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Chardham Yatra: 24.94 लाख श्रद्धालुओं ने किए चारों धामों दर्शन, 203 यात्रियों ने गंवाई जान

चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 25 लाख पहुंचने वाली है. गुरुवार को 24 लाख 94 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं चारों धामों (Chardham Yatra 2022) के दर्शन किए हैं. वहीं, आज 18,832 तीर्थ यात्रियों ने चारों धामों के दर्शन किए हैं. वहीं, अब तक 203 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

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चारधाम यात्रा
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Published : Jun 30, 2022, 10:18 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 25 लाख पहुंचने वाली है. आज शाम 8 बजे तक चारों धामों में 24 लाख 94 हजार 204 श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन किए हैं, जबकि आज कुल 18,832 तीर्थ यात्री चारों धाम पहुंचे हैं. आ बदरीनाथ धाम में 11,028 यात्रियों ने बदरी विशाल के दर्शन किए हैं. वहीं, अब तक 203 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या: केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 8,31,605 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. वहीं, आज शाम 8 बजे तक 4,345 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 8,96,130 तीर्थ यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. आज शाम 8 बजे तक 11,028 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 17,27,735 पहुंच गई है.

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चारधाम यात्रियों की संख्या

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या: गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से अभी तक 4,32,237 और यमुनोत्री धाम में 3,34,232 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज शाम 8 बजे तक गंगोत्री में 1,845 और यमुनोत्री में 1,614 तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद लिया है. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,66,469 हो गई है. वहीं, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में अब तक 1,18,836 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं.
पढ़ें- रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे पर दरकीं पहाड़ियां, 2 दिन में 2 की मौत, 13 घायल

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानी: केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी: चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

यात्रा पर मार्ग पर लगातार भूस्खलन: मॉनसूनी बारिश केदारनाथ धाम की यात्रा के लिये आफत बनकर बरस रही है. ऐसे में अब यात्री भी यात्रा करने से कतरा रहे हैं. इस कारण यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में मोटरमार्ग पर वाहन चालक भी आवाजाही करने से कतरा रहे हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर सफर करना जानलेवा साबित हो रहा है. वहीं, दोपहर बाद से सोनप्रयाग सहित गौरीकुंड में लगातार बारिश हो रही है, जिस कारण यात्रा को रोक दिया गया है और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है. सोनप्रयाग से गौरीकुंड 5 किमी मोटरमार्ग पर सफर करना खतरनाक साबित हो रहा है. दो दिन के भीतर इस मोटरमार्ग पर दो तीर्थयात्रियों ने अपनी जान गंवा दी है. 13 से अधिक तीर्थयात्री घायल हो गये हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं.

बुधवार देर रात से हो रही बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में मलबा आ गया है. मलबा इतना अधिक ज्यादा है कि गुरुवार दोपहर बाद तक भी साफ नहीं हो पाया है. बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में देर रात से ही बंद हो गया था. पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के कारण दिनभर हाईवे नहीं खुल पाया. बड़े वाहनों को हाईवे के दोनों छोरों पर ही रोक दिया गया और छोटे वाहनों की आवाजाही खांखरा-छांतीखाल वैकल्पिक मोटरमार्ग से शुरू करवा दी गई. हालांकि, इस वैकल्पिक मार्ग पर भी जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं.

देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) में श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है. चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या 25 लाख पहुंचने वाली है. आज शाम 8 बजे तक चारों धामों में 24 लाख 94 हजार 204 श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन किए हैं, जबकि आज कुल 18,832 तीर्थ यात्री चारों धाम पहुंचे हैं. आ बदरीनाथ धाम में 11,028 यात्रियों ने बदरी विशाल के दर्शन किए हैं. वहीं, अब तक 203 यात्रियों की मौत हो चुकी है.

केदारनाथ और बदरीनाथ में यात्रियों की संख्या: केदारनाथ में 6 मई से अभी तक 8,31,605 तीर्थ यात्री दर्शन कर चुके हैं. वहीं, आज शाम 8 बजे तक 4,345 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बदरीनाथ धाम में 8 मई से अभी तक 8,96,130 तीर्थ यात्री बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं. आज शाम 8 बजे तक 11,028 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. ऐसे में बदरीनाथ और केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या 17,27,735 पहुंच गई है.

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चारधाम यात्रियों की संख्या

गंगोत्री और यमुनोत्री में यात्रियों की संख्या: गंगोत्री धाम में 3 मई यात्रा शुरू होने से अभी तक 4,32,237 और यमुनोत्री धाम में 3,34,232 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज शाम 8 बजे तक गंगोत्री में 1,845 और यमुनोत्री में 1,614 तीर्थयात्रियों ने आशीर्वाद लिया है. ऐसे में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 7,66,469 हो गई है. वहीं, गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब में अब तक 1,18,836 तीर्थयात्री मत्था टेक चुके हैं.
पढ़ें- रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ-केदारनाथ हाईवे पर दरकीं पहाड़ियां, 2 दिन में 2 की मौत, 13 घायल

यात्रा के दौरान तीर्थयात्री बरतें सावधानी: केदारनाथ धाम की यात्रा काफी कठिन है. यहां खड़ी चढ़ाई चढ़कर पहुंचना पड़ता है. पहाड़ों में यात्रा करने वाले तीर्थ यात्रियों को खास ध्यान रखने की जरूरत है. पैदल चलते समय सांस लेने की दिक्कत होती है. हाई एल्टीट्यूड में आने पर ऑक्सीजन की प्रॉब्लम होने लगती है, ऐसे में हार्ट अटैक जैसी घटनाएं घट जाती है. तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवा लेने की हिदायत दी जा रही है. यात्रियों से हृदय रोगों के मरीजों को जोखिम न लेने की अपील की जा रही है. साथ ही उन्हें रुक-रुककर सफर करने को कहा जा रहा है.

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी: चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.

यात्रा पर मार्ग पर लगातार भूस्खलन: मॉनसूनी बारिश केदारनाथ धाम की यात्रा के लिये आफत बनकर बरस रही है. ऐसे में अब यात्री भी यात्रा करने से कतरा रहे हैं. इस कारण यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं. ऐसे में मोटरमार्ग पर वाहन चालक भी आवाजाही करने से कतरा रहे हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर सफर करना जानलेवा साबित हो रहा है. वहीं, दोपहर बाद से सोनप्रयाग सहित गौरीकुंड में लगातार बारिश हो रही है, जिस कारण यात्रा को रोक दिया गया है और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है. सोनप्रयाग से गौरीकुंड 5 किमी मोटरमार्ग पर सफर करना खतरनाक साबित हो रहा है. दो दिन के भीतर इस मोटरमार्ग पर दो तीर्थयात्रियों ने अपनी जान गंवा दी है. 13 से अधिक तीर्थयात्री घायल हो गये हैं. सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मोटरमार्ग पर जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं.

बुधवार देर रात से हो रही बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में मलबा आ गया है. मलबा इतना अधिक ज्यादा है कि गुरुवार दोपहर बाद तक भी साफ नहीं हो पाया है. बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में देर रात से ही बंद हो गया था. पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के कारण दिनभर हाईवे नहीं खुल पाया. बड़े वाहनों को हाईवे के दोनों छोरों पर ही रोक दिया गया और छोटे वाहनों की आवाजाही खांखरा-छांतीखाल वैकल्पिक मोटरमार्ग से शुरू करवा दी गई. हालांकि, इस वैकल्पिक मार्ग पर भी जगह-जगह बोल्डर गिर रहे हैं.

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