देहरादून: इस साल के आखिर यानी की दिसंबर 2022 में भारत जी-20 राष्ट्रों की अध्यक्षता एक साल तक करेगा. इसके बाद 2023 में पहली बार भारत जी-20 देशों की शिखर बैठक आयोजित करेगा. पूरे भारत में करीब 200 बैठकें और सेनिनार का आयोजन किया जाना है, जिसमें 40 देश और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के पदाधिकारी भी हिस्सा लेगे. इसमें कुछ कार्यक्रमों का आयोजन उत्तराखंड का राजधानी देहरादून भी होना है, जिसको लेकर देहरादून जिलाधिकारी आर राजेश कुमार के साथ विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बैठक की.
जी-20 देशों की शिखर बैठक और सेमिनारों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए गुरुवार को विदेश मंत्रालय की टीम देहरादून पहुंची थी. विदेश मंत्रालय की टीम ने देहरादून में जिलाधिकारी आर राजेश कुमार के साथ बैठक की और व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की. इसके बाद जिलाधिकारी ने विदेश मंत्रालय की टीम को जिले होटलों और यहां के ऐतिहासिक स्थलों का जानकारी दी और उनका अवलोकन कराया.
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बता दें कि भारत 1 दिसंबर 2022 से एक साल के लिए भारत जी20 की अध्यक्षता करेगा. इसके बाद 2023 में पहली बार भारत में जी-20 देशों की शिखर बैठक होगी. इसके पहले ही भारत ट्रोइका में शामिल हो चुका है. जी-20 ट्रोइका का मतलब यह है कि हर साल जब एक सदस्य देश अध्यक्ष पद ग्रहण करता है तो वह देश पिछले साल के अध्यक्ष देश और अगले साल के अध्यक्ष देश के साथ समन्वय स्थापित करता है. इस प्रक्रिया को ही ट्रोइका कहा जाता है.
यह जी20 समूह के एजेंडे के साथ सामंजस्य व निरंतरता कायम रखने का काम करता है. भारत एक दिसंबर 2021 से लेकर 30 नवंबर 2024 तक जी20 ट्रोइका का हिस्सा रहेगा. भारत 1 दिसंबर 2022 को इंडोनेशिया से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा. 2023 में देश में पहली बार जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.