मसूरी: छावनी परिषद क्षेत्र के सिविल क्षेत्रों में नगर निकाय में शामिल करने के लिए रक्षा मंत्रालय और रक्षा संपदा विभाग के अधिकारियों ने मसूरी से छावनी परिषद (Mussoorie Cantonment Board) के पूर्व जनप्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की. इस बैठक में सचिव निवेदिता शुक्ला, संयुक्त सचिव राकेश मित्तल, अपर महानिदेशक रक्षा संपदा सोनम यंगडाल और निदेशक सत्यनारायण द्वारा जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर मसूरी छावनी परिषद क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जाना गया.
वहीं, बैठक में जनप्रतिनिधियों ने बताया कि कैंट बोर्ड में हमेशा बजट की कमी होने के कारण विकास कार्य प्रभावित रहा है. इसमें सिविल क्षेत्रों में सड़क, पानी और जैसी मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने में खासी परेशानी रहती है. ऐसे में केंद्र की विभिन्न योजनाओं का लाभ यहां की जनता को नहीं मिल पाता है. उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में निर्माण को लेकर छावनी परिषद से अनुमति लेनी होती है, जिसको लेकर लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष बादल प्रकाश ने बताया कि उनके द्वारा छावनी क्षेत्र में लगने वाले लंबे जाम को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया. उन्होंने जबरखेत से आईबीएम तक सड़क बनाने कर प्रस्ताव रखते हुए कहा कि इस मार्ग के बनने से मसूरी छावनी परिषद में लगने वाले जाम से काफी हद तक निजात मिलेगी. जिसपर अपर महानिदेशक रक्षा संपदा सोनम यंगडाल ने आश्वासन दिया है कि सड़क के प्रस्ताव को लेकर उच्च अधिकारियों से वार्ता करें. जिससे कि सड़क मार्ग का निर्माण कराया जा सके.
बादल प्रकाश ने बताया कि छावनी क्षेत्र में परी टिब्बा एनक्लेव और लक्ष्मणपुरी का क्षेत्र सिविल एरिया में आता है. उन्होंने कहा कि मसूरी छावनी परिषद में लगातार बजट की कमी के कारण विकास नहीं हो पाता. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बैठक के दौरान मसूरी छावनी परिशद के विकास और समस्याओं को लेकर विचार विमर्श किया गया. वहीं, अधिकारियों से छावनी परिषद के बजट में बढ़ोतरी करने की भी मांग की गई.
देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ मसूरी ने स्वास्थ्य और परिवहन मंत्री को भेजा ज्ञापन: देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ मसूरी द्वारा परिवहन मंत्री उत्तराखंड सरकार से मसूरी से चंडीगढ़ से उत्तराखंड परिवहन की सेवाएं शुरू करने की मांग की है. देव भूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कृष्णा गोदियाल ने बताया कि मसूरी से पर्यटन सीजन में पंजाब से भारी संख्या पर्यटक मसूरी आते हैं. परंतु यहां से पर पंजाब से बसों की सुविधा ना होने के कारण पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिसको लेकर मसूरी से चंडीगढ़ के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध होनी चाहिए.
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वहीं, उन्होंने कहा कि बस सेवा शुरू होने से पर्यटकों के साथ पीजीआई चंडीगढ़ इलाज के लिए जाने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा. साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड सरकार को भी ज्ञापन भेजकर मसूरी उप जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की लापरवाही की भी शिकायत की है. उन्होंने कहा कि प्रसव के ज्यादातर मरीजों को देहरादून रेफर किया जा रहा है जबकि मसूरी उप जिला चिकित्सालय में पर्याप्त डॉक्टर है परंतु उसके बाद भी नॉर्मल प्रसव के मरीजों को देहरादून रेफर किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जच्चा-बच्चा को प्रदान होने वाले चेक भी लोगों को नहीं दिए गए हैं.