डोईवाला: सरकारी हॉस्पिटल को पीपीपी मोड़ से मुक्त कराने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. जनता के साथ अब पार्टी नेता भी इसे पीपीपी मोड से हटाने की मांग कर रहे हैं. 90 वर्षीय बुजुर्ग भी धरने में बैठकर इसका समर्थन कर रहे हैं. उत्तराखंड क्रांति दल ने भी इसे लेकर आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
अनशन पर बैठे 90 वर्षीय बुजुर्ग गिरधारी लाल नैथानी ने कहा उत्तराखंड की सरकारों ने डोईवाला के एकमात्र सरकारी हॉस्पिटल को प्राइवेट हॉस्पिटल को बेचने का काम किया है. जब से हॉस्पिटल प्राइवेट हॉस्पिटल के हाथों में गया है गरीब जनता को इलाज कराना मुश्किल हो गया है. यह हॉस्पिटल रेफर सेंटर बनकर रह गया है. वे तब तक अनशन पर डटे रहेंगे जब तक सरकार हॉस्पिटल को पीपीपी मोड से मुक्त नहीं कर देती.
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अनशन पर बैठे यूकेडी के नेता संजय डोभाल ने बताया कि अब उनकी लड़ाई सरकार से है. जब तक डोईवाला के सीएससी हॉस्पिटल को पीपीपी मोड से मुक्त नहीं किया जाता है वह अपना संघर्ष जारी रखेंगे. इसके लिए उन्हें चाहे अन्न जल भी छोड़ना पड़े वह छोड़ने को तैयार हैं.