देहरादून: नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को आधिकारिक रूप से स्वीकृति दे दी है. अब हरिद्वार या देहरादून से कोटद्वार जाने वाले लोगों को यूपी बॉर्डर से होकर नहीं जाना पड़ेगा.
बता दें, वन मंत्री और कोटद्वार से विधायक हरक सिंह रावत ने कोटद्वार के लोगों से वादा किया था कि उनको उत्तर प्रदेश की सीमा से होकर नहीं जाना पड़ेगा. इसे लेकर हरक सिंह रावत ने लालढांग चिल्लरखाल मोटर मार्ग निर्माण की कवायद शुरू की थी. बतौर त्रिवेंद्र रावत मुख्यमंत्री रहते उनका यह प्रयास सफल नहीं हो पाया.
अब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन होने के बाद हरक सिंह रावत की कवायद धरातल पर उतरी है. नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड ने लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग को स्वीकृति दे दी है. इसके बाद हरिद्वार या देहरादून से कोटद्वार जाने वाले लोगों को यूपी बॉर्डर से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा.
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बता दें, लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के बनने को लेकर अब तक कई अड़चनें आईं. लगातार पर्यावरण बोर्ड द्वारा इस मार्ग को लेकर सवाल खड़े किए गए, तो वहीं कई तकनीकी पेचीदगियों के बीच इस मार्ग पर काम शुरू किया गया, फिर रुकवा दिया गया, क्योंकि नेशनल वाइल्ड लाइफ बोर्ड की स्वीकृति के बिना इस काम का पूरा होना संभव नहीं था.