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शनिवार को 16 हजार श्रद्धालुओं ने किए चारधाम के दर्शन, केदारनाथ में हुई बर्फबारी

चारधाम यात्रा में अब तक 2 लाख 47 हजार 743 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. आज (23 अक्टूबर) शाम चार बजे तक चारों धामों में कुल 16,543 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.

char dham yatra
चारधाम यात्रा
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Published : Oct 23, 2021, 7:42 PM IST

Updated : Oct 23, 2021, 10:11 PM IST

देहरादून: प्रसिद्ध चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) अब समापन की ओर है. बीती 18 सितंबर से शुरू हुई चारधाम यात्रा आगामी 5 नवंबर से संपन्न होना शुरू हो जाएगी. अब तक ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम यात्रा के दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक चारों धामों में कुल 16,543 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.

बता दें, आज यानी 23 अक्टूबर को शाम चार बजे तक बदरीनाथ धाम में 4012, केदारनाथ धाम में 9200 (हेली यात्री सहित), गंगोत्री धाम 1835 और यमुनोत्री धाम में 1496 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. आज कुल 16,543 दर्शनार्थियों ने चारों धामों के दर्शन किए हैं. 18 सितंबर से 23 अक्टूबर शाम 4 बजे तक कुल 2 लाख 70 हजार 241 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए हैं.

धामों में अब तक दर्शन कर चुके यात्रियों की संख्या:

धामदैनिक

यात्रियों की संख्या

(23 अक्टूबर तक)

गंगोत्री1,835 22,859
यमुनोत्री 1,49625,507
बदरीनाथ4,01265,342
केदारनाथ9,2001,48,021
हेमकुंड -----9,165
कुल 16,5432,70,241

आवश्यक जानकारी: चारों धामों बदरीनाथ धाम, केदारनाथ धाम, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा जारी है. चारधाम यात्रा के लिए यात्री http:/smartcitydehradun.uk.gov.in में तीर्थयात्री सीधे पंजीकरण करवा सकते हैं. देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई-पास बनाने की आवश्यकता नहीं है.

ये भी पढ़ेंः बाबा केदार की आरती का खूबसूरत नजारा, भक्ति में लीन नजर आए श्रद्धालु

चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां: चारधाम में सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट 5 नवंबर को बंद होंगे. 6 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. वहीं, केदारनाथ के कपाट 6 नवंबर और भगवान बदरी विशाल के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

इसके अलावा भगवान पंच केदार के कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित कर दी गई है. मद्महेश्वर के कपाट 22 नवंबर को बंद होंगे. जबकि, मद्महेश्वर का मेला 25 नवंबर को लगेगा. तुंगनाथ धाम के कपाट आगामी 30 अक्टूबर को बंद कर दिए जाएंगे. बता दें कि रुद्रनाथ धाम के कपाट बीते 17 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं.

हेमकुंड साहिब और केदारनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी: बीती 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं. बीते दिनों जिले में स्थित हेमकुंड साहिब के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद उच्च हिमालयी क्षेत्र का नजारा बेहद खूबसूरत हो गया है. हेमकुंड साहिब में करीब 2 फीट बर्फ जमी हुई है. जबकि, आज केदारनाथ धाम में पहली बर्फबारी हो रही है.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में हो रही बर्फबारी, बारिश के बीच दर्शन के लिए लगी लंबी कतार

देहरादून: प्रसिद्ध चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) अब समापन की ओर है. बीती 18 सितंबर से शुरू हुई चारधाम यात्रा आगामी 5 नवंबर से संपन्न होना शुरू हो जाएगी. अब तक ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम यात्रा के दर्शन कर चुके हैं. आज शाम चार बजे तक चारों धामों में कुल 16,543 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.

बता दें, आज यानी 23 अक्टूबर को शाम चार बजे तक बदरीनाथ धाम में 4012, केदारनाथ धाम में 9200 (हेली यात्री सहित), गंगोत्री धाम 1835 और यमुनोत्री धाम में 1496 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. आज कुल 16,543 दर्शनार्थियों ने चारों धामों के दर्शन किए हैं. 18 सितंबर से 23 अक्टूबर शाम 4 बजे तक कुल 2 लाख 70 हजार 241 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए हैं.

धामों में अब तक दर्शन कर चुके यात्रियों की संख्या:

धामदैनिक

यात्रियों की संख्या

(23 अक्टूबर तक)

गंगोत्री1,835 22,859
यमुनोत्री 1,49625,507
बदरीनाथ4,01265,342
केदारनाथ9,2001,48,021
हेमकुंड -----9,165
कुल 16,5432,70,241

आवश्यक जानकारी: चारों धामों बदरीनाथ धाम, केदारनाथ धाम, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा जारी है. चारधाम यात्रा के लिए यात्री http:/smartcitydehradun.uk.gov.in में तीर्थयात्री सीधे पंजीकरण करवा सकते हैं. देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई-पास बनाने की आवश्यकता नहीं है.

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चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां: चारधाम में सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट 5 नवंबर को बंद होंगे. 6 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. वहीं, केदारनाथ के कपाट 6 नवंबर और भगवान बदरी विशाल के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

इसके अलावा भगवान पंच केदार के कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित कर दी गई है. मद्महेश्वर के कपाट 22 नवंबर को बंद होंगे. जबकि, मद्महेश्वर का मेला 25 नवंबर को लगेगा. तुंगनाथ धाम के कपाट आगामी 30 अक्टूबर को बंद कर दिए जाएंगे. बता दें कि रुद्रनाथ धाम के कपाट बीते 17 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं.

हेमकुंड साहिब और केदारनाथ धाम में सीजन की पहली बर्फबारी: बीती 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं. बीते दिनों जिले में स्थित हेमकुंड साहिब के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद उच्च हिमालयी क्षेत्र का नजारा बेहद खूबसूरत हो गया है. हेमकुंड साहिब में करीब 2 फीट बर्फ जमी हुई है. जबकि, आज केदारनाथ धाम में पहली बर्फबारी हो रही है.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में हो रही बर्फबारी, बारिश के बीच दर्शन के लिए लगी लंबी कतार

Last Updated : Oct 23, 2021, 10:11 PM IST
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