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सादगी से निकाली गई नाग देवता की डोली, मेला नहीं हुआ आयोजित

जौनपुर में नाग देवता की डोली सादगी से निकाली गई. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के कारण इस बार मेला नहीं लगा.

Mussoorie
मसूरी
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Published : May 2, 2021, 10:00 AM IST

मसूरीः कोरोना संक्रमण के प्रकोप के कारण जौनपुर के तुनेटा गांव में नाग देवता की डोली सादगी से निकाली गई. डोली की मंदिर में पूजा अर्चना के बाद सादगी से गांव की ओर रवाना किया गया.

सादगी से निकाली नाग देवता की डोली

मसूरी से सटे जौनपुर क्षेत्र के तुनेटा गांव में कोरोना संक्रमण के कारण नाग देवता का मेला इस बार नहीं लगा. हालांकि परंपरा के मुताबिक गांव से नाग देवता की डोली नाग मंदिर में पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ लाई गई. इसके बाद मंदिर में डोली की पूजा-अर्चना की गई. लोगों ने नाग देवता से देश में सुख-शांति और सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. जिसके बाद डोली को परंपरा के मुताबिक नचाया गया व उसके बाद गांव की ओर रवाना किया गया.

ये भी पढ़ेंः उमस भरी गर्मी के बीच पहाड़ों पर बर्फबारी

इस संबंध में स्थानीय ग्रामीण राजबीर रौंछेला ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार मेला नहीं लगा, न ही कोई दुकानें लगीं. हालांकि गांव के लोग परंपरा के मुताबिक डोली को नाग देवता के मंदिर तक लाए. पूजा-अर्चना व डोली को नचाने के बाद वापस गांव की ओर ले गए, जबकि हर साल यहां मेला लगता है.

मसूरीः कोरोना संक्रमण के प्रकोप के कारण जौनपुर के तुनेटा गांव में नाग देवता की डोली सादगी से निकाली गई. डोली की मंदिर में पूजा अर्चना के बाद सादगी से गांव की ओर रवाना किया गया.

सादगी से निकाली नाग देवता की डोली

मसूरी से सटे जौनपुर क्षेत्र के तुनेटा गांव में कोरोना संक्रमण के कारण नाग देवता का मेला इस बार नहीं लगा. हालांकि परंपरा के मुताबिक गांव से नाग देवता की डोली नाग मंदिर में पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ लाई गई. इसके बाद मंदिर में डोली की पूजा-अर्चना की गई. लोगों ने नाग देवता से देश में सुख-शांति और सभी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. जिसके बाद डोली को परंपरा के मुताबिक नचाया गया व उसके बाद गांव की ओर रवाना किया गया.

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