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पेयजल योजना की धीमी गति पर सभासदों ने जताई नाराजगी, CS ने चीफ इंजीनियर को लगाई फटकार

मसूरी यमुना पेयजल योजना के कार्य में अव्यवस्थाओं देखकर मुख्य सचिव ने चीफ इंजीनियर जल निगम को फटकार लगाई. जिसके बाद चीफ इंजीनियर केके रस्तोगी जल निगम के अधिकारियों और ठेकेदार के साथ मसूरी की सड़कों पर उतर आए हैं.

slow pace of work
सभासदों ने जताई नाराजगी
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Published : Mar 15, 2022, 6:31 PM IST

मसूरी: पेयजल योजना की कार्य की धीमी गति और अव्यवस्थाओं को लेकर सभासदों ने जल निगम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए काम को रुकवाया. वहीं, सभासदों के विरोध के बाद पेयजल योजना के कार्य में अव्यवस्थाओं देखते हुए मुख्य सचिव ने जल निगम के चीफ इंजीनियर को फटकार लगाई. जिसके बाद चीफ इंजीनियर केके रस्तोगी जल निगम के अधिकारियों और ठेकेदार के साथ मसूरी की सड़कों पर उतर आए हैं.

मसूरी में पेयजल योजना के तहत मसूरी मालरोड सहित कई क्षेत्रों में पेयजल लाइन डालने का कार्य अव्यवस्थित और धीमी गति से चल रहा है. जिसको लेकर मसूरी नगर पालिका परिषद के सभासदों ने विरोध शुरू कर दिया है. सभासदों ने मसूरी मालरोड ग्रीन चौक पहुंचे और जल निगम और ठेकेदार के खिलाफ आवाज बुलंद कर जमकर नारेबाजी की. साथ ही वहां सड़क खोदने के काम को रूकवा दिया.

सभासदों ने जताई नाराजगी

मुख्य सचिव की फटकार के बाद जल निगम चीफ इंजीनियर केके रस्तोगी अधिकारियों के साथ मसूरी पहुंचे और मालरोड के साथ अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर ठेकेदार को 24 घंटे काम कर मालरोड को दुरस्त करने के साथ मलबा हटाने और एंटिंक रेलिंग और पोलो को ठीक करने के निर्देश दिये.

सभासदों ने कहा जल निगम और ठेकेदार द्वारा पहले पूर्व में क्षतिग्रस्त सड़को को ठीक कराया जाये. जिससे की लोगों को हो रही परेशानियों से राहत मिल सके. मसूरी में पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है. वहीं, मसूरी में सभी स्कूल भी खुल गए है, जिस कारण बच्चों और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. माल रोड में कोई संपर्क मार्ग भी नहीं है, जिसमें यातायात को सुचारु किया जा सके. ऐसे में लोगों को जाम के झाम से भी दो-चार होना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें: मुख्यमंत्री चेहरा तय करने में देरी क्यों? जानिए किसको मिल सकती है तवज्जो

सभासदों ने कहा जनप्रतिनिधि होने के कारण जनता की समस्याओं को उठाना उनका कर्तव्य है. ऐसे में मसूरी में पेयजल योजना का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन पेयजल लाइनों को डालने का कार्य अव्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है. उसका वह पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं. पूर्व में क्षतिग्रस्त सड़को को पहले निर्माण कराएं जाये. जिससे कि लोगों की समस्या ना हो.

स्थानीय लोगों का भी कहना माल रोड पर पेयजल लाइन डालने का काम लगभग पूरा हो गया है. वह सभासदों ने पूर्व में लोगों को हो रही समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया. अब माल रोड में पेयजल लाइनें डल चुकी है. ऐसे में विरोध करना उचित नहीं है, इससे लोगों को अधिक परेशानी होगी.

ये भी पढ़ें: आखिर कब तक 'श्रापित' रहेगा मुख्यमंत्री आवास, क्या कभी टूटेगा मिथक ?

