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कंडी मार्ग पर मंत्री हरक सिंह ने समर्थकों के साथ डाला डेरा, कहा- उद्घाटन करके जाऊंगा वापस

मंगलवार को हरक सिंह रावत कोट्द्वार पहुंचे. इसके बाद वो अपने समर्थकों के साथ निर्माणधीन लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि इस काम को रोकने की कोई हिम्मत न करे.

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Published : May 21, 2019, 3:16 PM IST

देहरादून: नौकरशाही और सरकार के रवैये से नाराज चल रहे वन मंत्री हरक सिंह रावत ने अब कोटद्वार में निर्माणधीन लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर डेरा डाल लिया है, जहां उन्हें स्थानीय लोगों को भी समर्थन मिल रहा है. इन हालात में हरक सरकार और त्रिवेंद्र के लिए खलनायक बनते जा रहे है.

पढ़ें- भागवत कथा में पहुंचे वन मंत्री ने कहा- पर्यावरण संरक्षण के लिए एक साथ करना होगा काम

मंगलवार को हरक सिंह रावत कोट्द्वार पहुंचे. इसके बाद वो अपने समर्थकों के साथ निर्माणधीन लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि इस काम को रोकने की कोई हिम्मत न करे. जबकि अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग ओम प्रकाश पहले ही निर्माण कार्य को रोकने के आदेश दे चुके हैं. वहीं मंत्री हरक से समर्थन में आए स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कोई भी अधिकारी इस मोटर मार्ग के निर्माण के आड़े आता है तो उसे जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा.

कंडी मार्ग पर मंत्री हरक सिंह ने समर्थकों के साथ डाला डेरा

मंत्री हरक तीन दिनों तक यहीं पर डटे रहेंगे. उन्होंने साफ कर दिया है कि वो मुख्य चिल्लरखाल पुल का उद्घाटन करने के बाद ही यहां से लौटेंगे. हालांकि इस मोटर मार्ग को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले ही कह चुके है कि ये सड़क लोगों की जरुरत है ये जरुर बनेगी.

पढ़ें- दून की 'खूनी' सड़कों पर तैनात होगा इंटरसेप्टर

वहीं सियासी गलियारों में तो लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद बड़ी उठापटक की चर्चाएं जोरों पर हैं. क्योंकि इससे पहले बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल और प्रणव सिंह चैपियन का झगड़ा भी सबसे सामने आ चुका है. हालांकि बीजेपी संगठन इस पूरे मामले को निराधार बता रहा है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता बिरेंद्र बिष्ट का कहना है कि ना तो कोई विधायक नाराज और न तो कोई मंत्री. कुछ विषय हैं जिन्हें आपस में बातचीत कर के सुलझा लिया जाएगा.

देहरादून: नौकरशाही और सरकार के रवैये से नाराज चल रहे वन मंत्री हरक सिंह रावत ने अब कोटद्वार में निर्माणधीन लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर डेरा डाल लिया है, जहां उन्हें स्थानीय लोगों को भी समर्थन मिल रहा है. इन हालात में हरक सरकार और त्रिवेंद्र के लिए खलनायक बनते जा रहे है.

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मंगलवार को हरक सिंह रावत कोट्द्वार पहुंचे. इसके बाद वो अपने समर्थकों के साथ निर्माणधीन लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग पर पहुंचे, जहां उन्होंने कहा कि इस काम को रोकने की कोई हिम्मत न करे. जबकि अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग ओम प्रकाश पहले ही निर्माण कार्य को रोकने के आदेश दे चुके हैं. वहीं मंत्री हरक से समर्थन में आए स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि कोई भी अधिकारी इस मोटर मार्ग के निर्माण के आड़े आता है तो उसे जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा.

कंडी मार्ग पर मंत्री हरक सिंह ने समर्थकों के साथ डाला डेरा

मंत्री हरक तीन दिनों तक यहीं पर डटे रहेंगे. उन्होंने साफ कर दिया है कि वो मुख्य चिल्लरखाल पुल का उद्घाटन करने के बाद ही यहां से लौटेंगे. हालांकि इस मोटर मार्ग को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहले ही कह चुके है कि ये सड़क लोगों की जरुरत है ये जरुर बनेगी.

