देहरादून: उत्तराखंड में सितंबर महीने की शुरुआत के साथ चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या एक बार फिर बढ़ने लगी है. मानसून सीजन (Monsoon season) का समय खत्म होने की तरफ है और ऐसे में श्रद्धालु भी चार धाम की तरह बड़ी संख्या में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. लिहाजा, सरकार की तरफ से चारों धामों में फिर से व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की कोशिशें शुरू कर दी गई है.
बता दें कि मानसून सीजन में चारधाम यात्रा (Chardham yatra) थम जाती है और श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो जाती है लेकिन सितंबर महीना आने के साथ ही एक बार फिर श्रद्धालुओं का तांता चारधाम में लगना शुरू हो जाता है. मानसून सीजन के अंतिम समय से ही श्रद्धालु चारधाम की तरफ रुख करने लगते हैं. फिलहाल, करीब 25000 से ज्यादा श्रद्धालु प्रतिदिन चार धाम में पहुंच रहे हैं. कुल श्रद्धालुओं की संख्या देखे तो चारों धामों में अब तक करीब 34 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.
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प्रदेश में चारो धामों पर जिस तरह से श्रद्धालु बढ़े हैं, उसके बाद सरकार की तरफ से चारों धामों पर एक बार फिर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की चुनौती है. दरअसल, मानसून सीजन में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं. इसके अलावा पुनर्निर्माण का कार्य भी बाधित रहता है. लिहाजा, मानसून के लौटने की शुरुआत के साथ ही प्रशासन ने भी उन निर्माण के कार्यों को फिर से शुरू करने और खराब सड़कों को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है.
उधर, केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं की शुरुआत भी इसी महीने से कर दी गई है, श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के चलते हेली सेवाओं को लेकर डिमांड भी काफी ज्यादा हो गई थी, ऐसे में अब कई कंपनियों को सेवाएं शुरू करने के लिए कह दिया गया है.