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नगर निगम ने खुद पर लगाया टैक्स, 25 लाख रुपए का चुकाया हाउस टैक्स

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Published : Dec 31, 2019, 7:50 PM IST

Updated : Dec 31, 2019, 7:57 PM IST

देहरादून नगर निगम ने अपनी ही बिल्डिंग पर टैक्स लगाया है साथ ही पिछले 4 सालों का बकाया 25 लाख हाउस टैक्स भी जमा करवाया है. इसके अलावा शहर के सरकारी, अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठानों को भी नोटिस जारी किया गया है.

dehradun
देहरादून नगर निगम

देहरादून: लोगों से टैक्स वसूलने के लिए जाने जाना वाला नगर निगम ने खुद पर ही टैक्स लगाया है. देहरादून नगर निगम प्रशासन ने अपनी ही बिल्डिंग पर 2016 से शुरु हुए कमर्शियल टैक्स के तहत करीब 4 सालों का 29 लाख रुपए के हाउस टैक्स पर 20% छूट के बाद 25 लाख रुपए जमा करवाया है.

इसके अलावा नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे के आदेश पर शहर के 150 सरकारी, अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठानों को भी हाउस टैक्स का नोटिस जारी किया गया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब देहरादून नगर निगम अन्य भवनों से टैक्स वसूली से पहले नगर निगम ने खुद पर टैक्स आरोपित किया हो और जमा भी किया हो.

देहरादून नगर निगम.

ये भी पढ़े: उत्तराखंड सचिवालय में लगी आग, मची अफरा-तफरी

नगर निगम ने कमर्शियल हाउस टैक्स की सेल्फ अससेमेंट की सेवा 2016 में लागू की थी. नगर निगम ने इस बार विधानसभा, सचिवालय, पुलिस मुख्यालय, मंत्री आवासों और विधायक हॉस्टल पर भी टैक्स लगाया है. सभी भवनों से मार्च 2016 से मार्च 2020 तक टैक्स लिया जाएगा. वहीं 15 जनवरी तक टैक्स देने वालों को 20 फीसदी की छूट दी जाएगी.

इसके अलावा उत्तराखंड भाषा संस्थान, जल संस्थान, मसूरी देहरा विकास प्राधिकरण, दून घाटी विशेष क्षेत्र प्राधिकरण, निबंधक एवं फर्म सोसायटी, निबंधक सहकारी समिति, राज्य पादप बोर्ड उत्तराखंड, आवास एवं विकास परिषद उत्तराखंड, रेशा विकास परिषद उत्तराखंड, जैव विविधता बोर्ड उत्तराखंड, वकफ बोर्ड उत्तराखंड, मदरसा बोर्ड, उर्दू अकादमी, भूमि सर्वेक्षण जलागम प्रबंधन, सिंचाई विभाग, उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग, राजाजी राष्ट्रीय पार्क, सिडकुल, पिटकुल, लोकायुक्त कार्यालय राज्य सफाई कर्मचारी आयोग, विद्युत और सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण पर नोटिस दिया गया है.

नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम ने सबसे पहले अपने ही बिल्डिंग के पिछले चार साल के 25 लाख रुपये का हॉउस टैक्स जमा कराया है. इसके अलावा अब सभी सरकारी कार्यालयों को भी नोटिस भेज दिया गया है. केवल जेल न्याय विभाग और ट्रेजरी को छोड़कर सभी विभागों से टैक्स वसूला जाएगा. वहीं, शहर के 150 सरकारी अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठानों को भी हाउस टैक्स का नोटिस जारी कर दिए गए हैं.

देहरादून: लोगों से टैक्स वसूलने के लिए जाने जाना वाला नगर निगम ने खुद पर ही टैक्स लगाया है. देहरादून नगर निगम प्रशासन ने अपनी ही बिल्डिंग पर 2016 से शुरु हुए कमर्शियल टैक्स के तहत करीब 4 सालों का 29 लाख रुपए के हाउस टैक्स पर 20% छूट के बाद 25 लाख रुपए जमा करवाया है.

इसके अलावा नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे के आदेश पर शहर के 150 सरकारी, अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठानों को भी हाउस टैक्स का नोटिस जारी किया गया है. ऐसा पहली बार हुआ है जब देहरादून नगर निगम अन्य भवनों से टैक्स वसूली से पहले नगर निगम ने खुद पर टैक्स आरोपित किया हो और जमा भी किया हो.

देहरादून नगर निगम.

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नगर निगम ने कमर्शियल हाउस टैक्स की सेल्फ अससेमेंट की सेवा 2016 में लागू की थी. नगर निगम ने इस बार विधानसभा, सचिवालय, पुलिस मुख्यालय, मंत्री आवासों और विधायक हॉस्टल पर भी टैक्स लगाया है. सभी भवनों से मार्च 2016 से मार्च 2020 तक टैक्स लिया जाएगा. वहीं 15 जनवरी तक टैक्स देने वालों को 20 फीसदी की छूट दी जाएगी.

