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मंदिर जा रही महिलाओं पर बंदरों ने किया हमला, रेबीज इंजेक्शन के लिए चुकाए महंगे दाम

शिव मंदिर जा रही दो महिलाओं पर बंदरों ने हमला कर घायल कर दिया. सरकारी अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन उपलब्ध ना होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं उन्होंने रेबीज के इंजेक्शन ऋषिकेश से मंगवाए.

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Published : Jul 29, 2019, 11:52 PM IST

monkeys attack

ऋषिकेशः शहर में बंदरों का आतंक थमने का नहीं ले रहा है. बंदर लगातार खूंखार होते जा रहे हैं. आलम ये है कि बंदर आए दिन लोगों को काटकर घायल कर रहे हैं. इसी कड़ी में शिव मंदिर में जलाभिषेक करने जा रही दो महिलाओं पर बंदरों ने हमला कर दिया. जिससे महिलाएं जख्मी हो गईं. वहीं, सरकारी अस्पतालों में रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिलने पर घायलों को निजी केमिस्ट शॉप से इंजेक्शन लेनी पड़ी.

मंदिर जा रही महिलाओं पर बंदरों ने किया हमला.

जानकारी के मुताबिक सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना और जल चढ़ाने शिव मंदिर जा रहे थे. तभी बंदरों ने 55 वर्षीय महिला प्रभादेवी के हाथ पर झपटा मार दिया. इस दौरान महिला के हाथों पर बंदर ने कई घाव भी कर दिए. जिससे वो घायल हो गईं. वहीं, दूसरी घटना में भी एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुशीला देवी पर भी बंदरों ने हमला कर दिया. जिसमें वो लहूलुहान हो गई.

ये भी पढ़ेंः रेवती रमन मौत मामलाः स्वास्थ्य महकमे ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही दे दी क्लीन चिट

वहीं, घायल महिलाएं इलाज के लिए श्रीदेव सुमन अस्पताल नरेंद्र नगर पंहुची, लेकिन अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन उपलब्ध ना होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं उन्होंने रेबीज के इंजेक्शन ऋषिकेश से मंगवाए.

पीड़ित प्रभादेवी ने बताया कि अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिला. ऐसे में उन्होंने ऋषिकेश के एक प्राइवेट केमिस्ट की दुकान से मंहगे दाम पर इंजेक्शन मंगवाया. उन्होंने कहा कि प्राइवेट केमिस्ट 351 रुपये के इंजेक्शन को 500 रुपये में दे रहे हैं. ऐसे में अस्पताल में इंजेक्शन ना मिलना महंगा साबित हो रहा है.

ये भी पढ़ेंः शर्म हे उत्तराखंडः बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं ने ले ली महिला की जान, कौन देगा जुड़वा नवजात को मां का प्यार?

वहीं, सीएमएस डॉ. मनोज बहुखंडी का कहना है कि रेबीज का इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. इस संबंध में वो कई बार पत्रचार कर चुके हैं, लेकिन अभी तक अस्पताल को रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पाए हैं.

ऋषिकेशः शहर में बंदरों का आतंक थमने का नहीं ले रहा है. बंदर लगातार खूंखार होते जा रहे हैं. आलम ये है कि बंदर आए दिन लोगों को काटकर घायल कर रहे हैं. इसी कड़ी में शिव मंदिर में जलाभिषेक करने जा रही दो महिलाओं पर बंदरों ने हमला कर दिया. जिससे महिलाएं जख्मी हो गईं. वहीं, सरकारी अस्पतालों में रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिलने पर घायलों को निजी केमिस्ट शॉप से इंजेक्शन लेनी पड़ी.

मंदिर जा रही महिलाओं पर बंदरों ने किया हमला.

जानकारी के मुताबिक सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना और जल चढ़ाने शिव मंदिर जा रहे थे. तभी बंदरों ने 55 वर्षीय महिला प्रभादेवी के हाथ पर झपटा मार दिया. इस दौरान महिला के हाथों पर बंदर ने कई घाव भी कर दिए. जिससे वो घायल हो गईं. वहीं, दूसरी घटना में भी एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुशीला देवी पर भी बंदरों ने हमला कर दिया. जिसमें वो लहूलुहान हो गई.