एसडीएम मसूरी नरेश दुर्गापाल ने कहा मसूरी यमुना पेयजल योजना को लेकर मुख्य सचिव ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की गई और तय समय में कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए गए. उन्होंने कहा मसूरी में पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है, ऐसे में सभी क्षतिग्रस्त सड़कों को तत्काल मरम्मत करने के साथ ही पेयजल लाइन डालने के कार्य को व्यवस्थित तरीके से करने के निर्देश दिए. मुख्य सचिव ने संबधित अधिकारियों को पेयजल योजना के कार्य में किसी प्रकार की कोताही न बरतने की भी निर्देश दिये गए.

मसूरी: पेयजल योजना की कार्य की धीमी गति और अव्यवस्थाओं को लेकर सभासदों ने जल निगम के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए काम को रुकवाया. वहीं, सभासदों के विरोध के बाद पेयजल योजना के कार्य में अव्यवस्थाओं देखते हुए मुख्य सचिव ने जल निगम के चीफ इंजीनियर को फटकार लगाई. जिसके बाद चीफ इंजीनियर केके रस्तोगी जल निगम के अधिकारियों और ठेकेदार के साथ मसूरी की सड़कों पर उतर आए हैं.

मसूरी में पेयजल योजना के तहत मसूरी मालरोड सहित कई क्षेत्रों में पेयजल लाइन डालने का कार्य अव्यवस्थित और धीमी गति से चल रहा है. जिसको लेकर मसूरी नगर पालिका परिषद के सभासदों ने विरोध शुरू कर दिया है. सभासदों ने मसूरी मालरोड ग्रीन चौक पहुंचे और जल निगम और ठेकेदार के खिलाफ आवाज बुलंद कर जमकर नारेबाजी की. साथ ही वहां सड़क खोदने के काम को रूकवा दिया.

सभासदों ने जताई नाराजगी

मुख्य सचिव की फटकार के बाद जल निगम चीफ इंजीनियर केके रस्तोगी अधिकारियों के साथ मसूरी पहुंचे और मालरोड के साथ अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर ठेकेदार को 24 घंटे काम कर मालरोड को दुरस्त करने के साथ मलबा हटाने और एंटिंक रेलिंग और पोलो को ठीक करने के निर्देश दिये.

सभासदों ने कहा जल निगम और ठेकेदार द्वारा पहले पूर्व में क्षतिग्रस्त सड़को को ठीक कराया जाये. जिससे की लोगों को हो रही परेशानियों से राहत मिल सके. मसूरी में पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है. वहीं, मसूरी में सभी स्कूल भी खुल गए है, जिस कारण बच्चों और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. माल रोड में कोई संपर्क मार्ग भी नहीं है, जिसमें यातायात को सुचारु किया जा सके. ऐसे में लोगों को जाम के झाम से भी दो-चार होना पड़ रहा है.

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सभासदों ने कहा जनप्रतिनिधि होने के कारण जनता की समस्याओं को उठाना उनका कर्तव्य है. ऐसे में मसूरी में पेयजल योजना का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन पेयजल लाइनों को डालने का कार्य अव्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है. उसका वह पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं. पूर्व में क्षतिग्रस्त सड़को को पहले निर्माण कराएं जाये. जिससे कि लोगों की समस्या ना हो.

स्थानीय लोगों का भी कहना माल रोड पर पेयजल लाइन डालने का काम लगभग पूरा हो गया है. वह सभासदों ने पूर्व में लोगों को हो रही समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया. अब माल रोड में पेयजल लाइनें डल चुकी है. ऐसे में विरोध करना उचित नहीं है, इससे लोगों को अधिक परेशानी होगी.

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एसडीएम मसूरी नरेश दुर्गापाल ने कहा मसूरी यमुना पेयजल योजना को लेकर मुख्य सचिव ने सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की गई और तय समय में कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए गए. उन्होंने कहा मसूरी में पर्यटन सीजन शुरू होने वाला है, ऐसे में सभी क्षतिग्रस्त सड़कों को तत्काल मरम्मत करने के साथ ही पेयजल लाइन डालने के कार्य को व्यवस्थित तरीके से करने के निर्देश दिए. मुख्य सचिव ने संबधित अधिकारियों को पेयजल योजना के कार्य में किसी प्रकार की कोताही न बरतने की भी निर्देश दिये गए.

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