ऋषिकेश: कोयला, खनन और रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल व एमओएसआर एवं सीनियर डीसीएम मुरादाबाद सुधीर सिंह शनिवार को परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश पहुंचे. उन्होंने स्वामी चिदानन्द सरस्वती से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया. रेल राज्य मंत्री पाटिल ने परमार्थ निकेतन में विश्व ग्लोब का जलाभिषेक कर जल संरक्षण का संकल्प लिया.
इस दौरान चिदानन्द सरस्वती ने मंत्री और अधिकारियों से रेलवे स्टेशनों और परिसर को हरा-भरा करने व रेलवे की खाली जमीन पर वृक्षारोपण करने हेतु विस्तृत चर्चा की. महाराज ने कहा कि रेलवे विभाग द्वारा चारधाम के लिये जो योजना बनायी गयी है, उसमें जो पेड़ काटे गये हैं, उससे अधिक पौधों के रोपण हेतु परमार्थ निकेतन पूर्ण रूप से सहयोग करेगा. रेलवे के निर्माण हेतु जितने पेड़ काटे जा रहे हैं, उससे अधिक पौधे रोपित किये जाने हेतु रेलवे के उच्चाधिकारियों के साथ मिलकर योजना बनायी जायेगी. इस प्रस्ताव से मंत्री पाटिल अत्यंत प्रभावित हुये.
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चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान को ध्यान में रखते हुए कोयला और खनन क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्होंने अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के विषय में चर्चा करते हुये कहा कि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देने के लिये सतत विकास और अक्षय ऊर्जा पर विशेष ध्यान देना होगा. वर्ष 2050 तक वैश्विक उत्सर्जन को शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की जरूरत है.
चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि अक्षय ऊर्जा स्रोतों जैसे कि सौर, पवन, जलविद्युत और बायोएनर्जी को बढ़ावा देने से धीरे-धीरे जलवायु परिवर्तन को कम किया जा सकता है. स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने वॉटर ब्लेसिंग सेरेमनी के दौरान कहा कि हमारा उद्देश्य शिवाभिषेक के साथ-साथ विश्वाभिषेक की ओर बढ़ना भी है.
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इस दौरान रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने कहा कि परमार्थ निकेतन आश्रम नैसर्गिक सुन्दरता और आध्यात्मिक ऊर्जा से युक्त है. मैं पूज्य स्वामी का आशीर्वाद लेकर चार धाम यात्रा के लिये जा रहा हूं. पुनः जल्दी वापस आकर इस दिव्य आश्रम में विश्राम कर सपरिवार मां गंगा की आरती में सहभाग करूंगा. यह मेरा सौभाग्य है कि पूज्य स्वामी के दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ और उनका आशीर्वाद लेकर चारधाम यात्रा के लिये प्रस्थान कर रहा हूं.