देहरादून: इस साल की चारधाम यात्रा अब समापन की ओर है. 18 सितंबर से शुरू हुई चारधाम यात्रा 5 नवंबर से संपन्न होना शुरू हो जाएगी. चारधाम यात्रा में अबतक 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं. आज शाम चार बजे तक चारों धामों में कुल 16,708 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं.
बता दें, आज यानी 22 अक्टूबर को शाम चार बजे तक बदरीनाथ धाम में 2,830, केदारनाथ धाम में 10,885 (हेली यात्री सहित), गंगोत्री धाम 1,400 और यमुनोत्री धाम में 1,593 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं. आज कुल 16,708 दर्शनार्थियों ने चारों धामों के दर्शन किए हैं. 18 सितंबर से 22 अक्टूबर शाम 4 बजे तक कुल 2 लाख 47 हजार 743 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए हैं.
हेमकुंड साहिब में सीजन की पहली बर्फबारी: बीती 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिये बंद कर दिये गये थे. बीते दिनों जिले में स्थित हेमकुंड साहिब के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद उच्च हिमालयी क्षेत्र का नजारा बेहद खूबसूरत हो गया है. हेमकुंड साहिब में करीब 2 फीट बर्फ जमी हुई है.
धामों में अबतक दर्शन कर चुके यात्रियों की संख्या:
धाम | दैनिक | यात्रियों की संख्या (22 अक्टूबर तक) |
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गंगोत्री | 1,400 | 21,024 |
यमुनोत्री | 1,593 | 24,011 |
बदरीनाथ | 2,830 | 61,330 |
केदारनाथ | 10,885 | 1,38,821 |
हेमकुंड | ----- | 9,165 |
कुल | 16,708 | 2,47,743 |
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आवश्यक जानकारी: चारों धामों बदरीनाथ धाम, केदारनाथ धाम, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा जारी है. चारधाम यात्रा के लिए यात्री http:/smartcitydehradun.uk.gov.in में तीर्थयात्री सीधे पंजीकरण करवा सकते हैं. देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई-पास बनाने की आवश्यकता नहीं है.
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चारों धामों के कपाट बंद होने की तिथियां: विजयदशमी के पावन मौके पर चारधाम के कपाटों के बंद होने की तिथियों की औपचारिक घोषणा कर दी गई है, जिसके अनुसार गंगोत्री धाम के कपाट 5 नवंबर को बंद होंगे, 6 नवंबर को यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किये जाएंगे. वहीं, केदारनाथ के कपाट 6 नवंबर और भगवान बदरी विशाल के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिये जाएंगे. इसके अलावा भगवान पंच केदार के कपाट बंद होने की तिथि भी घोषित कर दी गई है.
लगातार तीन दिन की बारिश थमने के बाद अस्थायी रूप से रोकी गई चारधाम यात्रा 20 अक्टूबर से सुचारू कर दी गई थी. बदरीनाथ यात्रा छोड़कर गंगोत्री-यमुनोत्री व केदारनाथ यात्रा बुधवार से शुरू हो गई थी जबकि बदरीनाथ हाईवे सुचारू होने के बाद 21 अक्टूबर से बदरीनाथ यात्रा भी जारी है.
वहीं, सोनप्रयाग से गौरीकुंड के लिए संचालित शटल (टैक्सी-मैक्सी) सेवा के लिए प्रशासन ने वाहनों की संख्या बढ़ा दी है. एसडीएम ने ऊखीमठ से 15 छोटे वाहन सोनप्रयाग भेजे हैं. इतने ही वाहन आरक्षित किए गए हैं. गौरीकुंड में पार्किंग स्थल के आसपास प्रकाश व्यवस्था भी कर दी गई है.