ऋषिकेश: टिहरी जनपद में फर्जी आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट के सहारे घुस रहे लोगों की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल हरकत में आ गए हैं. उन्होंने ढालवाला स्थित पुलिस चेक पोस्ट पर तैनात एक लैब की पिकेट पर अचानक छापेमारी कर दी. मौके पर पुलिस और मंत्री को देख लैब संचालकों में हड़कंप मच गया. इस दौरान कई ऐसी किट मिलीं जो संदिग्ध देखी गईं, जिन्हें पुलिस ने जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया.
वहीं, पूछताछ के लिए लैब के चार कर्मचारियों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है, जबकि 2 कर्मचारियों को पुलिस जांच के लिए संबंधित लैब के कार्यालय ले गई है. बताया जा रहा है कि फर्जी आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट देने की एवज में लोगों से एक हजार रुपए वसूले जा रहे थे. रिपोर्ट देने के लिए भी मात्र एक घंटे का समय लिया जा रहा था.
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि इस प्रकार की शिकायतें लगातार मिल रही थी. संज्ञान लेकर कार्रवाई की गई है. मंत्री ने दावा किया कि जांच में जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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बता दें, फर्जी आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट के सहारे क्षेत्र में पहुंचने वाले लोगों की वजह से जहां कोविड-19 के संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है वहीं, सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन में भी इसका असर देखा जा रहा है. इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि रिपोर्ट देने वाली लैब के साथ दूसरी लैब के संचालकों की मिलीभगत भी हो सकती है.
ये था पूरा मामला
हरियाणा से उत्तराखंड पहुंचे चार युवकों को स्वास्थ्य विभाग ने जो आरटीपीसीआर रिपोर्ट दी थी वो फर्जी थी. इस पर हरियाणा से आये युवकों ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल से शिकायत की थी. ढालवाला चेक पोस्ट पर पहुंचे शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल युवकों की फर्जी रिपोर्ट देखने के बाद आग बबूला हो गए. उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई. साथ ही चारों युवकों को भी हिरासत में लिया गया.