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शिमला बाईपास पर नो एंट्री को लेकर डंपर चालकों का प्रदर्शन, प्रतिबंध हटाने की मांग

देहरादून के शिमला बाईपास पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने 18 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया है. जिसको लेकर डंपर चालकों नो एंट्री हटानी की मांग को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.

देहरादून डंपर चालक
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Published : Aug 23, 2019, 10:19 AM IST

देहरादून: राजधानी दून के शिमला बाईपास चौक पर बीते दिनों डंपरों ने कई लोगों की जान ले ली, जिसका संज्ञान लेते हुए देहरादून प्रशासन ने डंपरों का 6 घंटे का समय निर्धारित कर दिया है. जिसके खिलाफ गुरुवार को डंपर जनकल्याण समिति के सदस्यों जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा.

नो एंट्री को लेकर डंपर चालकों का प्रदर्शन

दून डंपर जनकल्याण समिति के सदस्यों का कहना है कि जिला प्रशासन ने शिमला बाईपास से डंपरों की आवाजाही के लिए सिर्फ 6 घंटे का समय दिया है, जो बहुत कम है और जिस कारण उनके परिवार का खर्चा भी नहीं निलक रहा है. समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बीच का रास्ता निकालने की मांग की है.

बता दें, प्रशासन ने बाईपास चौक पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए डंपरों की सुबह 5 बजे से लेकर रात 11 बजे तक नो एंट्री की है. जिस कारण घर परिवार में रोजी रोटी के संकट पैदा हो रहे हैं और जिला प्रशासन द्वारा दिए सिर्फ 6 घंटे में डम्पर मालिक का एक भी चक्कर पूरा नहीं हो रहा है. जिस वजह से उनके डम्परों की किश्ते भी नहीं जा पा रही हैं.

पढ़ें- उत्तराखंडः अपने चहेते शिक्षक के लिए फूट-फूट कर रोया पूरा गांव, शाही अंदाज में दी विदाई

दून डंपर जनकल्याण समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय का कहना है कि यह गलत है. अगर प्रतिबंध लगाना ही है तो ऐसा सभी के लिए होना चाहिए. उन्होंने इस व्यवस्था को जल्द से जल्द खत्म करने की मांग की है.

देहरादून: राजधानी दून के शिमला बाईपास चौक पर बीते दिनों डंपरों ने कई लोगों की जान ले ली, जिसका संज्ञान लेते हुए देहरादून प्रशासन ने डंपरों का 6 घंटे का समय निर्धारित कर दिया है. जिसके खिलाफ गुरुवार को डंपर जनकल्याण समिति के सदस्यों जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा.

नो एंट्री को लेकर डंपर चालकों का प्रदर्शन

दून डंपर जनकल्याण समिति के सदस्यों का कहना है कि जिला प्रशासन ने शिमला बाईपास से डंपरों की आवाजाही के लिए सिर्फ 6 घंटे का समय दिया है, जो बहुत कम है और जिस कारण उनके परिवार का खर्चा भी नहीं निलक रहा है. समिति ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बीच का रास्ता निकालने की मांग की है.

बता दें, प्रशासन ने बाईपास चौक पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए डंपरों की सुबह 5 बजे से लेकर रात 11 बजे तक नो एंट्री की है. जिस कारण घर परिवार में रोजी रोटी के संकट पैदा हो रहे हैं और जिला प्रशासन द्वारा दिए सिर्फ 6 घंटे में डम्पर मालिक का एक भी चक्कर पूरा नहीं हो रहा है. जिस वजह से उनके डम्परों की किश्ते भी नहीं जा पा रही हैं.

पढ़ें- उत्तराखंडः अपने चहेते शिक्षक के लिए फूट-फूट कर रोया पूरा गांव, शाही अंदाज में दी विदाई

दून डंपर जनकल्याण समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय का कहना है कि यह गलत है. अगर प्रतिबंध लगाना ही है तो ऐसा सभी के लिए होना चाहिए. उन्होंने इस व्यवस्था को जल्द से जल्द खत्म करने की मांग की है.

Intro:शिमला बाईपास पर डम्परों के द्वारा कई लोगो की जान चली गई,जिसमे सज्ञान लेते हुए देहरादून प्रशासन ने इन डम्परों का 6 घंटे का समय निर्धारित कर दिया गया था!जिसके खिलाफ आज डम्पर जनकल्याण समिति के सदस्य जिलाधिकारी कार्यालय में आकर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा!इस दौरान समिति के सदस्यों का कहना है की जिला प्रशासन द्वारा शिमला बाई पास पर डम्परों की आवाजाही के लिए सिर्फ 6 घंटे का समय दिया गया है जो की बहुत कम है और जिस कारण हमारे परिवार को समस्या से जूझना पड़ रहा है!हमारी जिलाधिकारी से मांग है की कोई बीच का रास्ता निकाला जाए जिससे हम सब का रोजगार चल सके!Body:प्रदर्शन के दौरान समिति के अध्यक्ष ने कहा की शिमला बाईपास पर सुबह 5 बजे से लेकर रात 11 बजे तक डम्परों के लिए नो एंट्री है जो की 24 घंटे में 18 घंटे जिला प्रशासन द्वारा डम्पर वालो के लिए प्रतिबंधित कर रखा है!डम्परों की इस प्रतिबंधित होने के कारण घर परिवार में रोजी रोटी के संकट पैदा हो रहे है!और जिला प्रशासन द्वारा दिए 6 घंटे में डम्पर मालिक का एक भी चक्कर पूरा नहीं हो रहा है जिस कारन हमारे डम्परों की किश्ते भी नहीं जा पा रही है!
Conclusion:दून डंपर जनकल्याण समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय का कहना है कि शिमला बाईपास रोड पर सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक डंपरों के लिए नो एंट्री का नियम है...जिसकी वजह से उनका कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है......जबकि दूसरी ओर ट्रकों के लिए सुबह 6 बजे से सुबह 9 बजे तक यानि कुल तीन घंटे का प्रतिबंधित समय है यानि दो नियम पुलिस विभाग द्वारा लागू किये गये है......जो कि गलत है या तो समान रूप से एक नियम सभी के लिए लागू हो या फिर इस व्यवस्था को जल्द खत्म किया जाए!

बाइट- अनिल कुमार पांडेय, अध्यक्ष, दून डंपर जनकल्याण समिति
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