देहरादून: किसी भी राज्य की नीति-रीति उसकी विधानसभा में ही तय होती है. विधानसभा सत्र के दौरान सरकार हो या विपक्ष दोनों ही जनता के लिए किए जा रहे कार्यों को लेकर अपनी बात रखते हैं. इन दिनों उत्तराखंड विधानसभा में भी मॉनसून सत्र चल रहा है. सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल विधायकों से लगातार संसदीय परंपराओं का पालन करने के लिए निवेदन कर रहे थे. इसके बावजूद भी कुछ सदस्यों द्वारा संसदीय परंपराओं का उल्लंघन किया जा रहा है. सत्र के तीसरे दिन भारतीय जनता पार्टी के लक्सर से विधायक संजय गुप्ता ने भी कुछ ऐसा ही किया.
दरअसल, जब सदन में पुलिस ग्रेड-पे, कर्मचारी, महंगाई भत्ता और बजट को लेकर चर्चाएं हो रही थीं. तब लक्सर विधायक संजय गुप्ता अपने मोबाइल पर व्यस्त थे. हालांकि, लगातार विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं से विधानसभा की मर्यादा बनाए रखने का आह्वान कर रहे थे, लेकिन उनकी इस अपील का संजय गुप्ता पर शायद कोई असर नहीं पड़ा.
पीठासीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल संजय गुप्ता को लगातार नोटिस कर रहे थे, लिहाजा उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने अधिकारों का पालन करना पड़ा और संजय गुप्ता का मोबाइल सदन की कार्यवाही के दौरान जब्त करवाया गया.
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि संसदीय कार्यशैली परंपराओं और नियमों के आधार पर चलती है और इसमें अगर अनुशासन न हो तो संसदीय कार्यशैली का कोई अर्थ नहीं बचता. संसदीय परंपराओं को बनाए रखना सदन में बैठे हर सदस्य का कर्तव्य है और इसी के चलते आज सख्त कदम उठाते हुए विधायक संजय गुप्ता का मोबाइल जब्त किया गया है. आगे भी अगर कोई और अनुशासनहीनता की जाती है तो सख्त कार्यवाही होगी. गौर हो कि सदन में विधायक द्वारा चलाए जा रहा मोबाइल की घटना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन यह दर्शाता है कि हमारे जनप्रतिनिधि जनता के मुद्दों को लेकर सदन में कितने गंभीर हैं.