणी
सजा सुनाते हुए एनडीपीएस कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि नशीले मादक पदार्थों की तस्करी एक प्रकार से देशद्रोह अपराध के समान है. जिस तरह से नशा तस्कर देश की युवा पीढ़ी को अंधकार की तरफ धकेल रहे हैं, वह अपराध नरमी योग्य नहीं है.
कोर्ट ने कहा कि अभियुक्त ने गंभीर किस्म का अपराध किया है. इसे देखते हुए इस अपराध में लिप्त अभियुक्त को समुचित दण्ड मिलेगा. ताकि इस प्रकार के अवैध मादक पदार्थों तस्करी में लिप्त अन्य लोगों को भी अपराध से दूर रखने की सीख मिलेगी.