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वहीं, घायल महिलाएं इलाज के लिए श्रीदेव सुमन अस्पताल नरेंद्र नगर पंहुची, लेकिन अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन उपलब्ध ना होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं उन्होंने रेबीज के इंजेक्शन ऋषिकेश से मंगवाए.

पीड़ित प्रभादेवी ने बताया कि अस्पताल में रेबीज का इंजेक्शन नहीं मिला. ऐसे में उन्होंने ऋषिकेश के एक प्राइवेट केमिस्ट की दुकान से मंहगे दाम पर इंजेक्शन मंगवाया. उन्होंने कहा कि प्राइवेट केमिस्ट 351 रुपये के इंजेक्शन को 500 रुपये में दे रहे हैं. ऐसे में अस्पताल में इंजेक्शन ना मिलना महंगा साबित हो रहा है.

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वहीं, सीएमएस डॉ. मनोज बहुखंडी का कहना है कि रेबीज का इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. इस संबंध में वो कई बार पत्रचार कर चुके हैं, लेकिन अभी तक अस्पताल को रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पाए हैं.

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Folder name--Bandaro ka atank
ऋषिकेश--शिव भक्तों पर बंदर उस वक्त भारी पड़े जब वे शिव मंदिर में जल चढ़ाने जा रहे थे, सावन माह के दूसरे  सोमवार को आज सुबह प्रभादेवी  55  वर्ष  भगवान शिव के दर्शनार्थ और जल चढ़ाने को शिव मंदिर जा रही थी, कि बंदर उनकी हाथ में  पकड़े फलों की पन्नी पर झपटते हुए  हाथ पर कई घाव कर डाले,इसी तरह का एक वाकया और हुआ है 70 वर्षीय महिला सुशीला देवी भी जल चढ़ाने शिव मंदिर जा रही थी कि बंदर उन पर भी झपट पड़ा और उनका हाथ काट डाला।




Body:वी/ओ--आज सावन के दूसरे सोमवार को बड़ी संख्या में लोग भगवान शिव को जलाभषेक करने के लिए जा रहे थे तभी कुछ बंदरों ने मंदिर जा रही महिला श्रद्धालुओं पर हमला बोल दिया बंदरों ने महिलाओं को काट कर जख्मी कर दिया घायल अवस्था मे महिलाएं उपचार के लिए श्रीदेव सुमन अस्पताल पंहुची लेकिन,अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन न होने के कारण पीड़ितों को ऋषिकेश से इंजेक्शन लाने को मजबूर होना पड़ रहा है,पीड़ित प्रभादेवी का कहना है कि जब सुमन अस्पताल नरेंद्र नगर में रैबीज के इंजेक्सन ना होने के कारण उन्हें ऋषिकेश से इंजेक्शन मंगवाने को मजबूर होना पड़ा, पीड़ितों ने कहा कि वे इंजेक्शन के लिए ऋषिकेश गए प्राइवेट केमिस्ट की दुकान पर 351 रुपए का इंजेक्शन 500 रुपये में दिया जा रहा है और वह खरीदने के लिए मजबूर हुए हैं उन्होंने यह भी कहा कि 5 इंजेक्शन लगाने अनिवार्य है।






Conclusion:वी/ओ--सी एम एस नरेंद्र नगर डा० मनोज बहुखंडी, का कहना है कि रेबीज के इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध नहीं है इस संबंध में वह पत्र जात प्रेषित कर चुके हैं मगर अभी तक अस्पताल को रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो पाए हैं,उपलब्ध  होने पर ही पीड़ितों के उपयोग को दिए जा सकते हैं।

बाईट--प्रभा देवी(घायल महिला)
बाईट--मनोज बहुखंडी(सीएमएस,श्रीदेव सुमन राजकीय चिकित्सालय,नरेंद्र नगर)
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