देहरादून: बीते कुछ दिनों पहले राजाजी टाइगर रिजर्व में लाया गया बाघ मोतीचूर बाड़े से गायब हो गया था. जिसके बाद वन विभाग के ना सिर्फ होश उड़ गए थे, बल्कि लगातार इस बाघ को ढूंढने में जुटे हुए थे. हालांकि, सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया तो इस बात की जानकारी लगी कि 10 जनवरी की शाम को मोतीचूर बाड़े से करीब 2 किलोमीटर दूर लगे कैमरे में इस बाघ की तस्वीर कैद हुई है. जिसके बाद अब वन विभाग ने राहत की सांस ली है. लिहाजा, बाघ का मोतीचूर के जंगल में होने की पुष्टि के बाद मोतीचूर क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है, ताकि वह जंगल से निकलकर कहीं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में ना पहुंच जाए.
कुछ दिनों पहले कॉर्बेट से एक बाघ को राजाजी टाइगर रिजर्व लाया गया था. जिसे मोतीचूर के बाड़े में रखा गया था. यह तय किया गया था कि 9 जनवरी को इस बाघ को मोतीचूर के जंगलों में छोड़ दिया जाएगा. इसी क्रम में 9 जनवरी को ही बाड़े का गेट खोल दिया गया, ताकि बाद जंगल में चला जाए. लेकिन बाघ के बाहर ना निकलने के चलते बाघ की जानकारी लेने के लिए ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया गया. तब पता चला कि बाड़े में बाघ है ही नहीं, फिर जब बाड़े की जांच की गई तो पता चला कि बाघ को लगाया गया है. वहीं, रेडियो कॉलर भी वहीं पड़ा हुआ है, लेकिन बाघ मौजूद नहीं है.
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इसके बाद फिर आनन-फानन में वनकर्मियों कर्मचारी विभाग की तलाश में जुट गए. लेकिन कहीं भी बात का पता नहीं चला. जिसके बाद मोतीचूर के जंगलों में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया. जिसमें 10 जनवरी को बाड़े से करीब 2 किलोमीटर दूर बाघ चहलकदमी करता दिखाई दिया. जिसके बाद बंद विभाग ने राहत की सांस ली. साथ ही मोतीचूर के उस क्षेत्र में सतर्कता को भी बढ़ा दिया गया है.