इसके अलावा उत्तराखंड भाषा संस्थान, जल संस्थान, मसूरी देहरा विकास प्राधिकरण, दून घाटी विशेष क्षेत्र प्राधिकरण, निबंधक एवं फर्म सोसायटी, निबंधक सहकारी समिति, राज्य पादप बोर्ड उत्तराखंड, आवास एवं विकास परिषद उत्तराखंड, रेशा विकास परिषद उत्तराखंड, जैव विविधता बोर्ड उत्तराखंड, वकफ बोर्ड उत्तराखंड, मदरसा बोर्ड, उर्दू अकादमी, भूमि सर्वेक्षण जलागम प्रबंधन, सिंचाई विभाग, उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग, राजाजी राष्ट्रीय पार्क, सिडकुल, पिटकुल, लोकायुक्त कार्यालय राज्य सफाई कर्मचारी आयोग, विद्युत और सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण पर नोटिस दिया गया है.

नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम ने सबसे पहले अपने ही बिल्डिंग के पिछले चार साल के 25 लाख रुपये का हॉउस टैक्स जमा कराया है. इसके अलावा अब सभी सरकारी कार्यालयों को भी नोटिस भेज दिया गया है. केवल जेल न्याय विभाग और ट्रेजरी को छोड़कर सभी विभागों से टैक्स वसूला जाएगा. वहीं, शहर के 150 सरकारी अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठानों को भी हाउस टैक्स का नोटिस जारी कर दिए गए हैं.

Intro:देहरादून नगर निगम प्रशासन ने अपनी ही बिल्डिंग पर हाउस टैक्स लगाया है। इतना ही नहीं नगर निगम प्रशासन ने साल 2016 से शुरू हुए कमर्शियल टैक्स के तहत 4 साल का करीब 29 लाख रुपए हाउस टैक्स पर 20% छूट के बाद 25 लाख रुपये टैक्स मंगलवार को जमा भी करा दिया है। इसके साथ ही नगर आयुक्त के आदेश पर शहर के 150 सरकारी अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठानों को भी हाउस टैक्स का नोटिस जारी कर दिए गए हैं। निगम का मानना है कि नगर निगम देहरादून के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब अन्य भवनों से टैक्स वसूली से पहले नगर निगम ने खुद पर टैक्स आरोपित किया हो साथ ही टैक्स जमा किया गया हो।


Body:नगर निगम ने कमर्शियल हाउस टैक्स की सेल्फ अससेमेंट की सेवा 2016 में लागू की थी।नगर निगम ने इस बार विधानसभा, सचिवालय,पुलिस मुख्यालय,मंत्री आवासों और विधायक हॉस्टल पर भी टैक्स लगाया है सभी भवनों से मार्च 2016 से मार्च 2020 तक टैक्स लिया जाएगा साथ ही टैक्स में मिल रही 20 फ़ीसदी की छूट 15 जनवरी तक दी जाएगी।उत्तराखंड भाषा संस्थान,जल संस्थान,मसूरी देहरा विकास प्राधिकरण,दून घाटी विशेष क्षेत्र प्राधिकरण,निबंधक एवं फर्म सोसायटी,निबंधक सहकारी समिति,राज्य पादप बोर्ड उत्तराखंड,आवास एवं विकास परिषद उत्तराखंड, रेशा विकास परिषद उत्तराखंड,जैव विविधता बोर्ड उत्तराखंड,वकफ बोर्ड उत्तराखंड,मदरसा बोर्ड,उर्दू अकादमी,भूमि सर्वेक्षण जलागम प्रबंधन,सिंचाई विभाग, उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग,राजाजी राष्ट्रीय पार्क, सिडकुल,पिटबुल,लोकायुक्त कार्यालय राज्य सफाई कर्मचारी आयोग,विद्युत और सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण पर नोटिस दिया गया है।


Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि आज नगर निगम में सबसे पहले अपने ही नगर निगम बिल्डिंग के टैक्स के पिछले चार साल के एरिया के साथ 25 लाख रुपय का हॉउस टैक्स जमा कराया है।साथ ही बताया कि अब सभी सरकारी कार्यालयों को भी नोटिस भेज दिया गया है और केवल जेल न्याय विभाग और ट्रेजरी को छोड़कर सभी विभागों से टैक्स वसूला जाएगा।वही शहर के 150 सरकारी अर्द्ध सरकारी और प्राइवेट प्रतिष्ठानों को भी हाउस टैक्स का नोटिस जारी कर दिए गए हैं।

बाइट-विनय शंकर पांडे(नगर आयुक्त)

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धन्यवाद।
Last Updated : Dec 31, 2019, 7:57 PM IST
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