देहरादूनः उत्तराखंड में अनिवार्य सेवानिवृत्ति के एलान के बाद अब सभी विभागों में हड़कंप मचा हुआ है. सीएम के आदेश के बाद हर विभाग ने अपने नकारा ओर शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को चिन्हित करना शुरू कर दिया है. इसी के चलते लोकनिर्माण में तकरीबन 100 से ज्यादा इंजीनियर अनिवार्य सेवानिवृत्ति के दायरे में आ रहे हैं. चीफ इंजीनियर हरिओम शर्मा ने बताया कि अगले हफ्ते तक ये सूची शासन को भेज दी जाएगी.
अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर सभी विभागों के साथ-साथ लोकनिर्माण विभाग में भी होमवर्क शुरू हो गया है. प्रमुख अभियंता लोकनिर्माण विभाग हरिओम शर्मा ने बताया कि लोकनिर्माण विभाग में इसको लेकर तेजी से काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि ऐसे कर्मचारी जिनके एसीआर में प्रतिकूल प्रविष्टियां हैं या फिर जो शारीरिक रूप से असक्षम हैं, उनकी सूची तैयार की जा रही है.
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पीडब्लूडी चीफ हरिओम शर्मा ने बताया कि अगले सप्ताह तक सूची तैयार हो जाएगी और विभागीय बैठक में अंतिम आंकड़ों पर मुहर लग जायेगी. हरिओम शर्मा ने अनौपचारिक बातचीत में बताया कि अनिवार्य सेवानिवृत्ति के दायरे में तकरीबन 100 से ज्यादा इंजीनियर आ रहे हैं जिनका बाहर होना तय है.
आपको बता दें कि 50 की उम्र पार कर चुके फोर्थ क्लास, बाबू से लेकर इंजीनियर को वीआरएस यानी अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए चिन्हित किया जा रहा है और अब तक की सूची में सिविल, यांत्रिक, मानचित्रकार और कनिष्ठ अभियंताओं की लिस्ट बन चुकी है, जिसमें 103 इंजीनियर शामिल हैं.