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वहीं सियासी गलियारों में तो लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद बड़ी उठापटक की चर्चाएं जोरों पर हैं. क्योंकि इससे पहले बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल और प्रणव सिंह चैपियन का झगड़ा भी सबसे सामने आ चुका है. हालांकि बीजेपी संगठन इस पूरे मामले को निराधार बता रहा है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता बिरेंद्र बिष्ट का कहना है कि ना तो कोई विधायक नाराज और न तो कोई मंत्री. कुछ विषय हैं जिन्हें आपस में बातचीत कर के सुलझा लिया जाएगा.

Intro:सियासत की बिगड़ती तस्वीर

Note- फीड FTP पर (Siayasat ki Bigadti Tasvir) नाम से भेजी गई है।

एंकर- उत्तराखंड में सियासत दिन ब दिन और बिगड़ती जा रही है। सरकार पर लगातार हमलावर होते वन मंत्री हरक सिंह रावत ने अब लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग के निर्माण कार्य पर डेरा डाल दिया है जिसमें स्थानीय लोगों का समर्थन उन्हे मिल रहा है तो वहीं दूसरे पाले में खड़ी सरकार के सामने एक तरफ नियमों का पालन करना और स्थानीय विरोध दोनो बड़ी चुनौती है। तो वहीं सरकार के खिलाफ नाराजगी की ये फेयरिस्त दिन ब दिन लम्बी होती जा रही है जो एक बार फिर से अस्थिर सियासत की ओर सोचने को मजबूर कर रही है। 


Body:विओ- उत्तराखंड में दिन ब दिन हरक सिंह के तेवर और तल्ख होते जा रहें है तो वहीं सरकार की स्थिती असंमजस वाली बनती जा रही है। हरक सिंह रावत को चिल्लरखाल-लालढांग मोटर मार्ग को लेकर जहां एक ओर जनता का समर्थन मिल रहा है वहीं दूसरी ओर वहीं सरकार को इस मामले में खलनायक बनने का डर है तो वहीं नियमों और कानून को पालन करना भी सरकार के सामने बड़ी चुनोती है। 

वीओ- इसी मामले में अब हरक सिंह रावत ने लालढांग- चिल्लरखाल मोटर मार्ग के  निर्माण को लेकर निर्माण स्थल पर ढेरा डाल दिया है और एलान किया है कि इस काम को रोकने की कोई हिम्मत ना करें जबकी अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग ने इस निर्माण को रोकने के आदेश किये हैं। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों का समर्थन हक सिंह रावत को मिल रहा है लोगों का कहना है कि अगर कोई भी अधिकारी इस मोटर मार्ग के निर्माण के आड़े आता है तो उसको स्थानीय जनता का आक्रोश झेलना पड़ेगा। वन मंत्री हरक सिंह रावत ने एलान किया है कि वो अगले 3 दिन तक निर्माण स्थल पर डटे रहेंगे और इस सड़क पर बन रहे एक मुख्य चिल्लरखाल पुल का उद्दाटन के बाद ही यहां से लोटेंगे।

वीओ- इस पूरे मामले पह हालाकी सरकार कुछ भी बयानबाजी से बच रही है। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा कि ये मार्ग लोगों की जरुरत है और ये जरुर बनेगा लेकिन यह नही बताया कि जब शासन स्तर से रोकने के आदेश दिये जाएंगे तो मार्ग कैसे बनेगा। तो वहीं इस पूरे मामले से सियासत की बिगड़ती तस्वीर का आंकलन राजनितिक पंडित कुछ और ही लगा रहें हैं। हाल ही के दिनों में कई विधायकों की नाराजगी की खबरें आ चुकी है जिनमें विधायक उमेश शर्मा काऊ, कुवंर प्रणव चैम्पियन, हरबजन सिंह चीमा और अब मंत्री हरक सिंह रावत के ये बिगड़े बोल क्या इशारा कर रहें है ये कोई नही जानता है। सियासी गलियारों में तो लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद सियासत में बड़ी उठापटक की चर्चाएं जोरों पर हैं हालांकी बीजेपी संगठन इस पूरे मामले को निराधार बाता रही है और हर एक विधायक की नाराजगी का स्पष्टीकरण बीेजेपी के प्रवक्ता देने नजर आ रहे हैं। बीेजपी के प्रदेश प्रवक्ता बिरेंद्र बिष्ट का कहना है कि ना तो कोई विधायक नाराज है और ना ही मंत्री हरक सिंह नाराज है। कुछ विषय है जिन्हे आपस में बातचीत कर के सुलझा लिया जाएगा।

बाइट- बिरेन्द्र बिष्ट, प्रवक्ता भाजपा




Conclusion:
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